सहकारी बैंक घोटाले में 11 आरोपी गिरफ्तार: अब तक 28 करोड़ की गड़बड़ी के मिले सबूत, ऑडिट में बढ़ सकती है राशि

Update: 2025-05-28 18:30 GMT

Cooperative Bank Scam : सरगुजा/बलरामपुर। सरगुजा जिला सहकारी और केंद्रीय बैंक के तहत शंकरगढ़ और कुसमी शाखा में 28 करोड़ रुपए का घोटाला हुआ है। मामले में पुलिस ने तत्कालीन शाखा प्रबंधक अशोक सोनी समेत 11 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। जबकि 12 आरोपियों के खिलाफ धोखाधड़ी की एफआईआर दर्ज की गई है। बलरामपुर एसपी वैभव बैंकर ने मामले का खुलासा किया।

पुलिस के मुताबिक, बलरामपुर जिले के शंकरगढ़ और कुसमी सहकारी बैंकों में फर्जी खाता खोला गया। शिकायत मिलने पर जिला सहकारी बैंक, सरगुजा के प्राधिकृत अधिकारी और सरगुजा कलेक्टर विलास भोस्कर ने इसकी जांच कराई, तो बड़े पैमाने पर गड़बड़ी पकड़ी गई। बैंक के खातों की साल 2012 से 2024 तक की आडिट में शंकरगढ़ और कुसमी बैंक शाखाओं से 23 करोड़ रुपए का घोटाला सामने आया था।

अब बैंकों के खातों के ऑडिट में घोटाले की रकम 28 करोड़ रुपए हो गई है। मामले में जिला सहकारी बैंक, सरगुजा के प्राधिकृत अधिकारी विलास भोस्कर ने जांच के निर्देश दिए थे। जिस पर सहकारी बैंक के सीईओ ने जांच रिपोर्ट और एफआईआर के लिए आवेदन बलरामपुर पुलिस को दिया था। जिसके बाद कुसमी थाने में तत्कालीन बैंक प्रबंधक अशोक सोनी समेत 12 लोगों के खिलाफ धारा 409, 420, 467, 468, 471, 120बी, 34 के तहत केस दर्ज किया गया है।

इनकी हुई गिरफ्तारी

तत्कालीन शाखा प्रबंधक अशोक कुमार सोनी (56) शंकरगढ़, सेवानिवृत्त पर्यवेक्षक विकासचंद पांडवी (70) अंबिकापुर, सेवानिवृत्त समिति प्रबंधक एतवल सिंह (69) दरिमा, सरगुजा, सेवामुक्त प्रबंधक विजय कुमार उईके (50) बसंतपुर, सेवानिवृत्त शाखा प्रबंधक समल साय (65) भगवतपुर बलरामपुर।

सहायक लेखापाल जगदीश प्रसाद (50) कुसमी, लिपिक ताबरक अली निवासी अंबिकापुर, संस्था प्रबंधक लक्ष्मण देवांगन (56) मनेंद्रगढ़, मुख्य पर्यवेक्षक राजेंद्र प्रसाद पांडेय (60) अंबिकापुर, समिति प्रबंधक जमड़ी सुदेश कुमार यादव (30) और कंप्यूटर ऑपरेटर प्रकाश कुमार सिंह (35) शंकरगढ़ शामिल हैं।

इस तरह की गई गड़बड़ी

मुख्य आरोपी शंकरगढ़ के शाखा प्रबंधक अशोक कुमार सोनी शाखाओं में 10 सालों तक पदस्थ रहे। उन्होंने बैंक में फर्जी खाते खोले। समितियों के खातों और फर्जी खातों के साथ ही बैंक के खाते से बड़ी रकम की कैश निकासी की गई।

ऑनलाइन पैसे ट्रांसफर किए गए। आदिम जाति सहकारी समिति जमड़ी का बैंक अकाउंट बिना किसी दस्तावेज खोला गया। इसमें 19 करोड़ 24 लाख रुपए जमा किए गए और इस खाते से 19 करोड़ 22 लाख 73 हजार रुपए का आहरण किया गया।

यह राशि किसानों के खाते, पंचायतों के खातों से ट्रांसफर कर जमा की गई थी। जमुना अलंकार मंदिर अंबिकापुर के नाम पर एक करोड़ 82 लाख रुपए ट्रांसफर किए गए। यह राशि 52 ट्रांजेक्शन में भेजी गई, जिनमें से 44 का बैंक वाउचर नहीं मिला।

शाखा कुसमी में नरेगा धनेशपुर का बोगस अकाउंट खोला गया एवं इसमें 3 करोड़ 19 लाख रुपए का ट्रांजेक्शन किया गया। सीईओ जनपद पंचायत शंकरगढ़ का बोगस अकाउंट खोला गया। इसमें 91 लाख 57 हजार रुपए जमा कर इसे निकाल लिया गया। जनपद सीईओ ने प्रतिवेदन में बताया कि यह खाता जनपद पंचायत का नहीं है। इसमें किसानों के खातों से राशि जमा की गई।

आरोपियों के खाते में ट्रांसफर हुए पैसे

जांच में पता चला है कि अशोक कुमार सोनी के खाते में 1 करोड़ 36 लाख रुपए, कंप्यूटर ऑपरेटर प्रकाश कुमार सिंह के खाते में 4 लाख 64 हजार रुपए, महामाया कंस्ट्रक्शन कंपनी के खाते में 30 लाख रुपए ट्रांसफर किए गए हैं। अंबिकापुर के एक ज्वेलर्स के अकाउंट में डेढ़ करोड़ रुपए ट्रांसफर हुए। अब तक जांच में 28 करोड़ की गड़बड़ी पकड़ी गई है।

बढ़ सकता है घोटाले का आंकड़ा

जिला सहकारी बैंक, सरगुजा के प्राधिकृत अधिकारी एवं सरगुजा कलेक्टर विलास भोस्कर ने बताया कि पूर्व की जांच में 23 करोड़ रुपए का घोटाला सामने आया था। ऑडिट के दौरान यह राशि 28 करोड़ रुपए पहुंच गई है। ऑडिट जारी है। जिससे घोटाले की रकम बढ़ सकती है।

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