Home > राज्य > उत्तरप्रदेश > अन्य > जौनपुर में मायावती बोलीं - हम कैश नहीं रोजगार देंगे

जौनपुर में मायावती बोलीं - हम कैश नहीं रोजगार देंगे

जौनपुर में मायावती बोलीं - हम कैश नहीं रोजगार देंगे
X

लखनऊ। सपा-बसपा ने मंगलवार को पूर्वांचल में जौनपुर से संयुक्त सभा का आगाज किया। मछलीशहर और जौनपुर सदर के प्रत्याशियों के समर्थन में आयोजित सभा में मायावती ने भाजपा और कांग्रेस दोनों पर बराबर हमला किया। पूर्वांचल विश्वविद्यालय के मैदान में सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव से पहले जनसभा को संबोधित करते हुए मायावती ने कहा कि भाजपा और कांग्रेस के शासन में न गरीबी दूर हुई न बरोजगारी दूर हुई। न किसानों का भला हुआ और न ही मेहनतकश लोगों को कुछ मिला। कांग्रेस में जब लोगों को रोजी रोटी का साधन नहीं मिला तो बड़ी संख्या में लोगों को यूपी छोड़कर देश के महानगरों में जाना पड़ा। हमारी सरकार आने पर कांग्रेस की तरह हर महीने छह हजार देने की जगह लोगों को रोजगार देने का इंतजाम किया जाएगा। भाजपा सरकार में किसान लगातार परेशान हैं। बीजेपी द्वारा छोड़े गए जानवरों ने तो किसानों को और भी परेशान कर रखा है।

मायावती ने कहा कि नमो नमो की छुट्टी होने वाली है, जय़ भीम आने वाले हैं। बाबा साहब आंबेडकर ने देश के दलितों, पिछड़ों को जो कानूनी अधिकार दिये वो लाभ इन वर्गों को नहीं मिल सका। जब बाबा साहब पहली सरकार में कानून मंत्री बने और उन्हें एहसास हुआ कि मेरे लोगों को ठीक से लाभ नहीं मिल रहा तो अपने मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था। इस्तीफे के बाद पूरे देश के लोगों को कहा था कि मैंने संविधान में तो कानूनी अधिकार दिला दिये है लेकिन इसका लाभ तब तक नहीं मिल पाएगा, जब तक केंद्र और राज्य की सरकारों की सत्ता की चाबी आपके हाथ नहीं आ जाती है।

मायावती ने कहा कि बाबा साहेब ने भी बोला था कि आपको अपनी पार्टी बनानी होगी। बाबा साहेब की सोच के अनुसार ही बसपा बनाई गई। उसके बाद समाजवादी पार्टी और अन्य पार्टियों का भी गठन हुआ। यह इसलिए करना पड़ा क्योंकि कांग्रेस अपने वादों के अनुसार काम नहीं कर सकी। कांग्रेस के कारण ही आरएसएसवादी, पूंजीवादी भाजपा केंद्र आ गई। अब वह भी बाहर जाएगी। भाजपा ने देश के कमजोर तबकों को अच्छे दिन दिखाने के जो वादे किये थे। वो पूरे नहीं हुए, बल्कि धनवान लोगों को और धनवान बनाने और उनकी चौकीदारी में ही लगा दिया। पूंजीवादी सोच के कारण ही दलितों, पिछड़ों और मुस्लिमों अल्पसंख्यकों का कोई विकास नहीं हो सका है।

मायावती ने कहा कि दलितों का आरक्षण में कोटा अधूरा पड़ा है। प्रमोशन में आरक्षण भी अभी वैसे ही पड़ा है। निजी क्षेत्रों में आरक्षण की व्यवस्था किये बगैर ही सरकारी कामों को निजी हाथों में दिया जा रहा है। इससे दलितों, पिछड़ों, आदिवासियों और मुस्लिाम वर्गों का लगातार शोषण हो रहा है। इससे इनकी हालत दयनीय बनी हुई है। सच्चर कमेटी की रिपोर्ट में भी इसके बारे में बताया गया है। इन पर हो रहे जुल्म ज्यादती भी चरम सीमा पर पहुंच चुकी है।

मायावती ने कहा कि अपर कास्ट के गरीब लोगों की हालत भी अच्छी नहीं है। नोटबंदी और जीएसटी को इस प्रकार से बिना तैयारी लागू कर दिया, जिससे देश में गरीबी और बेरोजगारी बढ़ गई है। देश की अर्थव्यवस्था पर भी बुरा असर पड़ा है। देश में भ्रष्टाचार भी तेजी से बढ़ा है। रक्षा सौदे भी अछूते नहीं रहे है। हमारी सीमा भी सुरक्षित नहीं है। लगातार आतंकी हमलों में हमारे जवान शहीद हो रहे हैं। बीजेपी के लोग इसे भी भुनाने में लगे हैं। आप लोगों को भाजपा-कांग्रेस को किसी भी कीमत में केंद्र की सरकार में नहीं आने देना है।

मायावती बसपा का घोषणा पत्र जारी नहीं करने का कारण भी बताया। मायावती ने पार्टियों के घोषणा पत्रों के बहकावे में नहीं आने का आह्वान किया। कहा कि घोषणा पत्रों को पार्टियां चुनाव बाद दरकिनार कर देती हैं। यही कारण है कि हमारी पार्टी किसी चुनाव में कोई घोषणा पत्र जारी नहीं करती है। बीजेपी ने अपने घोषणा पत्र में जो अच्छे दिन दिखाने के असंख्य चुनावी वादे किये थे वो कांग्रेस की सरकारों की तरह खोखले ही साबित हुए हैं। 15 लाख देने का वायदा भी मजाक बनकर ही रह गया है। जब भी आपके जिले में भाजपा के नेता आते हैं तो उनसे बोलो की वोट की बात बाद में करो। पहले पिछले चुनाव के वादोंं की बात करो। भाजपा की तरह ही कांग्रेस भी वादे कर रही है।

Updated : 8 May 2019 6:43 AM GMT
Tags:    
author-thhumb

Swadesh Digital

स्वदेश वेब डेस्क www.swadeshnews.in


Next Story
Top