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दिल्ली पुलिस ने मेरठ में पकड़ी अवैध पिस्टल फैक्ट्री, पांच गिरफ्तार

दिल्ली पुलिस ने मेरठ में पकड़ी अवैध पिस्टल फैक्ट्री, पांच गिरफ्तार
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मेरठ/स्वदेश वेब डेस्क। अवैध हथियारों की मंडी बने पश्चिमी उत्तर प्रदेश में अब दूसरे राज्यों की पुलिस हथियार बनाने की फैक्ट्रियां पकड़ रही है। सोमवार की देर रात दिल्ली पुलिस की स्पेशल टीम ने लिसाड़ी गेट क्षेत्र में छापा मारकर पिस्टल और तमंचे बनाने की फैक्ट्री पकड़ी। पुलिस को बड़ी संख्या में तमंचे व पिस्टल बरामद हुई। इस मामले में पुलिस ने पांच लोगों को गिरफ्तार है।

एसपी सिटी रणविजय सिंह ने बताया कि दिल्ली पुलिस ने कुछ दिन पहले एक युवक को पिस्टल के साथ गिरफ्तार किया था। पुलिस को पूछताछ में उसने मेरठ से पिस्टल खरीदने की बात बताई। उसी आधार पर दिल्ली पुलिस की स्पेशल टीम के एसीपी कुलदीप कुमार के नेतृत्व में दिल्ली पुलिस ने लिसाड़ी गेट थाना क्षेत्र के लक्खीपुरा गली नंबर दो स्थित फुरकान के मकान में छापा मारा। इस मकान के नीचे तहखाने में पिस्टल व तमंचा बनाने की फैक्ट्री चल रही थी। इस तहखाने में जाने के लिए एक खिड़की बनी थी। पुलिस को देखते ही वहां पर भगदड़ मच गई। पुलिस ने मौके से पांच लोगों को गिरफ्तार किया है। इनमें से तीन ओवेश हसन, मिंटू व सिद्ध बिहार के मुंगेर के रहने वाले हैं। मौके से दिल्ली पुलिस को भारी मात्रा में पिस्टल, तमंचे और उन्हें बनाने का सामान बरामद हुआ।

पुलिस से हाथापाई का प्रयास : पुलिस ने बरामद सामान को बोरों में भर लिया तो बाहर लोगों ने पुलिस से हाथापाई का प्रयास किया। अतिरिक्त फोर्स आने के बाद पुलिस ने लोगों को खदेड़ा और सारा सामान बाहर निकाला। दिल्ली पुलिस ने फैक्ट्री मालिक और दूसरे अन्य लोगों की तलाश तेज कर दी है। एसपी सिटी ने बनाया कि हथियार बनाने और बेचने वालों का नेटवर्क पूरी तरह से तोड़ा जाएगा।

बिहार के मुंगेर से आते हैं कारीगर : बिहार का मुंगेर अवैध हथियार बनाने की बहुत बड़ी मंडी है। मुंगेर में बने हथियार पूरे देश में सप्लाई किए जाते हैं। अब वहां से कारीगर देश के दूसरे हिस्सों में भी जाकर अवैध हथियार बना रहे हैं। इसी कारण पश्चिम उत्तर प्रदेश के मेरठ, मुजफ्फरनगर, बागपत, गाजियाबाद, शामली, सहारनपुर, बिजनौर, मुरादाबाद, रामपुर, संभल आदि जिले अवैध हथियारों की मंडी बन गए हैं। पुलिस इन पर शिकंजा कसने में नाकाम है।

Updated : 9 Oct 2018 12:52 PM GMT
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Swadesh Digital

स्वदेश वेब डेस्क www.swadeshnews.in


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