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पुलिस स्मृति दिवस : जननी और जन्मभूमि का कोई विकल्प नहीं हो सकता

सिपाहियों को मोटरसाइकिल भत्ता जल्द मिलेगा - योगी

पुलिस स्मृति दिवस : जननी और जन्मभूमि का कोई विकल्प नहीं हो सकता
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लखनऊ/स्वदेश वेब डेस्क। पुलिस स्मृति दिवस पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कई अहम घोषणाएं करते हुये सिपाहियों को मोटरसाइकिल भत्ता दिये जाने का ऐलान किया है। कहा कि जल्द ही साईकिल भत्ते की जगह मोटरसाइकिल भत्ते पर शासनादेश आएगा।

वे रविवार को पुलिस स्मृति दिवस पर रिजर्व पुलिस लाइन लखनऊ में शहीद पुलिसकर्मियों को श्रद्धांजलि दी। इस मौके पर योगी आदित्यनाथ सरकार के आधा दर्जन से अधिक मंत्री मौजूद रहे। पुलिस महानिदेशक भी रहे। एसएसपी लखनऊ कलानिधि नैथानी में पुलिस स्मृति परेड का नेतृत्व किया।

उक्त बातें सीएम योगी ने रिजर्व पुलिस लाइन्स में पुलिस स्मृति दिवस पर कर्तव्य निर्वहन के दौरान प्राण गंवाने वाले पुलिसकर्मियों की स्मृति में पुलिस स्मृति दिवस परेड के बाद जवानों को सम्बोधित करते हुये कही।

सीएम ने कहा कि प्रदेश का अपराधमुक्त बनाने के लिए आदेश दिया गया। अपराधमुक्त बनाने के लिए पुलिस ने अच्छा काम किया है। कहा कि पुलिसकर्मी पूरी ईमानदारी से अपने कर्तव्यों का निर्वहन ​करें। सोशल मीडिया पर प्रभावी निगरानी रखते हुये त्वरित निस्तारण करने की जरुरत है। पुलिस अधिकारियों को फुट पेट्रोलिंग के निर्देश दिए गए हैं। कहा कि प्रभु राम जब लक्ष्मण से लंका विजय के बाद एक ही बात कहते हैं कि जननी और जन्मभूमि का कोई विकल्प नहीं हो सकता है।

इस दौरान सीएम योगी ने ऐलान किया कि शहीदों के गांवों के संपर्क मार्ग का नाम शहीद के नाम पर होगा। अंकित तोमर की गांव की संपर्क सड़क अंकित के नाम पर होगी। विकलांग पुलिसकर्मियों को अनुग्रह राशि का शासनादेश जल्द होगा। मेडिकल की काल बाधित छुट्टियों पर 1 लाख रुपये तक की स्वीकृति डीजीपी दे सकेंगें।

इस मौके पर मुख्यमंत्री ने कहा कि आवास समस्या के लिए सरकार थानों, पुलिस लाइन में बैरकों के लिए धन मुहैया करवा रही है। 7 जनपदों में पुलिस लाइन नहीं है, इन जनपदों में पुलिस लाइन का निर्माण जल्द होगा। उन्होंने कहा कि पुलिस की समस्याओं के लिए 3 अधिकारियों की कमेटी बना रही है। कमेटी की रिपोर्ट पर कार्रवाई की जाएगी।

इस मौके पर योगी आदित्यनाथ ने कहा कि वह देश के सभी शहीद पुलिसकर्मियों समेत यूपी के 67 पुलिसकर्मियों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं। उन्होंने कहा कि शहीद पुलिसकर्मियों के परिवार को सरकार के सहयोग के लिए आश्वस्त करता हूंं। इस दौरान वे यूपी में शहीद पुलिसकर्मियों के परिवार को सम्मानित किया।

मुख्यमंत्री ने कहा कि हम पुलिस भर्ती की प्रक्रिया को आगे बढ़ा रहे हैं। 29,303 सिपाही ट्रेनिंग कर रहे हैं। 42 हज़ार सिपाहियों की भर्ती प्रक्रिया चल रही है, 51 हज़ार भर्ती की घोषणा हो गई है। 2019 में हम पुलिस की कमी दूर कर लेंगे। इससे पुलिसकर्मियों के अवकाश की समस्या दूर होगी। सीएम ने कहा कि फोर्स बढ़ने से पुलिस अपने परिवार के लिए समय निकाल सकेगी। सरकार पुलिस में प्रमोशन पर विशेष ध्यान दे रही है। 9892 पुलिसकर्मियों को प्रमोशन मिला, 5793 पुलिस सिपाहियों की ट्रेनिंग की व्यवस्था है। ट्रेनिंग की सुविधा बढ़ाई जा रही है। ट्रेनिंग के लिए जालौन, सुल्तानपुर ट्रेनिंग सेंटर जल्द शुरू होंगे।

मुख्यमंत्री ने कहा कि आतंकी घटनाओं, कानून व्यवस्था, राहत कार्य में घायल कोमा में गए पुलिसकर्मियों को असाधारण पेंशन नियमावली में संशोधन के निर्देश दिए गए हैं। शहीदों के परिजनों को 20 से बढ़ाकर 40 लाख किया गया। शहीद के माता-पिता को 10 लाख की सहायता राशि दी जायेगी। प्रदेश के बाहर शहीद हुए पुलिसकर्मियों को 25 लाख की आर्थिक सहायता 27 परिवारों को इस वर्ष 24 घंटे में राशि दी गई। सीएम ने कहा कि 1362 मृतक आश्रितों को नौकरी दी गई।

उल्लेखनीय है कि 21 अक्टूबर 1959 को चीन की लद्दाख़ सीमा पर शहीद सीआरपीएफ जवानों की याद में पुलिस स्मृति दिवस मनाया जाता है। जानकारी के अनुसार 1 सितंबर 2017 से 30 अगस्त 2018 के बीच पूरे देश मे 414 पुलिसकर्मी शहीद हुए। इनमें सबसे ज्यादा 67 पुलिसकर्मी उत्तरप्रदेश के थे।

इस मौके पर कार्यक्रम में मुख्यमंत्री योगी और राज्यपाल राम नाईक उपस्थित रहे। इस मौके पर पुलिस महानिदेशक ओ.पी.​ सिंह भी उपस्थित रहे। सीएम योगी ने शोक परेड के बाद शहीदों को पुष्पांजलि अर्पित की। इस दौरान शोक धुन के साथ 2 मिनट का मौन रखा गया।

Updated : 21 Oct 2018 12:24 PM GMT
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Swadesh Digital

स्वदेश वेब डेस्क www.swadeshnews.in


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