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ओडीओपी से मिली रही अयोध्या के गुड़ को राष्ट्रीय पहचान

अयोध्याधाम जैगरी करेगा विदेशों तक गुड़ की मार्केटिंग

ओडीओपी से मिली रही अयोध्या के गुड़ को राष्ट्रीय पहचान
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अयोध्या में 300 क्रेशर गुड़ उत्पादन में लगे-अमरेश पांडेय

अयोध्याधाम। गुड़ उत्पादन में मुजफ्फरनगर व लखीमपुर की राह पर अयोध्या भी चल पड़ा है। वन डिस्ट्रिक्ट-वन प्रोडक्ट (ओडीओपी) में यह राह देखने को मिल रही है। गत वर्ष के मुकाबले उत्पादन में लगभग 30 फीसद उछाल आने की संभावना है। पिछले पेराई सत्र में एक लाख क्विटल गुड़ का उत्पादन जिले के खाते में दर्ज है।

अयोध्या मंडल के उपायुक्त उद्दोग अमरेश कुमार पांडेय बताते है कि वर्ष 2018 में लागू इस योजना के तहत अयोध्या को गुड़ उत्पादन के लिए चयनित किया गया है। इस योजना के तहत चार कंपोनेंट आते है। जिसमे वित्तीय सहायता में 100 प्रतिशत लक्ष्य अब तक पूरा किया जाता रहा है अभी वर्तमान वित्तीय वर्ष में हमने 70 प्रतिशत लक्ष्य हासिल कर लिया है। इसी तरह ट्रेनिंग व टूल किट्स में 100 प्रतिशत लक्ष्य की पूर्ति हो चुकी है। जबकि सीएफसी के तहत 10 करोड़ रुपये की लागत वाली एक यूनिट अयोध्याधाम जैगरी को स्वीकृति प्रदान की गई है जो जल्द ही चालू हो जाएगी। इस यूनिट में किसान अपने प्रोसेसिंग शुल्क देकर अपना उत्पाद तैयार करेंगे। इसी प्रकार अयोध्या के बने गुड़ को देश के सभी प्रांतों तक पहचाने के लिए सभी राष्ट्रीय प्रांतीय मेलो में उद्यमियो को भेजने में सरकार पूरी मदद कर रही है।

गौरतलब हो कि जिले का मयाबाजार व पूराबाजार ब्लॉक गुड़ उत्पाद के हब की शक्ल ले चुका है। गुड़ के व्यवसायी अविनाश चन्द्र दुबे बताते है कि सर्वाधिक क्रेशर यूनिट इन्ही दोनों ब्लॉक में हैं। यहां सभी क्रेशरों के संचालित होने पर लगभग 10 हजार लोगों को यह रोजगार देने वाला सेक्टर बन चुका है। उपायुक्त उद्योग अमरेश कुमार पांडेय ने कहा कि लगभग 300 क्रेशर गुड़ उत्पादन में लगे हैं। दो सौ पहले से व लगभग सौ ओडीओपी के तहत वित्त पोषित हैं। बैंक से क्रेशर यूनिटों को लगभग एक अरब रुपये की वित्तीय सहायता ऋण के रूप में उपलब्ध करायी गयी है।

बता दे कि उप्र दिवस में ओडीओपी के तहत उत्पादित गुड़ की खुशबू का ही कमाल है कि प्रतिष्ठित अंतरराष्ट्रीय ऑनलाइन कंपनी अमेजन से गुड़ खरीदे जाने का करार पाइप लाइन में है। ओडोपी योजना से वह दिन दूर नहीं होगा, जब जिला गुड़ उत्पादन में मुजफ्फरनगर व लखीमपुर के बराबर खड़ा होगा। यह दोनों जिले भी ओडीओपी में गुड़ उत्पाद के लिए चयनित हैं। आचार्य नरेंद्रदेव कृषि विवि कुमारगंज में आयोजित कृषि मेला में ओडीओपी के तहत मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ उद्यमियों को बैंकों से स्वीकृत ऋण का डेमो चेक सौंप चुके हैं। गुड़ बिक्री के लिए बाजार व मंडी की जरूरत नहीं है। क्रेशर से ही बिक्री हो जाती है। वैसे बिहार व पश्चिम बंगाल तक के व्यवसायी गुड़ खरीदने के लिए आते हैं। जिले में दो चीनी मिलें हैं। बीते पेराई सत्र में करीब दो करोड़ क्विटल गन्ना खरीद इन मिलों ने की थी। जिले में लगभग 47 हजार हेक्टेयर गन्ना रकबा है। औसत उत्पादन 765 क्विटल प्रति हेक्टेयर है। इस वर्ष लगभग ढाई करोड़ क्विटल गन्ना उत्पादन का अनुमान है।

Updated : 21 Dec 2022 1:32 PM GMT
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