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बांग्लादेश को 3 विकेट से हराकर, भारत ने सातवीं बार जीता एशिया कप का खिताब

बांग्लादेश को 3 विकेट से हराकर, भारत ने सातवीं बार जीता एशिया कप का खिताब
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दुबई/स्वदेश वेब डेस्क। भारत ने सातवीं बार एशिया कप का खिताब जीत लिया है। बेहद ही रोमांचक खिताबी मुकाबले में भारत ने बांग्लादेश को तीन विकेट से हराकर खिताब अपने नाम किया। भारत को जीत के लिए 223 रनों का लक्ष्य मिला था जिसे भारत ने 3 विकेट शेष रहते हासिल कर लिया।

223 रन के लक्ष्य का पीछा करने उतरी भारतीय टीम ने 46 के स्कोर पर 2 विकेट गंवाने के बाद कप्तान रोहित शर्मा (48) ने दिनेश कार्तिक के साथ मिलकर पारी को आगे बढ़ाया। लेकिन 83 के कुल स्कोर पर वह पुल करने के प्रयास में फाइन लेग पर खड़े नजमुल इस्लाम को आसान-सा कैच थमा गए। रोहित के आउट होने के बाद धोनी जब क्रीज पर आए, तो परिस्थितियां आसान नहीं थी।

तीन विकेट गंवा चुकी टीम इंडिया अभी जीत से 140 रन दूर थी। धोनी ने धैर्य के साथ खेलते हुए चौथे विकेट के लिए दिनेश कार्तिक के साथ पहले 54 रन की साझेदारी की। यहां कार्तिक (37) महमदुल्लाह की बॉल पर गलती कर गए और अंपायर ने उन्हें विकेट के सामने पाया, जिसके चलते उन्हें वापस लौटना पड़ा। इसके बाद आगे का रास्ता उन्होंने केदार जाधव के साथ मिलकर तय किया। इस बीच 36 के निजी स्कोर पर धोनी मुस्तफिजुर की बॉल पर विकेटकीपर रहीम को आसान-सा कैच थमा गए। धोनी के आउट होने से पहले केदार जाधव की मांसपेशियों में खिंचाव आ गया था। इसके कारण खेल कुछ देर के लिए रुका| शायद धोनी खेल रुकने के कारण अपनी एकाग्रता खो चुके थे। अच्छी बल्लेबाजी कर रहे रवींद्र जडेजा अहम मौके पर 23 रन बनाकर आउट हो गए। रुबेल हुसैन की गेंद पर रहीम ने उनका कैच पकड़ा। जडेजा ने काफी सूझबूझ भरी पारी खेली और सातवें विकेट के लिए भुवी के साथ 45 रन की अहम साझेदारी की। भुवी ने 21 रन की पारी खेली और विकेट के पीछे रहीम के हाथों कैच आउट हुए। इसके बाद कम स्कोर वाला यह मैच पल-पल कांटा बदलता रहा| अंत में रोमांचक हो चुके इस मैच में केदार जाधर और कुलदीप यादव की जोड़ी ने भारत को जीत दिला दी।

इससे पहले भारत ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी का फैसला किया। बांग्लादेश की पहली पारी 222 रनों पर सिमट गई। बांग्लादेश की तरफ से सलामी बल्लेबाज लिटन दास ने भारत के खिलाफ अपने एकदिनी करियर का पहला शतक लगाया। लिटन ने शानदार 121 रनों की शतकीय पारी खेली।

बांग्लादेश ने फाइनल में अपने स्पिन गेंदबाज़ मेहदी हसन को बतौर सलामी बल्लेबाज भेज दिया। भारत को पहली सफलता का इंतजार 20 ओवर तक करना पड़ा, केदार जाधव ने मेहदी हसन को अंबाति रायुडू के हाथों कैच आउट करवा बांग्लादेश को पहला झटका दिया। भारत को दूसरी सफलता इमरूल कायस के तौर पर मिली। स्पिनर युजवेंद्र चहल ने उन्हें 2 रन पर पगबाधा आउट कर दिया। कायस ने रिव्यू का भी इस्तेमाल किया लेकिन फैसला भारत के हक में ही रहा।

बेहतरीन फॉर्म में चल रहे बांग्लादेश के मध्यक्रम के बल्लेबाज मुश्फिकुर रहीम का बल्ला फाइनल में नहीं चल पाया। वो सिर्फ 5 रन बनाकर केदार जाधव की गेंद पर कैच आउट हो गए। उनका कैच जसप्रीत बुमराह ने लपका। इसके बाद रवींद्र जडेजा की जबरदस्त फील्डिंग की वजह से मोहम्मद मिथुन रन आउट हो गए।

कुलदीप यादव ने बांग्लादेश को 5वां झटका दिया, कुलदीप ने शानदार फॉर्म में चल रहे महमदुल्लाह को बुमराह के हाथों कैच आउट करवाया। भारत के खिलाफ शानदार शतकीय पारी खेलने वाले लिटन दास कुलदीप यादव की गेंद पर धोनी के हाथों स्टंप आउट हुए। लिटन दास ने 117 गेंदों पर 121 रन बनाए। कप्तान मशरफे मुर्तजा को धोनी ने 7 रन पर कुलदीप यादव की गेंद पर स्टंप आउट कर दिया। नजमुल इस्लाम 7 रन बनाकर रन आउट हो गए। सौम्या सरकार ने अपनी टीम के लिए उपयोगी 33 रन की पारी खेली लेकिन वो रन आउट हो गए।

Updated : 29 Sep 2018 12:24 PM GMT
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Swadesh Digital

स्वदेश वेब डेस्क www.swadeshnews.in


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