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बड़ा खुलासा : रिपब्लिक भारत ने नहीं इण्डिया टुडे ने जुटाई फेक टीआरपी

बड़ा खुलासा : रिपब्लिक भारत ने नहीं इण्डिया टुडे ने जुटाई फेक टीआरपी
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नईदिल्ली। मुंबई पुलिस ने जिस एफआईआर के आधार पर रिपब्लिक इंडिया और अर्नब गोस्वामी पर टीआरपी चोरी का आरोप लगाया था। उसका खुलासा हो गया है।बार्क द्वारा की गई शिकायत में रिपब्लिक भारत का नहीं बल्कि इण्डिया टुडे का नाम लिया गया है। पुलिस में दर्ज एफआईआर में भी रिपब्लिक भारत की जगह इण्डिया टुडे और अन्य चैनलों के नाम शामिल है।

मुंबई पुलिस कमिश्नर परम बीर सिंह ने जिस एफआईआर के आधार पर रिपब्लिक टीवी को फंसाने की कोशिश की थी। उस एफआईआर में रिपब्लिक भारत की जगह इण्डिया टुडे का नाम दर्ज है।इस खुलासे के बाद रिपब्लिक भारत के एडिटर-इन-चीफ अर्नब गोस्वामी ने पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह के इस्तीफे की मांग की है। उन्होंने कहा मुंबई पुलिस कमिश्नर अब पूरी तरह से एक्सपोज हो गए हैं। परम बीर सिंह ने नाटकीय ढंग से 16 घंटे बाद ही इंडिया टुडे के खिलाफ जांच बंद कर दी और रिपब्लिक टीवी के खिलाफ प्रेस कॉन्फ़्रेंस की। अब सच्चाई सामने आने के बाद न्हें इस्तीफ़ा दे देना चाहिए। अर्नब ने कहा की परमबीर सिंह के खिलाफ रिपब्लिक कड़ी कानूनी कार्रवाई करेगा । हम तथ्यों के साथ हर स्तर पर अपनी लड़ाई लड़ेंगे।

रिपबलिक इण्डिया के अनुसार बार्क के बार-ओ-मीटर को स्थापित करने और उसके संचालन की जिम्मेदार संभालने वाले हंसा रिसर्च ग्रुप प्राइवेट लिमिटेड के डिप्टी जनरल मैनेजर नितिन देवकर द्वारा कराइ गई एफआईआर से कई बड़े खुलासे हुए हैं।इस मामले में मुंबई पुलिस द्वारा गिरफ्तार किये गए हंसा रिसर्च ग्रुप प्राइवेट लिमिटेड के रिलेशनशिप मैनेजर विशाल भंडारी ने बताया की इंडिया टुडे और अन्य चैनलों ने उन्हें घरों में पैनल लगाने के लिए पैसे की पेशकश की थी।

Updated : 12 Oct 2021 11:23 AM GMT
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स्वदेश डेस्क

वेब डेस्क


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