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मुरैना में कांग्रेस को बड़ा झटका, पूर्व विधायक राकेश मावई भाजपा में शामिल

राकेश मावई को ज्योतिरादित्य सिंधिया ने दिलाई सदस्यता

मुरैना में कांग्रेस को बड़ा झटका, पूर्व विधायक राकेश मावई भाजपा में शामिल
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मुरैना। लोकसभा चुनाव की तैयारियों में जुटी कांग्रेस को मध्य प्रदेश के मुरैना जिले में बड़ा झटका लगा है। जिले के कद्दावर नेता और पूर्व विधायक राकेश मावई शुक्रवार को कांग्रेस छोड़ भाजपा में शामिल हो गए। उन्होंने दिल्ली में केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने केन्द्रीय मंत्री सिंधिया के समक्ष भाजपा की सदस्यता ली।

दरअसल, मप्र में हाल ही में संपन्न हुए विधानसभा चुनाव में मुरैना जिले से राकेश मावई इकलौते ऐसे विधायक थे, जिनका टिकट कांग्रेस ने काटा था, इसी बात से वे कांग्रेस से नाराज चल रहे थे। वे जिलाध्यक्ष और विधायक रह चुके हैं। तीन दशक तक कांग्रेस में रहे राकेश मावई ने बताया कि किसी भी सर्वे में उन्हें कमजोर नहीं बताया गया, जिले के सिटिंग विधायकों में से केवल उनका टिकट काटा गया, उसका कारण पूछा तो किसी नेता ने जवाब नहीं दिया और भरोसा दिलाया कि आपको लोकसभा का प्रत्याशी बनाएंगे, इसलिए टिकट बदला गया है। उन्होंने कहा कि अब लोकसभा चुनाव के लिए रायशुमारी होने लगी है, लोकसभा के प्रभारी का दौरा भी शुरू हो गया और पार्टी के शीर्ष नेता लोकसभा का टिकट देने से मुकरने लगे हैं। ऐसी बातों से पार्टी में काम करने का क्या औचित्य।

कांग्रेस की रामविरोधी विचारधारा

मावई ने कहा कि वर्तमान में पूरा देश राममय हो रहा है। 22 जनवरी को अयोध्या में बने भव्य राममंदिर में प्राणप्रतिष्ठा हो रही है। देश का हर नागरिक इस आयोजन में शामिल होना चाहता है, लेकिन कांग्रेस नेता इस आयोजन से दूरी बनाए हुए हैं, न्यौता मिलने पर भी जाने को तैयार नहीं। कांग्रेस की रामविरोधी इस विचारधारा ने भी आत्मा तक को दुखी कर दिया। इसके बाद ही निर्णय ले लिया कि अब कांग्रेस में नहीं रहूंगा। सिंधिया मेरे नेता हैं और उन्हीं के सानिध्य में मैं भाजपा में काम करूंगा।

राकेश मावई सिंधिया के कट्टर समर्थक

गौरतलब है कि राकेश मावई सिंधिया के कट्टर समर्थक रहे हैं। सिंधिया ने ही उन्हें कांग्रेस जिला अध्यक्ष बनाया था और साल 2020 में जब सिंधिया ने कांग्रेस छोड़कर कमल नाथ सरकार को गिराया था, तब मुरैना जिले के चार विधायक रघुराज कंषाना, कमलेश जाटव, गिर्राज डण्डोतिया, एदल सिंह कंषाना के साथ तात्कालीन जिला अध्यक्ष राकेश मावई ने भी कांग्रेस छोड़ने का ऐलान कर दिया था और समर्थकों के साथ भोपाल में भाजपा की सदस्यता लेने शामिल हो गए, लेकिन बीच रास्ते में मोहना में पूर्व मंत्री रामनिवास रावत की समझाइश पर राकेश मावई मोहना से वापिस लौटकर मुरैना आ गए और फिर 2020 में कांग्रेस के टिकट पर मुरैना विधानसभा से विधायक का चुनाव भी जीते।

Updated : 19 Jan 2024 2:36 PM GMT
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स्वदेश डेस्क

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