Home > राज्य > मध्यप्रदेश > ग्वालियर > 30 लाख वाला सोना बेचा था 70 लाख रुपए किलो में

30 लाख वाला सोना बेचा था 70 लाख रुपए किलो में

नोटबंदी के दौरान सराफा कारोबारियों द्वारा करोड़ों रुपए कमाने का मामला, धनतेरस के आसपास हो सकती है बड़ी कार्रवाई आयकर विभाग ने जारी किए नोटिस

30 लाख वाला सोना बेचा था 70 लाख रुपए किलो में
X

ग्वालियर/स्वदेश वेब डेस्क। आयकर विभाग ने सराफा कारोबारियों पर एक बार फिर से शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। प्राप्त जानकारी के अनुसार शहर के यह वही सराफा कारोबारी हैं, जिन्होंने 30 लाख रुपए किलो वाले सोने को 70 लाख रुपए किलो तक में बेचकर ब्यूरोक्रेट्स के पैसे को ठिकाने लगाकर उनसे करोड़ों रुपया कमाया था। आयकर विभाग ऐसे दो से तीन हजार सराफा कारोबारियों सहित अन्य व्यापारियों को भी नोटिस जारी कर चुका है। इसमें कुछ लश्कर सराफा बाजार के बड़े शोरूम संचालक भी शामिल हैं। विश्वनीय सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार आयकर विभाग धनतेरस के आसपास एक बार फिर से बड़ी कार्रवाई करने का मन बनाकर बैठा हुआ है। उल्लेखनीय है कि नोटबंदी मामले को लेकर आयकर विभाग मुरैना के सूरजभान ऑयल मिल के संचालक गोविंद बंसल और उनके परिजन संजय बंसल, विष्णु मंगल एवं सूरज बंसल पर एक बड़ी कार्रवाई कर चुका है। इस दौरान उक्त फर्म द्वारा नोटबंदी के दौरान 400 करोड़ रुपए के फर्जी लेनदेन की जानकारी हाथ लगी थी। नोटबंदी के दौरान आयकर विभाग की यह प्रमुख कार्रवाइयों में शामिल है।

सराफा कारोबारियों पर होगी कार्रवाई

आयकर विभाग ने अब लश्कर क्षेत्र के सराफा कारोबारियों पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया है और ऐसे सराफा कारोबारियों को नोटिस जारी किए हैं, जिन्होंने नोटबंदी के दौरान लिमिट से अधिक पैसे को बैंकों में जमा किया था। आयकर विभाग के अधिकारियों का कहना है कि यह पैसा दस-बीस लाख नहीं करोड़ों रुपए में, जो अलग-अलग बैंक के अलग-अलग खातों में जमा हुआ है।

इनके एम्पायर और घर देखने लायक हैं

शहर में कई व्यापारी व्यापार करते हैं और बहुत मुश्किल से कमाई करपाते हैं, लेकिन यह सराफा कारोबारी सोना-चांदी के व्यापार में अवैध रूप से कमाई करके अपने बड़े-बड़े एम्पायर खड़े कर रहे हैं। सूत्रों का कहना है कि इनके एम्पायर और घर देखने लायक हैं। इनके एम्पायर और घरों में करोड़ों रुपया तो सजावटी सामान में ही लगा हुआ है।

कारोबारियों ने की जमकर कमाई

नोटबंदी के दौरान बड़े सराफा कारोबारियों ने पहले तो अपने शोरूमों से सोने को एकदम गायब कर दिया था। इसके बाद इन्होंने ऐसे ब्यूरोक्रेट्स और व्यापारी तलाशे, जिनके पास बड़ी तादाद में काली कमाई का पैसा था और जिसे बैंक में जमा नहीं किया जा सकता था। इन सराफा कारोबारियों ने मौके का फायदा उठाकर 30 लाख रुपए किलो वाले सोने को 70 लाख रुपए किलो में बेचकर जमकर कमाई की थी। इस दौरान इन सराफा कारोबारियों ने अवैध सोने को मंगाकर उसे भी बेचा और आरटीजीएस के माध्यम से बैंको में पैसा जमा किया।

Updated : 23 Oct 2018 11:11 AM GMT
Tags:    
author-thhumb

Swadesh Digital

स्वदेश वेब डेस्क www.swadeshnews.in


Next Story
Top