फिंगर प्रिंट क्लोन बनाने वाला पकड़ा
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♦ राहुल के पास फिंगर प्रिंट बनवाने जाते थे आरोपी ♦ क्लोन बनाने वाले से अपराध शाखा कर रही पूछताछ
ग्वालियर, न.सं.
आरक्षक जीडी भर्ती परीक्षा में फर्जी परीक्षार्थी बैठाकर फर्जीवाड़ा करने के लिए छात्रों के फर्जी फिंगर प्रिंट का क्लोन बनाने वाले मास्टर माइंड के मददगार को अपराध शाखा ने गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस पकड़े गए आरोपी से फर्जीवाड़े के संबंध में पूछताछ कर रही है।
अभी हाल ही में बिजौली में स्थित बीवीएम महाविद्यालय में आरक्षक जीडी भर्ती परीक्षा में परीक्षा पर्यवेक्षक रवि कुमार ने दूसरे छात्र के स्थान पर परीक्षा देते हुए हरिओम तोमर निवासी बरबाई जिला मुरैना को पकड़ा था। हरिओम ने पूछताछ में बड़े खुलासे किए। अपराध शाखा ने उसी कड़ी में नंदापुरा फतेहाबाद आगरा से वीपी उर्फ वीरेन्द्र प्रतापसिंह पुत्र दीवानसिंह 24 वर्ष को गिरफ्तार किया है। अपराध शाखा के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक पंकज पांडे ने बताया कि वीरेन्द्र प्रताप और अमन सिकरवार फिंगर प्रिंट क्लोन बनाने के गोरखधंधे में मददगार थे। अमन के साथ मिलकर वीरेन्द्र प्रताप आगरा में राहुल गोयल के पास जाते थे। राहुल उन छात्रों के फर्जी फिंगर प्रिंट का क्लोन तैयार करता था, जो परीक्षा में बैठते थे। पकड़े गए आरोपी ने कालीचरण और अमन से फर्जीवाड़े के बदले में बीस-बीस हजार रुपए लिए थे, जबकि परीक्षा पास कराने का ठेका पांच लाख रुपए में लिया जाता था। अपराध शाखा वीरेन्द्र प्रताप से फर्जीवाड़े के संबंध में पूछताछ कर रही है।
अभी तक पकड़े गए आरोपी
हरिओम तोमर निवासी बरबाई मुरैना, अमन सिकरवार निवासी बागचीनी मुरैना, कालीचरण शर्मा निवासी मुरार, राहुल गोयल निवासी फिरोजाबाद, कोमल कौरव निवासी ग्राम टेंटोन भिण्ड, करीम खान निवासी पनिहार और वीरेन्द्र प्रताप है। अभी फर्जी परीक्षार्थियों की तलाश जारी है।
उप्र के गिरोह, मप्र में लेते हैं ठेका
उत्तरप्रदेश और राजस्थान में फर्जीवाड़ा करने वाला यह गिरोह मध्यप्रदेश में सक्रिय है। नकली मार्कशीट बनाने वाला गिरोह हो या नकली स्टाम्प बनाने वाले गिरोह के तार उत्तरप्रदेश से जुड़े हुए हैं। नौकरियों के लिए होने वाली परीक्षा में भी अब ठेका लेकर फर्जी छात्रों को बैठाने का गोरखधंधा चल पड़ा है, जिसके सगरना उत्तरप्रदेश फिरोजाबाद के हैं।
Naveen Savita
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