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कुलपति ने मांगा कश्मीरी छात्रों का रिकार्ड

सबजार ने डॉ. कौल के मार्गदर्शन में की थी एमफिल, छात्र के आतंकी बनने के खुलासे के बाद जागा जीवाजी विवि

कुलपति ने मांगा कश्मीरी छात्रों का रिकार्ड
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ग्वालियर। जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर में मुठभेड़ में मारे गए हिजबुल मुजाहिद्दीन के आतंकी सबजार अहमद सोफी ने जीवाजी विश्वविद्यालय के वनस्पति विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. के.के. कौल के मार्गदर्शन में एमफिल किया था। वह उनसे पीएचडी भी करना चाहता था, लेकिन तब तक डॉ. कौल सेवानिवृत्त हो गए, इसलिए उन्होंने पीएचडी कराने से मना कर दिया। वहीं कुलपति ने पीएचडी एवं एमफिल कर रहे कश्मीरी छात्रों का रिकार्ड मांगा है। सभी विभागों को शनिवार को यह जानकारी कुलपति को उपलब्ध कराना होगी।

दरअसल श्रीनगर के सुतु कोठार बाग में बुधवार को मारे गए हिजबुल मुजाहिद्दीन के आतंकी सज्जार अहमद सोफी ने जीवाजी विवि से वनस्पति विषय में एमफिल की थी। शोधार्थी से आतंकी बने सबजार अहमद सोफी ने जून 2011 में जीवाजी विश्वविद्यालय ग्वालियर में वनस्पति में एमफिल में प्रवेश लिया। एक विषय प्रोजेक्ट का रहता है। उसने सेवानिवृत्त हो चुके डॉ. के.के. कौल के मार्गदर्शन में अनुसंधान किया। वह एक साल तक अनुसंधान करता रहा। उसके बाद सबजार ने डॉ. कौल के मार्गदर्शन में पीएचडी करने की इच्छा जाहिर की, लेकिन उन्होंने सेवानिवृत्ति के चलते पीएचडी कराने से मना कर दिया। डॉ. कौल के अनुसार सबजार बहुत ही होशियार छात्र था। जब तक वह एमफिल करता रहा, तभी तक मुझसे संबंध रहा। उसके बाद उससे मेरा कोई वास्ता नहीं रहा। सबजार के मामले का खुलासा होने के बाद जीवाजी विवि प्रशासन की नींद भी खुल गई है। शुक्रवार को कुलपति प्रो. संगीता शुक्ला ने सभी विभागों से कश्मीरी छात्रों के संबंध में जानकारी तलब की है, जिसमें मौजूदा समय में कितने छात्र पीएचडी एवं एमफिल कर रहे हैं? यह जानकारी मांगी है, साथ ही उन छात्रों का रिकार्ड भी तलब किया है, जिनके नाम कहीं न कहीं संदिग्धों में आ चुके हैं। विवि से पीएचडी एवं एमफिल कर रहे कुछ कश्मीरी छात्रों के नाम जिस तरीके से संदिग्ध गतिविधियों में लिप्त होने में सामने आए हैं, उससे विवि की छवि भी कहीं न कहीं धूमिल हो रही है, इसलिए विवि प्रशासन अब इसे गंभीरता से ले रहा है।

इंटेलीजेंस फिर से खंगाल सकती है रिकार्ड

जीवाजी विवि के छात्र के आतंकी बनने के मामले में एक बार पुन: स्पेशल ब्रांच व आईबी इस छात्र का रिकार्ड खंगाल सकती है। बताया जा रहा है कि स्पेशल ब्रांच की टीम विवि में आकर संबंधित लोगों से पूछताछ भी कर सकती है। इससे पहले भी स्पेशल ब्रांच ने सबजार के संबंध में रिकार्ड तलब किया था। वहीं विवि प्रशासन इस मामले में फूंक-फूंककर कदम उठा रहा है। संबंधित छात्र का रिकार्ड सुरक्षित रखने के निर्देश प्रशासन ने संबंधित विभाग को दिए हैं, साथ ही उसके संबंध में जानकारी भी जुटाई जा रही है कि वह किन-किन लोगों के संपर्क में रहता था?

Updated : 27 Oct 2018 11:53 AM GMT
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Swadesh Digital

स्वदेश वेब डेस्क www.swadeshnews.in


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