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जयपुर आर्ट समिट : 15 देशों के 120 कलाकार अपनी कला का करेंगे जीवंत प्रदर्शन

ग्वालियर में ये पहला मौका है जब इस समिट का आयोजन यहां होने जा रहा है

जयपुर आर्ट समिट : 15 देशों के 120 कलाकार अपनी कला का करेंगे जीवंत प्रदर्शन
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ग्वालियर। जयपुर आर्ट समिट का आयोजन पहली बार ग्वालियर में होने जा रहा है। 16 से 20 दिसंबर तक चलने वाला ये कार्यक्रम जीवाजी विश्वविद्यालय के गालव सभागार में आयोजित होगा। इस आर्ट समिट में 15 देशों के 120 कलाकार भाग लेंगे। जोकि अपने देशों की कला-संस्कृति, विरासत विरासत से सम्बंधित विभिन्न पक्षों के द्वारा प्रस्तुति एवं कई तरह की कलाओं का प्रदर्शन करेंगे। ये जानकारी कार्यक्रम की निदेशिका डॉ.अमिता खरे ने दी।

प्रश्न : जयपुर आर्ट समिट की शुरुआत कैसे हुई ?

जवाब : जयपुर आर्ट समिट की शुरुआत गुलाबी शहर जयपुर में साल 2013 में हुई थी। साल 2017 तक इस समिट का आयोजन जयपुर में ही होता रहा। इसके बाद से हर साल देश के विभिन्न हिस्सों में इसका आयोजन हो रहा है। ग्वालियर में ये पहला मौका है जब इस समिट का आयोजन यहां होने जा रहा है। इससे पहले ये समिट दो बार साउथ कोरिया, दिल्ली व मुंबई में आयोजित हो चुकी है।

प्रश्न : आर्ट समिट में कितने देशों के कलाकार भाग लेने आ रहे है ?

जवाब : अफगानिस्तान,मोरक्को, सऊदी अरब, कुवैत, लेबनान, ईरान, जॉर्जिया, सिंगापुर, ग्रीस, बांग्लादेश, इजिप्ट, बहरीन, फ्रांस समेत 15 देशों के 120 कलाकार हिस्सा लेंगे, जोकि जीवंत रूप से कला प्रेमियों के सामने अपनी कला का प्रदर्शन करेंगे। पहले इस समिट में 111 कलाकारों के आने वाले थे लेकिन अभी कुछ और कलाकारों ने बताया की उन्हें वीजा मिल गया है और अब वह भी समिट में शामिल होने आ रहे है।

प्रश्न : ग्वालियर में इस समिट के आयोजन का विचार कैसे आया ?

जवाब : मैं लंबे समय से जयपुर आर्ट समिट से जुड़ी हुई हूँ। मैं संस्था के ग्वालियर क्षेत्र की अधिकारी हूँ। जब समिट के आयोजन का मुद्दा सभी के बीच आया तो मैंने इसे ग्वालियर में आयोजित करने की बात रखी। जयपुर आर्ट समिट के फाउंडर शैलेन्द्र भट्ट और जीवाजी विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ अविनाश तिवारी से सहमति मिलने के बाद इसकी तैयारियां शुरू कर दी।

प्रश्न : क्या भविष्य में भी ग्वालियर में इस तरह के आयोजन की योजना है ?

जवाब : जी हाँ , मेरा पूरा प्रयास है की ग्वालियर के कला प्रेमियों के लिए इस तरह का आयोजन हर साल ग्वालियर में एक बार जरूर आयोजित हो। क्योंकि कला प्रेमियों को जहां विभिन्न कलाओं और उनकी विधाओं को देखने- जानने का मौका मिलेगा। वहीँ आर्ट स्टूडेंट्स को इस समिट के माध्यम से बहुत कुछ सिखने को भी मिलेगा। इसलिए मेरी पूरी कोशिश है की तानसेन समारोह की तरह आर्ट समिट को ग्वालियर में हर साल आयोजित किया जाए।

प्रश्न : आर्ट समिट में कला प्रेमियों के लिए क्या खास होगा?

जवाब : इस आयोजन में नक्काशी और मीनाकारी के लिए प्रसिद्ध ईरान की विभिन्न कलाओं के प्रदर्शन किया जाएगा।इसके अलावा कुवैत, सऊदी अरब, इजिप्ट, मोरक्को, बांग्लादेश, बहरीन, लेबनान और अफगानिस्तान के कलाकार भारत के कैलीग्राफ़ी कलाकारों के साथ मिलकर अपनी कला को नये आयाम देंगे। इस समिट में सबसे खास होगी बॉडी पेंटिंग। कलाकार सिर्फ कैनवास, रंग और कागज पर ही नहीं बल्कि अपने स्वयं के शरीर को ही कैनवास बनाकर विभिन्न प्रकार की आकृतियों, हावभाव और मनोभावों को व्यक्त करेंगे। जिसमें सबसे अहम प्रस्तुति बेंगलोर की कलाकार डिंपल शाह की होगी। वह बॉडी पेंटिंग के माध्यम से धरती पर बढ़ रहे प्रदूषण और समस्याओं को व्यक्त करेंगी।

प्रश्न : क्या आर्ट समिट में सिर्फ विदेशी और बाहरी कलाकार ही आएंगे या ग्वालियर के कलाकारों को भी मौका मिलेगा ?

जवाब : जब शहर में कार्यक्रम हो तो ग्वालियर के कलाकार कैसे पीछे रह सकते है। हमने ग्वालियर के सभी छोटे-बड़े कलाकारों को समिट में आने के लिए आमंत्रित किया है। ग्वालियर के कलाकार भी अपने हुनर का प्रदर्शन करते हुए नजर आएंगे।

प्रश्न : क्या आर्ट समिट में प्रवेश के लिए कोई शुल्क लगेगा ?

जवाब : आर्ट समिट में शामिल होने के लिए कोई शुल्क नहीं रखा गया है। सभी कला प्रेमियों सहित देश-विदेश के सभी नागरिकों के लिए प्रवेश निः शुल्क रहेगा।


Updated : 4 Jan 2023 8:15 AM GMT
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Prashant Parihar

पत्रकार प्रशांत सिंह राष्ट्रीय - राज्य की खबरों की छोटी-बड़ी हलचलों पर लगातार निगाह रखने का प्रभार संभालने के साथ ही ट्रेंडिंग विषयों को भी बखूभी कवर करते हैं। राजनीतिक हलचलों पर पैनी निगाह रखने वाले प्रशांत विभिन्न विषयों पर रिपोर्टें भी तैयार करते हैं। वैसे तो बॉलीवुड से जुड़े विषयों पर उनकी विशेष रुचि है लेकिन राजनीतिक और अपराध से जुड़ी खबरों को कवर करना उन्हें पसंद है।  


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