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दो माह बाद भी कक्षा दस के बच्चें को नहीं मिल पाई अंकसूची

आरक्षित वर्ग के बच्चें को जमा करनी पड़ी फीस मामला शासकीय गजराराजा कन्या उमा विद्यालय का

दो माह बाद भी कक्षा दस के बच्चें को नहीं मिल पाई अंकसूची
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ग्वालियर। माध्यमिक शिक्षा मण्डल भोपाल द्वारा कक्षा 10वीं का परीक्षा परिणाम घोषित हुए लगभग दो माह का समय बीत चुका है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार शास गजराराजा कन्या उमाविद्यालय लश्कर ग्वालियर के बच्चों को कक्षा दस की अंकसूची अभी तक नहीं मिल पाई है।

अंक सूची नहीं मिलने के कारण अभिभावक स्कूल के चक्कर लगाकर परेशान हो रहे हैं। वहीं ऑडिट होने पर शा गजराराजा कन्या उमा विद्यालय में कक्षा 10वीं के नौ आरक्षित वर्ग के बच्चों के जाति प्रमाण पत्र में त्रुटि होने के कारण माध्यमिक शिक्षा मण्डल भोपाल व संभागीय कार्यालय ग्वालियर ने इन बच्चों की अंकसूची को रोक दिया। जब इन बच्चों द्वारा बोर्ड परीक्षा की फीस जमा की गई तब कहीं जाकर इन बच्चों को अंकसूची मिल सकी है। अंकसूची देर से मिलने वाले आरक्षित वर्ग के बच्चों की संख्या नौ है। उल्लेखनीय है कि कक्षा 10वीं का परीक्षा परिणाम गत 14 मई को घोषित किया गया था। इसके कुछ दिन बाद पद्मा विद्यालय द्वारा गजराराजा विद्यालय के बच्चों की अंक सूची जारी कर दी गई। परीक्षा परिणाम घोषित हुए दो माह का समय बीत चुका है लेकिन गजराराजा स्कूल के सभी बच्चों को कक्षा 10वीं की अंकसूची नहीं मिल पाई है। इन बच्चों की अंकसूची नहीं मिलने से इनके कई काम भी प्रभावित हो रहे हैं। अभिभावकों का कहना है कि विद्यालय प्रबंधन द्वारा अंकसूची देने के नाम पर टालमटोली की जा रही है। विद्यालय प्रबंधन का कहना है कि उनके द्वारा बच्चों को अंकसूची का वितरण किया जा रहा है। फिलहाल अभिभावक विद्यालय अंकसूची को लेकर भटक रहे हैं।

जाति प्रमाण पत्र में त्रुटि होने पर नौ बच्चें को जमा करनी पड़ी फीस

आरक्षित वर्ग के बच्चों के लिए बोर्ड परीक्षा की फीस जाति प्रमाण पत्र के आधार पर माफ होती है, लेकिन ऑडिट होने पर गजराराजा विद्यालय के नौ बच्चों के जाति प्रमाण पत्र में त्रुटि पाए जाने पर माध्यमिक शिक्षा मण्डल भोपाल व संभागीय कार्यालय द्वारा इन नौ बच्चों की अंकसूची को रोक लिया गया था। इन बच्चों द्वारा जब बोर्ड की फीस 575-575 रुपए जमा की गई उसके बाद ही इन बच्चों को अंकसूची प्रदान की गई। अब प्रश्न यह उठता है कि आने वाले समय में माध्यमिक शिक्षा मण्डल भोपाल व संभागीय कार्यालय ग्वालियर द्वारा जाति प्रमाण पत्र सही बनने के बाद इनकी फीस वापस होगी या नहीं। जाति प्रमाण पत्र में क्या त्रुटि थी और बोर्ड की परीक्षा फीस वापस मिलेगी या नहीं इसका जवाब फिलहाल किसी के पास नहीं है।

इन बच्चें को जमा करनी पड़ी फीस

अंकसूची रोके जाने पर शिवानी अहिरवार पुत्री भागीरथ अहिरवार, मेघा कसेडिया पुत्री दिनेश कसेडिया, आकांक्षा कसेटिया पुत्री हरनाम सिंह कसेटिया, नंदनी डागौर पुत्री धर्मेन्द्र डागौर, शालिनी डागौर पुत्री दयाराम डागौर, ज्योति जाटव पुत्री सोबरन सिंह जाटव, शालू शाक्य पुत्री किशन शाक्य, अंजली जाटव पुत्री मनीराज जाटव एवं सोनू शाक्य पुत्री किशन शाक्य शामिल हैं।

इनका कहना है

'ऑडिट होने के उपरांत जब इन बच्चों के जाति प्रमाण पत्र में त्रुटि पाई तब बोर्ड द्वारा इनकी अंकसूची को रोक दिया गया था। इन बच्चों द्वारा फीस जमा करने के उपरांत इनको इनकी अंकसूची वितरित कर दी गई है। रही बात कक्षा दस की अंकसूची बटने की वह बच्चों को बंट चुकी है। Ó

विभा शर्मा

प्राचार्य, शा गजराराजा कन्या उमा विद्यालय लश्कर ग्वालियर

Updated : 17 July 2018 10:47 AM GMT
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