ग्वालियर में ठंड का कहर , अस्पताल पहुंचने से पहले ही हो रही मौत
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ग्वालियर, न.सं.। जिले में जहां ठंड अपना कहर बरपा रही है। वहीं ह्दय घात व ब्रेन हेमरेज से होने वाली मृत्यु की संख्या बढ़ती जा रही है। इसमें ऐसे कई मरीज शामिल है, जिनकी अस्पताल पहुंचने से पहले ही मृत्यु हो गई। इसमें सबसे ज्यादामरीज ह्दय घात के शामिल रहे। जयारोग्य के ह्दयरोग विभाग की बात करें तो यहां
1 से 10 जनवरी के बीच 28 मरीज ऐसे पहुंचे जिन्हें चिकित्सकों ने उपचार देने से पहले ही मृत घोषित कर दिया और 18 मरीजों की उपचार के दौरान मृत्यु हो गई। इसी तरह न्यूरोलॉजी विभाग की बात करें तो यहां भी 15 मरीज ऐसे पहुंचे, जिनकी मृत्यु पहले ही हो चुकी थी। जिसको लेकर का कहना है कि इस बार ठंड जानलेवा रही, इसलिए सावधानी रखें और ह्दयघात व ब्रेन स्ट्रोक के खतरे से बचें।
जयारोग्य के ह्दयरोग विशेषज्ञ डॉ. गौरव कवि का कहना है कि सर्वाधिक मरीज रात में या सुबह के समय आए। क्योंकि इस समय जिन लोगों ने ठंड का ध्यान नहीं रखा और वह खुले वातावरण में निकल गए, उन्हें ह्दयघात की परेशानी हुई। जिन्हें तत्काल उपचार मिल गया वह तो बच गए, लेकिन जो देरी से अस्पताल पहुंचे उन्हें नहीं बचाया जा सका। असल में ठंड के कारण नसों में सिकुडऩ आ जाती है और खून गाढ़ा होने लगता है। जिससे उसका संचार ठीक से न होने के कारण थक्का जम जाता है। यही थक्का ह्दय की नलिका में जमा हुआ तो ह्दयघात और दिमाग की नस में जमा हुआ तो ब्रेन स्ट्रोक का कारण बनता है।
यह बरतें सावधानी
- सुबह जल्दी बिस्तर से बाहर न निकलें।
- घर के बाहर धूप निकलने के बाद ही निकलें।
- बिस्तर छोडऩे से पहले गर्म कपड़े पहनें।
- छोटे बच्चों को गर्म कपड़े पहनाकर रखें।
- कमरे में ब्लोअर आदि लगा कर रखें।
- ठंडे पानी का सेवन न करें और नहीं हाथ पैर धोने के लिए उपयोग करें।
- जिन्हें रक्तचाप व ह्दयरोग आदि की शिकायत है वह नियमित दवा लें।
- परेशानी होने पर तत्काल उपचार लें।
स्वदेश डेस्क
वेब डेस्क