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कोरोना संक्रमण से यात्रियों को बचाने रेलवे की एक और कोशिश

एसी कोच में खतरा रहेगा कम, थिएटर की तरह काम कर रहा एसी

कोरोना संक्रमण से यात्रियों को बचाने रेलवे की एक और कोशिश
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ग्वालियर, न.सं.। रेलवे के यात्रियों को कोरोना संक्रमण से बचाने के लिए ग्वालियर से गुजरने वाली बारह ट्रेनों के एसी कोचों में ऑपरेशन थिएटरों की तरह ताजा हवा मिलने लगी है। इस नई तकनीक से संक्रमण के फैलने वाले खतरे को कम किया जा सकेगा। कोचों में लगे रूफ माउंटेड एसी पैकेज (आरएमपीयू) के जरिए प्रतिघंटे 16 से 18 बार हवा को बदला जा रहा है। जैसा की ऑपरेशन थिएटर में होता है। इससे बोगियों में ताजी हवा आने के कारण संक्रमण का जोखिम कम रहेगा।

कोरोना संक्रमण से यात्रियों को भी बचाने के लिए रेलवे कोशिशें कर रहा है। अब एसी कोचों में यात्रा करने वाले यात्रियों में संक्रमण का खतरा कम होगा। रेलवे ने ऑपरेशन थिएटर की तर्ज पर यात्रियों को ताजी हवा देना शुुरू कर दिया हैैै। झांसी से गुजरने वाली बैंगलोर राजधानी, गोवा एक्सप्रेस, मंगला एक्सप्रेस, बिलासपुर राजधानी एक्सप्रेस, भोपाल-हबीबगंज एक्सप्रेस, सचखंड एक्सप्रेस, कुशीनगर एक्सप्रेस, पुष्पक एक्सप्रेस ट्रेनों में यह सुविधा शुरू हो चुकी है। रेलवे ने कोच के भीतर का तापमान भी 23 डिग्री से बढ़ाकर 25 डिग्री किया गया है। विशेषज्ञों की सलाह पर यह निर्णय लिया है।

रक्षाबंधन पर नहीं चलेंगी नई स्पेशल ट्रेन

रक्षाबंधन त्यौहार के दौरान ट्रेनों से लोगों का आवागमन सबसे अधिक होता है और यात्रियों को सहूलियत देने के लिए रेलवे विभाग भी सारी व्यवस्थाएं करता है। लेकिन इस बार रक्षाबंधन को लेकर झांसी रेल मंडल कोई भी नई स्पेशल ट्रेन नहीं चलाने जा रहा है। जो ट्रेनें पहले से चल रही है वो ही ट्रेनें लगातार चलती रहेंगी। यह कहना है झांसी रेल मंडल के जनसंपर्क अधिकारी मनोज कुमार सिंह का।

उन्होंने ने बताया कि रक्षाबंधन पर कोई स्पेशल ट्रेन चलाए जाने से संबंधित कोई भी आदेश नहीं मिला है। इसलिए आगरा रेल मंडल कोई स्पेशल ट्रेन नही चलाएगा बल्कि जो ट्रेनें जैसे चल रही है वो उसी तरह से चलेंगी। कोरोना के कारण लोगों का आवागमन काफी कम हो रहा है, यात्री ट्रेनों में भी यात्रा करने से कतरा रहे हैं। इसीलिए कोई नई व्यवस्था नहीं की जा रही है। इस दौरान जो भी यात्री ट्रेन के माध्यम से अपने गंतव्य तक पहुंचना चाहते हैं वह उन्हीं ट्रेनों में सफर कर सकते हैं जो पहले से चलाई जा रही हैं।

Updated : 1 Aug 2020 1:00 AM GMT
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स्वदेश डेस्क

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