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अगले वर्ष इसी माह में पूरा होगा तीसरी लाइन का काम, 197 पुलों के साथ बन रहे 16 बड़े पुल

सबलगढ़ से वीरपुर तक बनाए जाएंगे 8 बड़े पुल और 35 छोटी पुल-पुलिया

अगले वर्ष इसी माह में पूरा होगा तीसरी लाइन का काम, 197 पुलों के साथ बन रहे 16 बड़े पुल
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ग्वालियर,न.सं.। छह साल से निर्माणाधीन रेलवे के मथुरा-झांसी खंड पर तीसरी रेल लाइन का कार्य अपेक्षाकृत धीमी गति से चल रहा था, लेकिन अब इस काम में तेजी आने लगी है। कई जगह तीसरे ट्रैक पर लाइन बिछाई जा चुकी है और परीक्षण भी चल रहा है, लेकिन बीहड़ी क्षेत्र में अभी काम शुरू भी नहीं हुआ है। अभी तीसरी रेल लाइन के 73.5 किमी सेक्शन में ट्रेनें दौडऩे लगी हैं। तीसरी लाइन का काम दिसंबर 2023 तक पूरा करने का लक्ष्य रेलवे ने रखा है। तीसरी लाइन के ट्रैक पर 197 छोटे और 16 बड़े ब्रिज बनाए जा रहे हैं। उधर सुमावली से सबलगढ़ तक काम कर रही आईएससी कंस्ट्रक्शन कंपनी सबलगढ़ से वीरपुर तक का काम भी शुरू हो चुका है। हालांकि वीरपुर से श्योपुर तक के करीब 70 किमी के ब्रॉडगेज कन्वर्जन के लिए अभी इंतजार करना होगा। सबलगढ़ से वीरपुर तक बनाए जाएंगे 8 बड़े पुल और 35 छोटी पुल-पुलिया बनाई जाएंगी।

धौलपुर से मुरैना जिले में सिकरोदा स्टेशन के पास लगभग ट्रैक तैयार है। इसके साथ ही तीसरी लाइन के लिए नया पुल भी बनाया जा रहा है। पुल के पिलर खड़े करने के साथ उस पर ढांचा भी तैयार किया जा रहा है। तीसरी लाइन के लिए जो ट्रैक तैयार है उस पर स्लीपर बिछाए जाने का काम भी जल्द शुरु होने वाला है।

यहां बता दे कि मथुरा-झांसी के बीच लगभग 4377 करोड़ रुपए और झांसी-बीना के मध्य 2488 करोड़ रुपये तीसरी लाइन बिछाने में खर्च होंगे। अभी ललितपुर-बिजरौठा रेल खंड 29.5 किमी व बिरला नगर-बानमोर 19 किमी रेल खंड व झांसी-बबीना 25 किमी तीसरी लाइन पर ट्रेनें दौड़ रही हैं। जबकि अगस्त के पहले सप्ताह तक आंतरी से डबरा करीब 20 किमी तीसरी लाइन में ट्रेनें दौड़ाने की तैयारी चल रही है।

आंतरी-डबरा का काम पूरा

4377 करोड़ रुपए में झांसी-मथुरा के बीच बिछ रही लाइन अभी दो रेल लाइन हैं। एक ट्रैक पर अप लाइन तो दूसरी में डाउन लाइन की ट्रेनें संचालित होती हैं। आंतारी डबरा के बीच काम पूरा हो चुका है।

मंडल में 18 साल में 60 ट्रेनें बढ़ीं

झांसी मंडल से होकर जाने वाली ट्रेनों की संख्या लगातार बढ़ रही है। 18 साल में करीब 60 ट्रेनें बढ़ी हैं। इसके साथ ही मालगाडिय़ों का भी संचालन बढ़ा है। इसी के चलते ट्रेनों का संचालन प्रभावित हो रहा है। ग्वालियर से हर दिन 160 ट्रेनें गुजर रही हैं।

दिल्ली जाने वाली गाडिय़ों को सीधे कर सकेंगे पास

इस खंड पर रेल यातायात अधिक होने से ट्रेने अक्सर देरी से चलती हैं। तीसरा ट्रैक तैयार होने पर फास्ट गाडिय़ों को सीधे पास कराया जा सकता है, जिससे सामान्य यातायात प्रभावित नहीं होगा। बताया जा रहा है कि तीसरा ट्रैक तैयार होने के बाद झांसी से आगरा के बीच ईएमयू टाइप की ट्रेन भी चलाई जा सकती हैं, ताकि अपडउन करने वाले कर्मचारियों व श्रमिकों को सहूलियत हो सके और व्यापार के सिलसिले में आगरा, दिल्ली और फरीदाबाद जाने वाले लोगों को भी सहूलियत होगी।

इसलिए होती है ट्रेनें लेट

अभी डबल लाइन होने के कारण झांसी से धौलपुर-मथुरा तक रेल ट्रैक पर यातायात अधिक है। इस सेक्शन पर 122 प्रतिशत यातायात का भार है। जबकि झांसी-बीना रेल ट्रैक पर 142 प्रतिशत यातायात है। सबसे ज्यादा ट्रेनों का अधिक यातायात झांसी-बीना सेक्शन के बीच है।

Updated : 30 Dec 2022 8:36 AM GMT
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स्वदेश डेस्क

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