Home > Lead Story > सावधान! पैक्ड फ्रूट जूस का करते हैं आप सेवन, सेहत पर डालता है बुरा असर, जानें ICMR की रिपोर्ट

सावधान! पैक्ड फ्रूट जूस का करते हैं आप सेवन, सेहत पर डालता है बुरा असर, जानें ICMR की रिपोर्ट

आईसीएमआर हेल्थ रिसर्च बॉडी इंडियन काउंसिंल ऑफ मेडिकल रिसर्च की रिपोर्ट में सामने आया कि, जो एनर्जी के नाम पर आप जूस का आप सेवन कर रहे है वो आपकी सेहत के साथ खिलवाड़ कर रहा है।

सावधान! पैक्ड फ्रूट जूस का करते हैं आप सेवन, सेहत पर डालता है बुरा असर, जानें ICMR की रिपोर्ट
X

health Effects: अच्छी सेहत के लिए अच्छा खानपान ज्यादा जरूरी होता है। इसके लिए लोग योग की बजाय जिम का सहारा लेते है और साथ ही पैक्ड फ्रूट जूस और फूड का सेवन भी करते हैं। अगर आप भी ऐसा करते है तो आपको सावधान होने की जरूरत है जी हां इन डिब्बा बंद जूस में एनर्जी असली नहीं नकली बिक रही है। इसे लेकर आईसीएमआर हेल्थ रिसर्च बॉडी इंडियन काउंसिंल ऑफ मेडिकल रिसर्च की रिपोर्ट में सामने आया कि, जो एनर्जी के नाम पर आप जूस का आप सेवन कर रहे है वो आपकी सेहत के साथ खिलवाड़ कर रहा है। इनमें आर्टिफिशल स्वीटनेस होती है।आइए जानते है इस फैक्ट को।

जानिए क्या कहा ICMR ने

इस फैक्ट को लेकर ICMR ने कहा कि, पैकेज्ड फूड के लेबल और विज्ञापन पर हम भरोसा कर रहे हैं तो हम सेहत के साथ भी खिलवाड़ करते हैं। यहां भ्रामक दावे के साथ रियल फ्रूट जूस बताकर बेचे जा रहे जूस के पैकेट में सेब, अनार और चुकंदर का रस नहीं है, बल्कि ढेर सारी चीनी घोली गई है और इन फलों का आर्टिफिशियल फ्लेवर मिलाया गया है। साथ ही यह इतने सस्ते और हेल्दी बताए जाते है कि इसे हर कोई सेवन करना पसंद करते हैं।

जानिए कितना प्रतिशत होता है आर्टिफिशियल

इसके प्रमाण को लेकर जयपुर के नारायणा हॉस्पिटल के एंडोक्रोनोलॉजी विभाग में सीनियर कंसल्टेंट डॉ. अभिनव गुप्ता बताते हैं कि, बाजार में मिल रहे इन रियल फ्रूट जूस में फलों का जूस नहीं होता है बल्कि 10% ही फ्रूट पल्प होता है और बाकी 90% हिस्सा नकली यानी कॉर्न सिरप, फ्रुक्टोज या अन्य शुगरी प्रोडक्ट्स से बना हो सकता है। इसमें फलों का स्वाद बढ़ाने के आर्टिफिशियल बनावट की जाती है ।

कैसे करे बचाव

अगर आप जिम जाते है और वर्कआउट के दौरान इस तरह से फ्रूट जूस या पैकेज्ड फूड खाते है तो यह आपकी सेहत के लिए सही नहीं होता है। सेहत के लिए फलों का जूस पीना शुरू करें वैसे तो वह भी सुरक्षित नहीं है लेकिन कुछ हद तक सही होते हैं।

Updated : 11 Jun 2024 2:08 PM GMT
Tags:    
author-thhumb

Deepika Pal

Swadesh Digital contributor help bring you the latest article around you


Next Story
Top