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कांग्रेस नेताओं के कथित बयान भी पार्टी के लिए बन रहे परेशानी का कारण

मुद्दे छोड़ धर्म, सम्प्रदाय, जातिवाद की राजनीति पर उतरी कांग्रेस

कांग्रेस नेताओं के कथित बयान भी पार्टी के लिए बन रहे परेशानी का कारण
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स्वदेश वेब डेस्क/ दिनेश शर्मा। हर चुनाव में देखने में आता है कांग्रेस पार्टी अंतिम क्षणों में जनता से जुड़े अहम मुद्दों को छोड़कर धर्म, सम्प्रदाय, जातिवाद और हिन्दू-मुस्लिम तुष्टीकरण की राजनीति पर उतर आती है। वर्तमान में हो रहे मध्यप्रदेश सहित पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव में भी कांग्रेस पार्टी वही कर रही है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ कहते हैं कि कांग्रेस को मुस्लिमों के 90 प्रतिशत वोट चाहिए तभी कांग्रेस सत्ता प्राप्त कर पाएगी। कांग्रेस के एक और नेता सी.पी. जोशी इससे भी आगे निकलकर सर्वव्यापी, सर्वस्पर्शी सनातन हिन्दू धर्म को केवल ब्राह्मणों तक ही सीमित रखना चाहते हैं। कांग्रेस के चाणक्य कहे जाने वाले दिग्विजय सिंह ने तो हद ही पार कर दी। उनकी नजर में भारतवर्ष के करोड़ों करोड़ हिन्दुओं की आस्था का मुख्य केन्द्र राम जन्म भूमि एक विवादित स्थल है। भाजपा शायद ठीक ही कहती है कि कांग्रेस को सिर्फ और सिर्फ सत्ता चाहिए, कैसे भी। हिन्दू बंटे, हिन्दू घटे या पीढ़ी दर पीढ़ी मुस्लिमों का जीवन गरीबी और अभावों में बीतता चला जाए। इससे कांग्रेस को कोई लेना देना नहीं है।

मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव में प्रचार अब अंतिम चरण में पहुंच चुका है। बात करें चुनावी रणनीति की तो भाजपा और कांग्रेस दोनों एक-दूसरे को अच्छी टक्कर दे रही हैं, लेकिन गुजरात विधानसभा चुनाव की तरह कांग्रेस को मध्यप्रदेश में जहां हार्दिक, जिग्नेश और अल्पेश ठाकोर की तरह स्थानीय जातिगत समीकरणों को साधने वाले नेता नहीं मिले तो वहीं एससी-एसटी वोट को काफी हद तक प्रभावित कर सकने वाली मायावती ने भी कांग्रेस का हाथ झिटक दिया है। बसपा के साथ गठबंधन की स्थिति में इसका सीधा फायदा कांग्रेस को ही मिलता। दूसरी ओर एससी-एसटी एक्ट में संसोधन के बाद सवर्ण जातियों के गुस्से को भी कांग्रेस भुना नहीं पा रही, जबकि कांग्रेस के लिए जरूरी था कि वह किसान, शिक्षा, बेरोजगारी, घोटालों और सीधे जनता से जुड़े विषयों को ही अपना मुद्दा बनाती, लेकिन प्रचार की शुरूआत से ही राहुल गांधी सहित सभी कांग्रेस नेता कभी हिन्दुओं को बांटने की तो कभी मुस्लिम तुष्टीकरण की राजनीति करते नजर आ रहे हैं। इसी बीच कांग्रेस नेताओं के कथित बयान पार्टी के लिए परेशानी का कारण बन गए हैं।

कमलनाथ का बयान

मध्यप्रदेश की राजनीति को कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ के कथित वीडियो ने गर्मा दिया है। ये वीडियो उस कक्ष के हैं, जहां आम आदमी आसानी से और प्रदेश अध्यक्ष के सिपहसालारों की अनुमति के बगैर नहीं पहुंच सकता। इस वीडियो में कमलनाथ मुस्लिम समाज के प्रतिनिधियों से मुलाकात कर रहे हैं। इसमें कमलनाथ अपने को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का बेहतर जानकार बता रहे हैं, साथ ही कह रहे हैं कि मतदान तक सब कुछ सहें। एक अन्य वीडियो आया है, जिसमें कमलनाथ कह रहे हैं कि मुस्लिम बहुल मतदान केन्द्रों पर 90 प्रतिशत मतदान होना चाहिए। अगर ऐसा नहीं हुआ तो कांग्रेस को नुकसान होगा। भाजपा इन दोनों वीडियो को लेकर कांग्रेस पर हमलावर हो गई है और इसे कांग्रेस की तुष्टिकरण की नीति का नमूना बता रही है। ्र

दिग्विजय सिंह का बयान

मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह का सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ, जिसमें वह कार्यकर्ताओं से दो टूक कह रहे हैं कि 'मेरे भाषण से कांग्रेस के वोट कटते हैं, इसलिए मैं रैलियों में नहीं जाता।Ó इससे कांग्रेस की गुटबाजी उजागर होती है। दिग्विजय सिंह का एक और राम मंदिर को लेकर दिया गया बयान भी विवादों में है, जिसमें उन्होंने कहा था कि स्वयं राम भी नहीं चाहेंगे कि विवादित भूमि पर उनका मंदिर बनाया जाए। इससे स्पष्ट होता है कि अयोध्या में जिस स्थान को देश का हिन्दू समाज राम की जन्म भूमि मानता है, वह भूमि कांगे्रस की नजर में विवादित है।

जीतू पटवारी का बयान

कांग्रेस विधायक जीतू पटवारी सुबह मार्निंग वॉक के दौरान ही अपने क्षेत्र की जनता से मिलने पहुंचे। यहां पटवारी ने अपने विधानसभा क्षेत्र के लोगों से मुलाकात कर वोट देने की अपील की और बड़े बुजुर्गों से आशीर्वाद लिया। इस मुलाकात के दौरान उनकी जुबान फिसल गई और उन्होंने लोगों से कह दिया कि 'आप मेरा ध्यान रखना, आपको मेरी इज्जत रखना है पार्टी जाए तेल लेने।Ó

फिल्म अभिनेता राज बब्बर का बयान

कांग्रेस नेता एवं फिल्म अभिनेता राज बब्बर ने डॉलर के मुकाबले रुपए के मूल्य में गिरावट की प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की वयोवृद्ध माताजी की उम्र से तुलना कर दी। राज बब्बर ने एक चुनावी रैली में कहा कि 'प्रधानमंत्री महोदय आज रुपया गिरकर आपकी पूजनीय माताजी की उम्र के करीब पहुंचना शुरू हो गया है।Ó राज बब्बर उत्तरप्रदेश की कांग्रेस इकाई के अध्यक्ष हैं। उनके इस बयान से अनुमान लगाया जा सकता है कि कांग्रेस महिलाओं का कितना सम्मान करती है।

सी.पी. जोशी का बयान

उधर राजस्थान में चुनावी माहौल के बीच कांग्रेस नेता सी.पी. जोशी के एक बयान पर विवाद हो रहा है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और सुश्री उमा भारती सहित कई भाजपा नेताओं की जाति को लेकर विवादास्पद टिप्पणी की है। नाथद्वारा में जोशी एक रैली में यह कहते नजर आ रहे हैं कि धर्म के बारे में कोई जानता है तो पंडित जानते हैं, लेकिन नरेन्द्र मोदी, उमा भारती, साध्वी ऋतंभरा जैसे नेता हिन्दू धर्म की बात करते हैं। उन्होंने कहा कि 'उमा भारती एक लोधी हैं और वह हिन्दू धर्म के बारे में बात करती हैं। मोदी जी हिन्दू धर्म के बारे में बात करते हैं। देश को गुमराह किया जा रहा है। धर्म और शासन दोनों अलग-अलग चीजें हैं।Ó सी.पी. जोशी के इस बयान से स्पष्ट है कि उनकी नजर में धर्म की बात करने का अधिकार केवल पंडितों को है। अन्य जातियों को यह अधिकार नहीं है।


Updated : 25 Nov 2018 2:27 PM GMT
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Swadesh Digital

स्वदेश वेब डेस्क www.swadeshnews.in


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