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कॉल रिकॉर्ड करने पर हो सकती है सजा, गूगल ने बंद किए थर्ड पार्टी एप, जानिए क्या है नियम
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वेबडेस्क। गूगल ने स्मार्टफोन्स में कॉल रिकार्डिंग के थर्ड पार्टी एप्स को बंद करने का निर्णय लिया है। अब आप अपने मोबाइल में किसी का भी कॉल रिकार्ड नहीं कर पाएंगे। गूगल ने प्लेस्टोर से सभी ऐसे थर्ड पार्टी ऐप्स को हटा दिया है। फिलहाल कई मोबाइल निर्माता कंपनियां फोन में इन बिल्ट एप दे रही है। जिससे आप कॉल रिकार्ड कर सकते है। आपको बता दें की किसी का भी अनधिकृत ढंग से कॉल रिकार्ड करना गैरकानूनी है। कई बार ये कॉल रिकॉर्डिंग आपको मुश्किल में भी डाल सकती है
गैरकानूनी है कॉल रिकार्डिंग -
दरअसल, किसी भी व्यक्ति का कॉल उसकी जानकारी के बिना रिकॉर्ड करना मौलिक अधिकारों का हनन है। नियमानुसार कॉल रिकॉर्ड करने से पहले आपको अथॉरिटी से इजाजत लेनी होती है। यदि आपके पास कॉल रिकार्ड करने की परमिशन नहीं है तो आपके खिलाफ केस दर्ज हो सकता है क्योंकि ये कृत्य सामने वाले के मौलिक अधिकार का हनन माना जाता है। यदि कोई व्यक्ति आपकी कॉल रिकॉर्ड करता है तो आप उसके खिलाफ FIR भी दर्ज करवा सकते हो।
कोर्ट में साक्ष्य के रूप पेश करने के नियम -
वहीँ भारतीय साक्ष्य अधिनियम 1872 के तहत के हर कॉल रिकॉर्ड को शर्तों के साथ कोर्ट में पेश किया जा सकता है।
- रिकॉर्ड की गई आवाज साफ और पहचान करने योग्य होनी चाहिए।
- प्रामाणिकता का प्रमाण होना चाहिए।
- रिकॉर्डिंग में कोई हस्तक्षेप नहीं होना चाहिए।
- यह मामले के लिए प्रासंगिक होना चाहिए।