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युगांडा : नील नदी के उद्गम जिन्जा में बनेगा गांधी स्मारक, मोदी को याद आई गुजरात सीएम कार्यकाल की दोस्ती



नई दिल्ली/एम्टाबे। अफ्रीका महाद्वीप के तीन देशों, रवांडा, युगांडा और दक्षिण अफ्रीका की अपनी पांच दिवसीय आधिकारिक यात्रा के दूसरे चरण में युगांडा पहुंचे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी फिर इतिहास रच रहे हैं। युगांडा की आधिकारिक यात्रा करने वाले वे 20 साल बाद पहले भारतीय प्रधानमंत्री बन गए हैं। इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने अपने प्रेस वक्तव्य में अपने गुजरात मुख्यमंत्री के कार्यकाल और उस वक्त युगांडा सरकार के प्रतिनिधियों से हुई मुलाकातों को याद किया।

पीएम मोदी ने कहा कि यह मेरा सौभाग्य है कि दो दशकों के बाद भारत के प्रधानमंत्री की पहली द्विपक्षीय यात्रा के लिए मेरा युगांडा आना हुआ है। राष्ट्रपति मुसेवेनी भारत के बहुत पुराने दोस्त हैं। मेरा भी उनसे बहुत पुराना परिचय है। 2007 में जब मैं गुजरात के मुख्यमंत्री के रूप में यहां था, उस यात्रा की मधुर यादें आज भी ताजा हैं। और आज राष्ट्रपति के उदार शब्द, और हमारे गर्मजोशी भरे स्वागत-सत्त्य और सम्मान के लिए मैं उनका प्यार ह्रदय से आभार प्रकट करता हूँ।

भारत और युगांडा के बीच सदियों पुरानी और ऐतिहासिक संबंध समय की कसौटी पर खरे उतरे हैं। युगांडा हमेशा हमारे दिलों के पास रह रहा है और रहेगा। युगांडा की आर्थिक प्रगति और राष्ट्रीय विकास के प्रयासों में भारत हमेशा साथ रहा है। प्रशिक्षण, क्षमता निर्माण, प्रौद्योगिकी, आधारभूत संरचना आदि हमारे सहयोग के प्रमुख क्षेत्र रहे हैं। भविष्य में भी हम युगांडा की आपूर्ति और प्राथमिकताओं के अनुसार अपना सहयोग जारी रखेंगे।

युगांडा की जनता के प्रति हमारी मित्रता की अभिव्यक्ति के रूप में भारत सरकार ने युगांडा कैंसर संस्थान, कम्पाला को एक अत्याधुनिक कैंसर थेरेपी मशीन गिफ्ट करने का निर्णय लिया है। मुझे यह जानकर खुशी है कि इस मशीन से न केवल हमारे युगांडा के दोस्तों की, बल्कि पूर्वी अफ्रीकी देशों की भी जरूरत पूरी होगी। हमारी सरकार ने युगांडा में ऊर्जा, बुनियादी ढांचे, कृषि और डेरी सेक्टर के विकास के लिए लगभग दो सौ मिलियन डॉलर की क्रेडिट लाइन को मंजूरी दी है। यह संतोष का विषय है कि रक्षा क्षेत्र में भी हमारा सहयोग आगे बढ़ रहा है। सैन्य प्रशिक्षण में हमारे सहयोग का लम्बा इतिहास है। हम इस सहयोग को और अधिक मजबूत करने के लिए तैयार हैं। हमने युगांडा सेना और नागरिक कल्याण कार्यों के लिए वाहन और एम्बुलेंस देने का निर्णय भी लिया है। व्यापार और निवेश में हमारे संबंध मजबूत हो रहे हैं। कल राष्ट्रपति के साथ मिल कर मुझे दोनों देशों के प्रमुख कारोबारियों के साथ मिल कर इन संबंधों को और अधिक बल देने पर चर्चा करने के लिए अवसर मिला।

युगांडा में रहनेवाले भारतीय मूल के समाज के प्रति राष्ट्रपति के स्नेह के लिए मैं उनका प्यार ह्रदय से आभार प्रकट करता हूँ। एक कठिन समय के बाद, राष्ट्रपति के कुशल और मजबूत नेतृत्व में आज भारतीय मूल का समाज युगांडा के सामाजिक और आर्थिक जीवन में भरपूर योगदान दे रहा है। मुझे प्रसन्नता है कि भारतीय मूल के समाज के साथ मेरे कार्यक्रम में राष्ट्रपति स्वयं शामिल हैं। इसके लिए मैं पूरे भारत की ओर से उनका अभिनंदन करता हूँ। मुझे युगांडा की संसद को संबोधित करने का सौभाग्य मिला। यह सौभाग्य पाने वाला मैं भारत का पहला प्रधानमंत्री हूँ। इस विशेष सम्मान के लिए मैं राष्ट्रपति का और युगांडा की संसद का ह्रदय से आभार प्रकट करता हूं।

भारत और युगांडा, युवा-प्रधान देश हैं। पर सरकारों पर युवाओं की आकांक्षाओं को पूरा करने की ज़िम्मेदारी है। और इन प्रयासों में हम एक दूसरे के साथ सहयोग करने के लिए पूरी तरह से हैं।

Updated : 25 July 2018 8:04 PM GMT

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Swadesh Digital

स्वदेश वेब डेस्क www.swadeshnews.in


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