Home > विदेश > यूक्रेन को सदस्यता देने के लिए यूरोपीय संघ वार्ता शुरू करने पर हुआ सहमत, कीव को मिली अप्रत्याशित सफलता

यूक्रेन को सदस्यता देने के लिए यूरोपीय संघ वार्ता शुरू करने पर हुआ सहमत, कीव को मिली अप्रत्याशित सफलता

यूरोपीय संघ के राजनयिकों और अधिकारियों ने कहा कि वार्ता के लिए अप्रत्याशित हरी झंडी हंगरी के प्रधान मंत्री विक्टर ओर्बन ने दी है। जिन्होंने इससे पहले कहा था कि वह इस तरह के समझौते को रोक देंगे।

यूक्रेन को सदस्यता देने के लिए यूरोपीय संघ वार्ता शुरू करने पर हुआ सहमत, कीव को मिली अप्रत्याशित सफलता
X

ब्रसेल्स । यूक्रेन को यूरोपीय संघ में शामिल होने की दिशा में गुरुवार को एक बड़ी सफलता उस समय मिली जब यूरोपीय संघ के नेताओं ने इस संबंध में सदस्यता वार्ता शुरू करने पर सहमति जताई। यह यूक्रेन के लिए एक बड़ी राजनीतिक जीत है। वह भी ऐसे समय में जब रूस का हमला लगातार बढ़ता जा रहा है और अमेरिकी सैन्य सहायता भी अनिश्चित हो गई है।यूरोपीय संघ के राजनयिकों और अधिकारियों ने कहा कि वार्ता के लिए अप्रत्याशित हरी झंडी हंगरी के प्रधान मंत्री विक्टर ओर्बन ने दी है। जिन्होंने इससे पहले कहा था कि वह इस तरह के समझौते को रोक देंगे।

ओर्बन ने पुष्टि की कि वह यूरोपीय संघ शिखर सम्मेलन में मतदान से दूर रहे थे, जिसे उन्होंने "खराब निर्णय" कहा था। इस स्तर पर यह स्पष्ट नहीं था कि बदले में उसे वास्तव में क्या मिल सकता है। ऐसे में इस तरह के निर्णय को मंजूरी देने को असामान्य माना जा रहा है। वहीं यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर ज़ेलेंस्की ने फैसले का स्वागत किया है। उन्होंने कहा, यह यूक्रेन के लिए एक जीत है। पूरे यूरोप के लिए एक जीत है। एक जीत जो प्रेरित करती है, प्रेरणा देती है और मजबूत करती है।

जेलेंस्की ने कहा कि मैं इस दिन प्रत्येक यूक्रेनी को बधाई देता हूं... इतिहास उन लोगों द्वारा बनाया जाता है जो स्वतंत्रता के लिए लड़ते हुए नहीं थकते।यूक्रेन को रूसी सेनाओं के खिलाफ लगभग दो साल से जारी युद्ध में अपने पश्चिमी सहयोगियों के समर्थन की सख्त जरूरत है। हाल ही में यूक्रेन बाइडन प्रशासन की तरफ से यूक्रेन को मिलने वाला 60 बिलियन डॉलर का सहायता पैकेज नहीं मिल सका था।यूरोपीय आयोग के प्रमुख उर्सुला वॉन डेर लेयेन ने कहा कि यह "एक रणनीतिक निर्णय और एक ऐसा दिन है जो हमारे संघ के इतिहास में अंकित रहेगा। उन्होंने कहा, "लेकिन 26 सदस्य देश इस बात पर अड़े थे कि यह निर्णय अवश्य लिया जाना चाहिए, इसलिए हंगरी ने निर्णय लिया कि यदि 26 सदस्य ऐसा निर्णय लेते हैं, तो उन्हें अपने रास्ते पर जाना चाहिए और हंगरी इस बुरे निर्णय में भाग नहीं लेना चाहता है।"

Updated : 15 Dec 2023 4:54 AM GMT
Tags:    
author-thhumb

News Desk Bhopal

News Desk Bhopal


Next Story
Top