IFFI: 'इंडियन पैनोरमा' खंड में फिल्म 'काला' के चयनित न होने पर हैरान हूंः रंजित
X
नई दिल्ली। निर्देशक पा. रंजित ने अपनी फिल्म 'काला' को 49वें भारतीय अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव (आईएफएफआई) के इंडिएन पैनोरमा खंड में चयनित न किए जाने पर कहा कि जिस फिल्म को समीक्षको द्वारा इतनी सराहना मिली और जिसे समीक्षकों ने 'ब्लैक पैंथर' की संज्ञा दी, उस फिल्म को चयनित न किया जाना मेरी समझ से परे है।
पा. रंजित ने कहा कि उनके लिए यह समझना बहुत मुश्किल है कि पैनोरमा खंड में 'टाइगर जिंदा है' को चुना गया लेकिन 'काला' को नहीं। उन्होंने आगे कहा कि 'टाइगर जिंदा है' को समीक्षकों से सराहना तक नहीं मिली लेकिन 'काला' को आलोचकों ने खूब सराहा और इसे दलितों के संघर्ष की कहानी के जरिये राजनीतिक संदेश देने के लिए फिल्म समीक्षकों द्वारा ''ब्लैक पैंथर'' की संज्ञा भी दी गई, इसलिए मुझे लगता है कि मुझे और संघर्ष करने की जरूरत है।
यह बात रंजित ने महोत्सव में अपने प्रोडक्शन की फिल्म 'पेरियेरूम पेरूमल बीए बीएल' के प्रदर्शन के दौरान कही है। उन्होंने आगे कहा कि वह अपने प्रोडक्शन का इस्तेमाल देश में गहरी जड़ जमाए 'जातिगत विभाजन' के मुद्दे पर ध्यानाकर्षित करने के लिए करेंगे।रंजित के प्रोडक्शन तले बनी इस 'पेरियेरूम पेरूमल बीए बीएल' का निर्देशन मारी सेल्वराज ने किया है। इस फिल्म की कहानी एक एसे व्यक्ति के इर्द गिर्द घूमती है, जिसका शिकारी कुत्ता मार दिया जाता है।
उल्लेखनीय है कि 49वां अंतरराष्ट्रीय फिल्म फेस्टिवल (आईएफएफआई) 20 से 28 नवम्बर तक गोवा में जारी है।
Swadesh Digital
स्वदेश वेब डेस्क www.swadeshnews.in