Home > शिक्षा > कैरियर > खाने-पीने के शौकीनों के लिए फूड साइंस के क्षेत्र में है बेहतर करियर ऑपशन, जानिए कैसे आगे बढ़े

खाने-पीने के शौकीनों के लिए फूड साइंस के क्षेत्र में है बेहतर करियर ऑपशन, जानिए कैसे आगे बढ़े

खाने-पीने के शौकीनों के लिए फूड साइंस के क्षेत्र में है बेहतर करियर ऑपशन, जानिए कैसे आगे बढ़े
X

वेबडेस्क। यदि आप खाने-पीने के शौक़ीन है और 12वीं पास कर करियर किस दिशा में बनाए इस बात को लेकर चिंतित है तो आज हम आपको बताएंगे की फ़ूड इंडस्ट्री में शानदार जॉब्स कैसे पा सकते है। जैसा की सभी जानते है की अच्छा खान-पान हर किसी के जीवन का एक बहुत अहम हिस्सा है। स्वस्थ रहने के लिए अच्छा और पोषण भरा खाना सभी के लिए बेहद जरुरी होता है। वर्तमान समय में जंक फूड का चलन विश्व भर में बढ़ गया है। जोकि बच्चों समेत सभी के स्वास्थ्य पर नकरात्मक प्रभाव डालते है। बता दें की खाद्य पदार्थों का निर्माण करने वाली कंपनियां अपने उत्पादों को स्वास्थ्यकर बनाने की लगातार कोशिशें कर रही है। ऐसे में आज के दौरा में खाद्य पदार्थों के बारे में जानकारी रखने वालों की मांग फ़ूड इंडस्ट्री में काफी बढ़ गई है।

योग्यता-

इस क्षेत्र में करियर बनाने की चाह रखने वालों के पास कई सारे मौके है। इस फील्ड में करियर बनाने के लिए 12वीं में आपके पास फिजिक्स, केमिस्ट्री, बायोलॉजी, मैथ्स या फिर होम साइंस होना जरुरी है। इन विषयों से इंटर की परीक्षा पास करने के बाद आपको फूड साइंस, केमिस्ट्री या माइक्रोबायोलॉजी में स्नातक की डिग्री हासिल करनी होगी। ये कोर्सेस करीब चार साल के होते है। इसके बाद आप मैन्युफैक्चरिंग प्रोसेस और अन्य संबंधित क्षेत्रों में मास्टर्स डिग्री भी ले सकते है। इसके अलावा डायटेटिक्स एंड न्यूट्रिशन और फूड साइंस एंड पब्लिक हेल्थ न्यूट्रिशन में डिप्लोमा भी उपलब्ध है। आप इस क्षेत्र में रिसर्च भी कर सकते है। शोध के क्षेत्र में काफी मौके है। इस क्षेत्र में करियर बनाने के लिए एक अहम बात ये है की जितनी उच्च शिक्षा होगी उतना ही बड़ी सफलता मिलेगी।

एंट्रेंस एग्जाम -

ऑल इंडिया जॉइंट एंट्रेंस एग्जाम देकर कैंडिडेट्स फूड टेक्नोलॉजी और बायो केमिकल साइंस में सरकारी कॉलेजों से बीटेक की डिग्री भी हासिल कर सकते हैं। वहीं, आईआईटी में प्रवेश करने के लिए जेईई मेन और जेईई एडवांस की परीक्षा देनी होगी। इसके अलावा गेट फूड टेक्नोलॉजी एंट्रेंस एग्जाम के ज़रिये आईआईएससी बेंगलुरू में भी एडमिशन ले सकते है। इसके अलावा अन्य कई निजी शिक्षण संस्थान अपने स्तर पर भी एंट्रेंस एग्जाम करवाते है। जिन्हें पास कर आप प्रवेश पा सकते है।

फूड साइंस सेक्‍टर करें ये कोर्स -

बैचलर कोर्स -

बीएससी फूड साइंस एंड टेक्नोलॉजी

बीटेक फूड प्रोसेसिंग एंड फूड टेक्नोलॉजी

बीएससी इन होम साइंस

पीजी कोर्स -

एमएससी फूड एंड न्यूट्रिशन

एमएससी बायो टेक्नोलॉजी

एमटेक इन फूड टेक्नोलॉजी

एमटेक इन फूड एंड न्यूट्रिशन

डिप्लोमा कोर्स -

सर्टिफिकेट कोर्स इन फूड प्रोसेसिंग *एंड प्रिजर्वेशन

डिप्लोमा इन फूड प्रोसेसिंग

डिप्लोमा इन फूड प्रिजर्वेशन

डिप्लोमा इन फूड प्रिजर्वेशन एंड टेक्नोलॉजी

पीएचडी कोर्स -

पीएचडी इन फूड प्रिजर्वेशन

पीएचडी इन बायो टेक्नोलॉजी

फ़ूड साइंस के प्रमुख शिक्षण संस्थान -

नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ न्यूट्रिशन

नेशनल डेयरी रिसर्च इंस्टीट्यूट

एसआरएम यूनिवर्सिटी

आईआईटी खड़गपुर

आईआईएससी बेंगलुरू

सेंट्रल फूड टेक्नोलॉजिकल रिसर्च इंस्टीट्यूट

इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ क्रॉप प्रोसेसिंग टेक्नोलॉजी

नेशनल एग्री फूड बायो टेक्नोलॉजी इंस्टीट्यूट

राजस्थान टेक्निकल यूनिवर्सिटी, कोटा

ये होंगी जिम्मेदारियां -

फूड लेबलिंग के लिए सही पोषण तत्वों की जानकारी देनी होगी।

खाद्य पदार्थों को ताजा सुरक्षित और आकर्षक बनाए रखने के तरीकों की खोज करनी पड़ती है।

खाना बनाने के दौरान लगने वाले समय और पैसों की बचत करने के लिए तरीके ढूंढ़ने की भी जिम्मेदारी होती है।

रोजमर्रा के कार्यों में खाद्य पदार्थों की गुणवत्ता और सुरक्षा की जांच करनी पड़ती है।

नई सामग्री के साथ प्रयोग करना और नए खाद्य पदार्थों का निर्माण करना भी इन्हीं की जिम्मेदारी होती है।

इन्हें लैब में प्रयोग करना और सैंपल उत्पाद तैयार करना पड़ता है।

प्रोडक्शन की प्रक्रिया से डिजाइनिंग करना और मशीन की जांच करना भी इन्हीं के जिम्मे होता है।

इन पेशेवरों को इंजीनियर, प्रोडक्शन और मार्केटिंग के विशेषज्ञों के साथ मिलकर उत्पाद के निर्माण में आ रही किसी भी समस्या का समाधान करना पड़ता है।

उत्पाद के निर्माण से पहले इसमें इस्तेमाल की जा रही सामग्री की जांच और निगरानी करना भी इन्हीं के जिम्मे होता है।

कई फूड साइंटिस्ट प्रोसेसिंग प्लांट में क्वालिटी कंट्रोल का काम करते हैं। पूरी निर्माण प्रक्रिया की निगरानी करना भी इन्हीं की जिम्मेदारी होती है।

इनका काम उत्पादन के निर्माण का शेड्यूल बनाना और साफ-सफाई के लिए व्यवस्था तैयार करना होता है।

कोर्स के बाद आय एवं वेतन -

कोर्स के बाद आप इस क्षेत्र में काम करने वाली कंपनियों में शानदार जॉब्स कर सकते है। शुरूआती दिनों में आपको वेतन लगभग 20 से 25 हजार रुपये प्रति माह मिल सकता है। पांच साल के अनुभव के बाद आपका वेतन बढ़कर करीब 5 से 6.4 लाख रुपये सालाना हो सकता है। इस क्षेत्र में अनुभव के अनुसार आपका वेतन भी लगातार बढ़ता है। वहीं आप एक समय के बाद इस क्षेत्र में अनुभव हासिल कर खुद का व्यवसाय शुरू कर सकते है। एक माध्यम स्तरीय व्यवसाय से आप 20 से 25 लाख प्रति माह तक कमा सकते है।

Updated : 18 Aug 2022 2:53 PM GMT
Tags:    
author-thhumb

स्वदेश डेस्क

वेब डेस्क


Next Story
Top