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इंसेफेलाइटिस के बाद कोरोना को मात देने में उत्तर प्रदेश अव्वल: CM योगी

योगी ने कहा कि कोरोना की दूसरी लहर को लेकर बड़े बड़े विशेषज्ञ उत्तर प्रदेश में कई प्रकार की आशंकाएं जता रहे थे। हमने टीम वर्क और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा फर्स्ट वेव में बताए ट्रिपल टी (ट्रेस, टेस्ट और ट्रीट) के मंत्र को अपनाए रखा। इसके अपेक्षित और व्यापक परिणाम आए हैं।

Update: 2021-05-26 12:06 GMT

देवरिया: जनपद के दौरे पर बुधवार को आए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने तमाम जगहों के निरीक्षण के बाद प्रेस वार्ता के दौरान पत्रकारों से बातचीत की। योगी ने कहा कि कोरोना की दूसरी लहर को लेकर बड़े बड़े विशेषज्ञ उत्तर प्रदेश में कई प्रकार की आशंकाएं जता रहे थे। हमने टीम वर्क और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा फर्स्ट वेव में बताए ट्रिपल टी (ट्रेस, टेस्ट और ट्रीट) के मंत्र को अपनाए रखा। इसके अपेक्षित और व्यापक परिणाम आए हैं। आज यूपी देश मे सर्वाधिक कोरोना टेस्ट कराने वाला राज्य है। हम आज की तारीख में चार करोड़ 77 लाख कोरोना जांच करा चुके हैं। इसी का परिणाम है कि आशंकाओं को दूर कर उत्तर प्रदेश तेजी से सुरक्षित स्थिति की ओर बढ़ रहा है।

उन्होंने कहा कि पीएम मोदी के नेतृत्व में कोरोना के खिलाफ अभियान तीव्र गति से चल रहा है। उत्तर प्रदेश में भी पूरी प्रतिबद्धता से जीवन के साथ जीविका बचाने का हरसंभव प्रयास किया जा रहा है। सबसे अधिक आबादी वाला राज्य होने के चलते यहां चुनौतियां भी अधिक थीं। कोरोना के सेकेंड वेव में यहां तक कहा जा रहा था कि उत्तर प्रदेश में मई माह में प्रतिदिन एक लाख तक कोरोना संक्रमण के मामले आने लगेंगे, 15 मई तक कुल एक्टिव केस 30 लाख तक हो जाएंगे। प्रदेश में संक्रमण का फैलाव रोकने के लिए गांव से लेकर मौहल्लों तक अर्ली एंड अग्रेसिव कैम्पेन चलाया गया। इससे लगातार सफलता मिल रही है। 30 अप्रैल को पीक टाइम पर कोरोना के कुल एक्टिव केस 3.10 लाख थे जो आज 62 हजार के आसपास आ गए हैं। मुख्यमंत्री ने बताया कि प्रदेश में पॉजिटिविटी औसतन तीन फीसद के आसपास रह गई है जबकी कोविड से रिकवरी रेट 95 फीसद हो गया है। इसमें लगातार सुधार भी हो रहा है। उन्होंने बताया कि देवरिया जिले की समीक्षा में पॉजिटिविटी रेट तीन फीसद के करीब और रिकवरी रेट 93 फीसद से अधिक है। मुख्यमंत्री ने कहा कि जीवन के साथ जीविका की रक्षा के लिए हमने लॉकडाउन की बजाय आंशिक कोरोना कर्फ्यू को अपनाया। इससे कृषि क्षेत्र, फल, सब्जी मंडियों एवं अन्य सभी आवश्यक क्षेत्रों में कोई दिक्कत नहीं आई।

यूपी में लग रहे 300 से अधिक ऑक्सीजन प्लांट

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि ऑक्सीजन के मामले में प्रदेश के सभी जिलों को आत्मनिर्भर बनाया जा रहा है। राज्य में 300 से अधिक ऑक्सीजन प्लांट लगाए जा रहे हैं। इसी कड़ी में देवरिया में भी चार ऑक्सीजन प्लांट लगाने की कार्यवाही जारी है। उन्होंने कहा कि कोविड के सेकेंड वेव में ऑक्सीजन क्राइसिस को देखते हुए ऑक्सीजन एक्सप्रेस ट्रेनों व वायुसेना के विमानों से टैंकर लिफ्ट कराकर हर अस्पताल और हर जरूरतमंद तक ऑक्सीजन की आपूर्ति सुनिश्चित की गई। अब फोकस हर जिले को इस परिप्रेक्ष्य में आत्मनिर्भर बनाने पर है। 20 हजार ऑक्सीजन कंसेंट्रेटर मंगाए गए हैं, इतने और नए मंगाए जा रहे हैं। सरकार सभी मेडिकल कॉलेजों में लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन प्लांट स्थापित करा रही है तो जिला अस्पतालों व सीएचसी पर हवा से ही ऑक्सीजन बनाने वाले प्लांट।

कोरोना के थर्ड वेव के नियंत्रण की तैयारी साथ-साथ

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि कोरोना के थर्ड वेव को काबू में करने के साथ ही इंसेफेलाइटिस नियंत्रण की तैयारियां साथ-साथ करनी होगी। इंसेफेलाइटिस के लिए संवेदनशील बरसात का मौसम शुरू होने वाला है। गोरखपुर-बस्ती मंडल के जिले पूर्व में इससे प्रभावित होते थे। ऐसे में जिला अस्पतालों की।पीडियाट्रिक आईसीयू (पीकू) एवं सीएचसी की मिनी पीकू को क्रियाशील किया जा रहा है। इंसेफेलाइटिस से हम मृत्यु दर को 95 फीसद कम करने में सफल हुए हैं। अब हो इंसेफेलाइटिस ट्रीटमेंट सेंटर, सब सेंटर के अलावा सैकड़ों की संख्या में हेल्थ वेलनेस सेंटर हैं, ऐसे में हमे इस पर और नियंत्रण में निश्चित ही कामयाबी मिलेगी। सीएम ने कहा कि कोरोना के थर्ड वेव आए बच्चों को बचाने के लिए अभी से दवा-इलाज की व्यवस्था की जा रही है।

देवरिया में बनेगा 20 बेड का नया पीकू, लार में मिनी पीकू

मुख्यमंत्री ने बताया कि कोविड के थर्ड वेव से बच्चों को बचाने के लिए देवरिया में 15 बेड का एक पीकू पहले से है। 20 बेड कब नए पीकू की स्थापना का आदेश दिया गया है। साथ ही देवरिया के लार में मिनी पीकू की स्थापना की जाएगी। उन्होंने कहा कि सरकार की मंशा है कि हर सीएचसी पीएचसी गतिविधियों का केंद्र बने। वहां जांच, इलाज एवं टीकाकरण की सुविधा हो। उन्होंने जनप्रतिनिधियों से एक सीएचसी या पीएचसी गोद लेने की अपील भी की।

आने वाले समय मे 12 से 18 वर्ष आयु वर्ग को भी टीका

सीएम योगी के कोरोना से बचाव के लिए टीकाकरण पर विशेष जोर देते हुए कहा कि 1 जून से पूरे प्रदेश में 18 वर्ष से ऊपर के लोगों को टीका लगने लगेगा। थर्ड वेव में बच्चों की सुरक्षा के लिए उनके अभिभवकों के लिए हर जिले में स्पेशल कसेंटर बनेंगे। आने वाले समय पर 12 से 18 वर्ष आयु वर्ग को भी टीका लगेगा। इसके साथ ही न्यायिक अधिकारियों व मीडियाकर्मियों के लिए भी टीकाकरण की अलग से व्यवस्था की जा रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि यूपी में 1.81 करोड़ लोगों को वैक्सिन लगाई जा चुकी है, इसमे 13.65 लाख की संख्या युवाओं की है। उन्होंने कहा कि गांवों में अभी भी कुछ लोग जांच कराने एवं टीका लगवाने में संकोच कर रहे हैं। मीडिया के बन्धु इसमें प्रेरक की भूमिका निभा सकते हैं। जो लोग टीका लगवा चुके हैं उनकी फ़ोटो और छोटा सा इंटरव्यू छापकर बाकी लोगों को बताया जा सकता है कि टीका लगवाने से कोई परेशानी नहीं होती।

हेलीपैड पर जनप्रतिनिधियों ने किया मुख्यमंत्री का स्वागत

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नगर आगमन पर पुलिसलाइन हेलीपैड पर सदर सांसद डॉ. रमापति राम त्रिपाठी, सांसद सलेमपुर रविंद्र कुशवाहा, प्रभारी एवं राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार श्रीराम चौहान, कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही, राज्य मंत्री जयप्रकाश निषाद, दर्जा प्राप्त राज्यमंत्री नीरज शाही, सदर विधायक डॉ. सत्यप्रकाश मणि त्रिपाठी, बरहज विधायक सुरेश तिवारी, सलेमपुर विधायक काली प्रसाद, क्षेत्रीय अध्यक्ष डॉ. धर्मेंद्र सिंह, क्षेत्रीय उपाध्यक्ष छट्ठेलाल निगम, हरिचरण कुशवाहा, भाजपा जिलाध्यक्ष डॉ. अंतर्यामी सिंह, नगर पालिका अध्यक्ष देवरिया अलका सिंह, भाजपा नेता जितेंद्र प्रताप राव, राजकुमार शाही, प्रमोद शाही, सत्येन्द्र मणि त्रिपाठी, अंबिकेश पाण्डेय, रमेश सिंह, त्रिपुनायक विश्वकर्मा, प्रमोद सिंह, मुन्ना राय ने स्वागत किया।

मुख्यमंत्री का जनपद में आना महज दिखावा

विश्व हिंदू सेना के राष्ट्रीय सचिव दिग्विजय चौबे ने बुधवार को मुख्यमंत्री के दौरे को लेकर कहा कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ दिखावा करते हुए देवरिया से चले गए। सच्चाई को जानने की कोशिश नहीं किए। क्यों कि मुख्यमंत्री 4 साल पहले ही घोषणा किए थे गड्ढा मुक्त उत्तर प्रदेश का जोकि पूरा नहीं हो सका है। कोविड-19 महामारी में जब जनता अपने प्राणों को गवा रही थी तब मुख्यमंत्री बंगाल चुनाव में व्यस्त थे। जब स्थिति नियंत्रण मे हो गयी, तो योगी देवरिया जनपद में पहुंचे। आम जनता का दर्द जानना उचित नहीं समझे। जनता के साथ घोर अन्याय करने वाले उत्तर प्रदेश के मुखिया को 2022 में सबक सिखाएंगे।

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