गोरखपुर: 3 हत्यारोपी गिरफ्तार, 2 पर था 1-1 लाख का इनाम
तीनों हत्याओं में सनी सिंह ने गोलियां दागी। युवराज ने बाइक चलाकर उसका साथ दिया। पुलिस ने दोनों के ऊपर एक-एक लाख रुपए का इनाम घोषित किया था।
गोरखपुर: गगहा थाना क्षेत्र के रितेश मौर्या, शंभू मौर्या और उनकी दुकान के कर्मचारी संजय पांडेय की सनसनीखेज हत्या सनी सिंह उर्फ मृगेन्द्र सिंह ने अपने साथी युवराज सिंह उर्फ राज के साथ मिलकर किया था। तीनों हत्याओं में सनी सिंह ने गोलियां दागी। युवराज ने बाइक चलाकर उसका साथ दिया। पुलिस ने दोनों के ऊपर एक-एक लाख रुपए का इनाम घोषित किया था। उक्त जानकारी एसएसपी दिनेश कुमार पी ने दिया।
उन्होंने बताया कि दोनों से जुड़े हुए सिंहासन यादव की तलाश की जा रही है। दोनों के पास से पुलिस ने तीन पिस्टल जिसमें से एक नाइन एमएम का है। इसके साथ नकद रुपए, कार्ड, मोबाइल और भारी मात्रा में कारतूस बरामद किया है। पुलिस के अनुसार तीनों के हत्या का मुख्य वजह है। वर्ष 2013 में हुए तिहरे हत्याकांड में समझौते की बात चल रही थी। जिसकी पैरवी शंभू मौर्या और रितेश मौर्या कर रहे थे।
गगहा इलाके 10 मार्च को जिला पंचायत सदस्य का चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे रितेश मौर्या की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। फिर 31 मार्च को रितेश के परिचित दुकानदार शंभू मौर्या और उनके कर्मचारी को गोली मार दी गई। तीनों हत्याओं के तौर—तरीकों से पता लगा कि एक ही गैंग ने वारदात को अंजाम दिया है। इस मामले में पुलिस साजिश में शामिल और शरण देने के आरोपियों को पकड़ा। तब सनी सिंह और युवराज का नाम प्रकाश में आया। दोनों के खिलाफ एक—एक लाख रुपए का इनाम घोषित होने पर पुलिस उनकी तलाश में जुटी थी।
सनी और युवराज ने पुलिस को बताया कि वर्ष 2013 में रस्सी खरीदने के विवाद में दुर्वासा गुप्ता, उनकी पत्नी और उनके बेटे की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। सन्नी के भाई टीका सिंह, सिंहासन यादव, अजय नारायण सिंह ने घटना को अंजाम दिया था। इस घटना में तीन लोग घायल भी हुए थे। दुर्वासा के बेटे बांकेलाल ने मुकदमा दर्ज करवाया था।
सनी ने बताया कि वह सुलह के लिए बांकेलाल को राजी करने में लगा था। लेकिन रितेश मौर्या और शंभू मौर्या के विरोध से उनको सजा हो सकती थी। इस मुकदमे में सनी जमानत पर छूटा था। जबकि उसका भाई टीका सिंह जेल में है। घटना के मुल्जिम सिंहासन यादव ने हत्या के लिए असलहे और कारतूस मुहैया कराए।
10 मार्च को सनी और युवराज बाइक से पहुंचे। रोजाना रात में आठ से नौ बजे के बीच गगहा चौराहे पर पहुंचने वाले रितेश मौर्या की गोली मारकर हत्या कर दी। गोरखपुर से भागकर दिल्लीः पहुंचे। इसके बाद दोबारा लौटकर शंभू मौर्या की हत्या की। बीच — बचाव करने पहुंचे संजय पांडेय को भी गोली मारी।