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सपा के वरिष्ठ नेता पंडित सिंह का कोरोना से निधन, अखिलेश यादव ने जताया दुःख

वह कोरोना संक्रमित थे। बताया जा रहा है कि लखनऊ के मिडलैंड अस्पताल में मेदांता के डॉक्टरों की टीम उनका इलाज कर रही थी। वह बीते 15 दिनों से वेंटिलेटर पर थे।

Update: 2021-05-07 16:04 GMT

लखनऊ/गोण्डा: समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता पूर्व मंत्री विनोद कुमार सिंह उर्फ पंडित सिंह का शुक्रवार को निधन हो गया। वह कोरोना संक्रमित थे। बताया जा रहा है कि लखनऊ के मिडलैंड अस्पताल में मेदांता के डॉक्टरों की टीम उनका इलाज कर रही थी। वह बीते 15 दिनों से वेंटिलेटर पर थे।  

गोंडा के नवाबगंज के बल्लीपुर के रहने वाले पूर्व मंत्री पंडित सिंह बीते माह कोरोना पॉजिटिव पाए गए थे। इसके बाद उन्हें लखनऊ के अस्पताल में भर्ती कराया गया था। बताया जाता है कि बाद में उनकी रिपोर्ट निगेटिव आ गई थी, लेकिन उनकी तबीयत में सुधार नहीं हुआ। इसी बीच वह कुछ दिन के लिए गोंडा के एससीपीएम अस्पताल में भी भर्ती रहे।

उनकी हालत में सुधार न देखते हुए परिवारजन फिर उन्हें लखनऊ ले गए। बीते कई दिनों से उनका इलाज मिडलैंड अस्पताल में चल रहा था। अस्पताल में इलाज के दौरान मौजूद देवेंद्र सिंह ने बताया कि लखनऊ से पूर्व मंत्री का शव उनके पैतृक निवास नवाबगंज बल्लीपुर के लिए लाया जा रहा है।

अखिलेश यादव ने ट्वीट कर जताया दु:ख : 

अखिलेश यादव ने ट्वीट कर लिखा कि वरिष्ठ समाजवादी पार्टी नेता, कई बार के विधायक एवं पूर्व मंत्री श्री विनोद कुमार सिंह उर्फ पंडित सिंह जी का निधन, अत्यंत दुखद। दुख की इस घड़ी में शोक संतप्त परिजनों के प्रति गहरी संवेदना एवं दिवंगत आत्मा की शांति की प्रार्थना। भावभीनी श्रद्धांजलि!

ऐसा रहा राजनीतिक सफर : 

पंडित सिंह के निधन की सूचना से राजनीति गलियारे व सपा में शोक की लहर दौड़ गई है। विनोद कुमार पंडित सिंह पहली बार समाजवादी पार्टी से 1996 में गोंडा विधानसभा सीट से विधायक चुने गए। इसके बाद वर्ष 2002 में भी वह गोंडा विधान सभा सीट से सपा के विधायक निर्वाचित हुए। प्रदेश में सपा की सरकार बनी।

तत्कालीन मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव ने उन्हें मंत्रिमंडल में शामिल किया। वह चिकित्सा शिक्षा राज्यमंत्री बनाए गए। इस बीच उन्होंने जिले के विकास के लिए कई अहम कार्य किए। मंत्री रहते हुए उन्होंने जिलेवासियों के दिल में एक अपनी अलग छाप छोड़ी, जो जहां चाहता था वहीं उन्हें रोककर अपनी समस्या का निस्तारण कराने के लिए फोन करवा देता था।

इसके बाद वर्ष 2007 के विधान सभा चुनाव में उन्हें बसपा प्रत्याशी जलील खां ने पराजित कर दिया। हार के बाद भी पंडित सिंह क्षेत्र में डटे रहे। सभी की सहायता करना और दुख-सुख में शामिल होना उनका कम नहीं हुआ। यही कारण रहा कि 2012 में हुए विधानसभा चुनाव में जनता ने फिर उन्हें अवसर दिया और वह फिर सपा से गोंडा विधान सभा से चुनाव जीत गए।

इस बार मुख्यमंत्री अखिलेश यादव रहे। उन्होंने भी पंडित सिंह को कैबिनेट में शामिल किया। वह पहले स्वतंत्र प्रभार राजस्व राज्यमंत्री बने। उसके बाद वह कृषि मंत्री बनाए गए। इस दौरान भी उन्होंने जिले को विकास की कई सौगातें दीं। 2017 में पंडित सिंह समाजवादी पार्टी से तरबगंज विधान सभा सीट से चुनाव लड़े। वह पराजित हो गए। हर समय सबके लिए सुलभ उपलब्ध रहने वाले पूर्व मंत्री पंडित सिंह के निधन की सूचना से सपाईयों का ही नहीं, बल्कि अन्य दलों के नेताओं में भी शोक व्याप्त हो गया है।

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