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समर्थन मूल्य पर बेचे गए गेहूं के भुगतान को लेकर शासन का 72 घंटे में भुगतान का है फरमान लेकिन किसान हो रहे परेशान

शासन द्वारा समर्थन मूल्य पर किसानों द्वारा भेजे गए गेहूं का भुगतान संबंधित किसान के खाते में 72 घंटे के अंदर करने के निर्देश हैं किंतु हफ्तो बीत जाने के बाद भी किसानों को बेचे गए गेहूं का भुगतान नहीं मिल पा रहा है।

Update: 2021-05-26 12:11 GMT

कानपुर देहात: जनपद में समर्थन मूल्य पर बेचे गए किसानों द्वारा गेहूं का भुगतान को लेकर समस्याएं बढ़ रही हैं डीएम के निर्देश भी किसानों को भुगतान कराने में अभी औपचारिक नजर आ रहे हैं। जिले में 6 एजेंसियों के माध्यम से 64 गेहूं खरीद केंद्रों में समर्थन मूल्य पर किसानों से गेहूं खरीदारी के मामले में शासन द्वारा समर्थन मूल्य पर किसानों द्वारा भेजे गए गेहूं का भुगतान संबंधित किसान के खाते में 72 घंटे के अंदर करने के निर्देश हैं किंतु हफ्तो बीत जाने के बाद भी किसानों को बेचे गए गेहूं का भुगतान नहीं मिल पा रहा है। खासकर चार प्राइवेट गेहूं खरीदने वाली एजेंसियों द्वारा जनपद के विभिन्न स्थानों पर खोले गए गेहूं खरीद केंद्रों में अत्यधिक लापरवाही दिख रही है।

गेहूं का उठान ना होने के चलते संबंधित एजेंसियों के पास धन की कमी है। जिसके चलते किसानों का भुगतान अधर में है लगभग 1000 से अधिक किसानों का करोड़ों का भुगतान बाकी है। इस मामले में आला अधिकारी भी कोई ध्यान नहीं दे रहे हैं। यही नहीं पिछली बार बेचे गए धान के भुगतान में किसानों के खाते में अभी भी धनराशि नहीं पहुंच सकी है। इस मामले में धान बिक्री करने वाले किसान भी परेशान हैं, जबकि जिला खाद्य विपणन अधिकारी शिशिर कुमार ने बताया कि धान खरीद संबंधी किसानों का संचित भुगतान समस्त एजेंसियों द्वारा किया जा चुका है। कुछ किसानों के खाते नंबर में गड़बड़ी होने के चलते उनके खाते में भुगतान नहीं पहुंच पाया है जिसका सुधार का कार्य कराया जा रहा है।

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