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कोरोना से जंग में आयुर्वेदिक व होम्योपैथी भी बेहद कारगर

क्षेत्रीय आयुर्वेदिक अधिकारी डॉ अशोक कुमार ने बताया है कि वर्तमान में देश व्यापी कोविड-19 संक्रमण को रोकने के लिए आयुर्वेद चिकित्सा विभाग भी पूरी मुस्तैदी से बचाव कार्यों में लगा है।

Update: 2021-04-29 13:39 GMT

गोण्डा: कोरोना संक्रमण से बचाव को आयुर्वेद विभाग और होम्योपैथिक विभाग के अधिकारियों द्वारा महत्वूपर्ण जानकारियों व सुझाव बताए गए हैं। क्षेत्रीय आयुर्वेदिक अधिकारी डॉ अशोक कुमार ने बताया है कि वर्तमान में देश व्यापी कोविड-19 संक्रमण को रोकने के लिए आयुर्वेद चिकित्सा विभाग भी पूरी मुस्तैदी से बचाव कार्यों में लगा है।

इसके लिए अनेक प्रकार की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने वाली दवाइयां आम जनमानस के लिए आयुर्वेदिक चिकित्सालयों में निःशुल्क वितरण के लिए उपलब्ध है।  क्षेत्रीय आयुर्वेदिक एवं यूनानी अधिकारी ने बताया कि वर्तमान संकट से निपटने के लिए जनपद में संचालित 42 चिकित्सालयों के माध्यम से निःशुल्क दवाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं। डॉ कुमार ने बताया कि इस समय संशमनी वटी (गिलोय वटी), आयुष-64, अगस्त्य हरीतकी, अणु तेल, संजीवनी वटी, सुदर्शन चूर्ण, और अश्वगंधा चूर्ण आदि दवाएं उपलब्ध है।

उन्होंने बताया कि आयुष-64 बुखार के लिए रामबाण औषधि है। इसे दो दो-दो गोली तीन से चार बार दिन में गुनगुने जल से प्रयोग करें। अगस्त्य हरीतकी और संशमनी वटी बहुत ही प्रभावी और रोग प्रतिरोधक क्षमता विकसित करने वाली औषधि हैं। उन्होंने जरुरतमंद लोगों से अपील की है कि वे अपने निकटतम आयुर्वेदिक चिकित्सालयों में जाकर इन दवाओं को निःशुल्क प्राप्त करके उनका सेवन करें तथा कोविड-19 से बचें।

भारत समेत पूरी दुनिया कोरोना वायरस के प्रकोप से जूझ रही है। कोविड-19 वायरस के कारण अब तक हजारों लोगों ने अपनी जान गंवा दी है। कोरोना वायरस के प्रकोप से बचने का एकमात्र उपाय स्वास्थ्य दिशा निर्देशों का पालन करना है। नियमित तौर पर साफ सफाई करते रहना आवश्यक है, खासतौर पर हाथ धोना। इन सबके साथ यदि आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता बेहतर रहेगी तो आप औरों के तुलना में कोरोना वायरस के प्रकोप से बचने में ज्यादा सफल रहेंगे। आयुर्वेद में ऐसे कई उपाय हैं, जिनको अपनाकर आप अपने शरीर के इम्यून सिस्टम को बेहतर कर सकते हैं, साथ ही अपने घर तथा आस-पास के वातावरण को कोरोना वायरस के प्रकोप से भी मुक्त रख सकते हैं।

कोरोना वायरस के प्रकोप से बचने के लिए आयुर्वेदिक यूनानी अधिकारी डॉ अशोक कुमार ने कुछ सुझाव दिए हैं, जिनका पालन करके हम खुद को सुरक्षित रख सकते हैं। कोविड-19 वायरस के प्रभाव से बचने के लिए सबसे जरूरी है कि आप नियमित तौर पर गुनगुना पीना पिएं। शरीर के इम्यून सिस्टम को दुरूस्त रखने के लिए आपको नियमित तौर पर उचित मात्रा में आंवला, एलोवेरा, गिलोय, नींबू आदि का जूस पीना चाहिए। रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने के आप पानी में तुलसी रस की कुछ बूंदें डालकर पी सकते हैं।

इसके अलावा गर्म दूध में हल्दी मिलाकर पीने से भी रोग प्रतिरोधक क्षमता बेहतर होती है। इम्यून सिस्टम की बेहतरी के लिए आप अष्टादसांग काढ़ा, गुडूच्यादि काढ़ा, अमृतउत्तरम काढ़ा या सिरिशादी काढ़ा का सेवन करना उत्तम रहेगा। घर और आस-पास के वातावरण को स्वच्छ रखने के लिए आप नियमित तौर पर नीम की पत्तियों, गुग्गल, राल, देवदारु और दो कपूर को साथ में जलाएं। उसके धुएं को घर और आस-पास में फैलने दें।

कोविड-19 में होम्योपैथिक दवाइयां भी बेहद कारगर

जिला होम्योपैथिक अधिकारी ने बताया कि  कोविड-19 से बचाव में होम्योपैथिक भी दवाइयां बहुत प्रभावी है। विभिन्न लक्षणों के अनुसार दवाओं के बारे में उन्होंने बताया कि कोविड की रोकथाम के लिए आर्सेनिक अल्बम30, बुखार के साथ तेज प्यास लगने पर ब्रायोनिया अल्बा 30, हल्के बुखार, बदन दर्द, थकान के साथ प्यास न लगने पर जेल्सीमियम 30, फेफड़े में बलगम का जमाव होने पर एन्टिम टार्ट 30, निकलने वाला बलगम चिप-चिपा होने पर काली बोई कोम 30, आक्सीजन लेवल बढ़ाने के लिए फास्फोरम 30 व एस्पिडोस्पर्मा 30 बेहद कारगार दवाइयां हैं जिनका प्रयोग किया जा सकता है।

होम्योपैथिक अधिकारी ने स्पष्ट किया है कि आक्सीजन लेवल बढ़ाने के लिए एस्पिडोस्पर्मा 30 का प्रयोग कोविड पाजिटिव मरीज को ही प्रयोग करना चाहिए। इसके अलावा हाथ को बार-बार धुलने, गरम पानी व काढ़ा पीने के साथ ही मास्क व सैनिटाइजर का प्रयोग अनिवार्य रूप से करना चाहिए। 

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