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फतेहपुर: सहायक बैंक मैनेजर कोरोना पॉजिटिव, नही सील हुआ बैंक

गुरुवार को सहायक प्रबंधक हिमांशु कोरोना पॉजिटिव हो गए। इसके बाद भी बैंक सील नही हुआ। दिनभर लोगों का आना-जाना बना रहा।

Update: 2021-04-15 12:05 GMT


फतेहपुुुर: जिले में कोरोना मरीजों की अचानक तेजी आने से न केवल स्वास्थ्य विभाग बल्कि प्रशासन भी चिंतित है। इसके बावजूद भी लापरवाही देखने को मिल रही है।

ताजा मामला असोथर नगर पंचायत के ग्रामीण बैंक का है। यहां पर गुरुवार को सहायक प्रबंधक हिमांशु कोरोना पॉजिटिव हो गए। इसके बाद भी बैंक सील नही हुआ। दिनभर लोगों का आना-जाना बना रहा। इस पर जब कर्मचारियों से बात की गयी तो वे लोग हवा-हवाई कहानी सुनाने लगे। उल्लेखनीय है कि पिछले 24 घण्टे में 50 मरीज संक्रमित हुए है।

सुबह 10 बजे से संचालित हो रहे बैंक में उस समय हड़कंप मच गया जब सहायक प्रबंधक की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आ गयी। उन्हें कोरोना के प्रारंभिक लक्षण दिखायी दिए थे। जिसके बाद उन्होंने जांच कराई, जिसमें रिपोर्ट पॉजिटिव रही। मामले पर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी डॉक्टर उपेंद्र कुमार ने बताया कि उन्होंने तत्काल बैंक को सेनेटाइज्ड करवाया और अन्य बैंक कर्मियों की जांच भी करायी।

हालांकि अन्य बैंककर्मी निगेटिव रहे। बैंक में कोरोना पेशेंट निकलने के बाद भी बैंक का संचालन होता रहा। परिसर के बाहर और अंदर मौजूद लोग मास्क नही लगाए थे। बैंक बंद न करने पर एक कर्मी ने बताया कि बैंक बंद नही होगा। ऐसे गैर जिम्मेदाराना कर्मचारियों की वजह से न केवल संक्रमण का खतरा बना हुआ है बल्कि स्वास्थ्य विभाग के लिए अतिरिक्त खतरे की घंटी बन रहा है।

बैंक के आसपास दुकानें और ठीक सामने कई लोगों के घर भी हैं। ऐसे में यहां सभी लोगों की जांच करते हुए अभियान चलाने की आवश्यकता है। क्योंकि बैंक में भीड़ होने के कारण ग्राहक आसपास की दुकानों या घरों के बाहर बैठे लोगों के सम्पर्क में आते रहते हैं। ऐसे में सभी की जांच होना अति आवश्यक है। जब कहीं पर कोरोना पेशेंट निकलता है तो उस स्थान को सील करते हुए सेनेटाइज्ड किया जाता है। लेकिन यहाँ पर सेनेटाइजेशन करके खानापूर्ति की गई, जबकि परिसर को सील नही किया गया। ऐसे में बैंक प्रबंधन की लापरवाही को समझा जा सकता है।

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