परिजनों ने लगाया हत्या करके शव लटकाने का आरोप
मथुरा। थाना राया क्षेत्र स्थित ककरेरिया के पास जंगल में सिपाही का शव संदिग्ध परिस्थिति में फंदे पर लटका हुआ मिलने से सनसनी फैल गई।
जानकारी के अनुसार 27 वर्षीय अरूण पुत्र विनोद सिंह निवासी गांव घंघोरी थाना टप्पल जिला अलीगढ़ यूपी पुलिस में बतौर सिपाही भर्ती हुआ था। विगत 2 फरवरी से वह आगरा के रकाबगंज थाना में तैनात था। बताते हैं कि बड़े भाई महाजीत का उसकी पत्नी रचना से विवाद चल रहा था। बड़ा भाई पत्नी से अलग रहता था। पत्नी रचना ने अलीगढ न्यायालय में कई मुकदमे दर्ज करा रखे हैं। इसके अलावा सिपाही की भाभी रचना विवाद के बाद भी ससुराल में रहती थी।
रविवार सुबह सिपाही की भाभी रचना थाना रकाबगंज पहुंची और आरोप लगाते हुए कहा कि सिपाही यानी उसका देवर अरूण पिछले दो साल से उसे शादी का झांसा देकर उसके साथ बलात्कार करता आ रहा है। विवाहिता का यह भी आरोप था कि उसका गर्भ ठहर गया तो सिपाही अरूण ने उसका गर्भपात करा दिया था। इसे सुनकर रकाबगंज थाना प्रभारी विवेक ने सिपाही व विवाहिता के परिजनों को बुला लिया।
थाना प्रभारी ने सिपाही के पिता, चाचा और भाई को हिरासत में ले लिया। इसके बाद दोनों पक्ष घर पहुंच कर समझौता होने की बात तय हुई तो रविवार रात 8 बजे सिपाही अरूण थाने में ही तैनात साथी सिपाही अरविंद और विवाहिता रचना और एक ड्राइवर तथा रचना का 6 साल बच्चा टप्पल के लिए रवाना हो गये।
बताते हैं कि रास्ते में राया के ककरेरिया गांव के पास कार से तेल खत्म होने पर रकाबगंज थाने से साथ आया सिपाही अरविंद लापरवाही दिखाते हुए बस से वापस आगरा चला गया। कार का ड्राइवर तेल लेने नहीं गया, वह कार में ही बैठा रहा। इस बीच रचना भी बस द्वारा वापस रकाबगंज थाने पहुंच गई।
विवाहिता रचना का कहना है कि सिपाही अरूण कार से उतर कर जंगल की ओर भाग गया था। इसके बाद सोमवार सुबह गांव ककरेरिया के जंगल में सिपाही का शव पेड़ पर लटका हुआ मिला। मृत सिपाही के पास मिले पहचान पत्र से उसकी शिनाख्त हुई। सूचना मिलने पर मौके पर थाना प्रभारी राया रमेश भारद्वाज पहुंच गये और मृत सिपाही के परिजनों को घटना की सूचना दी।
इसके बाद मौके पर पहुंचे मृत सिपाही के चाचा अमोद और पिता विनोद तथा बड़े भाई महाजीत ने विवाहिता के आरोपों को मनगढ़ंत बताते हुए कहा कि अरूण की हत्या की गई है। हत्या करने के बाद घटना को आत्महत्या दर्शाने के लिए शव को फांसी के फंदे पर लटकाया गया है। उन्होंने कहा कि अरूण के साथ आया सिपाही अरविंद अगर नहीं भागता तो अरूण की जान बच सकती थी। मृत सिपाही के पिता ने हत्या के आरोप की तहरीर राया थाने में दे दी है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।