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योगी आदित्यनाथ ने कहा - अपराधियों में कानून का भय और जनता में सुरक्षा का एहसास हमारी प्राथमिकता

Update: 2019-10-21 09:26 GMT

लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि हमारी सरकार की प्राथमिकता अपराधियों में कानून का भय व्याप्त कराने के साथ जनता को सुरक्षा का एहसास कराने की है। इसमें पुलिस से बराबर सहयोग मिल रहा है। अब तक सौ से अधिक अपराधियों को एनकाउन्टर में मारा गया है जबकि इससे अधिक संख्या में बड़े अपराधी जेल में बंद हैं। अब जनता में सुरक्षा की भावना व्याप्त हुई है।

मुख्यमंत्री सोमवार को पुलिस स्मृति दिवस पर लखनऊ पुलिस लाइन में आयोजित कार्यक्रम को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने शहीद पुलिसकर्मियों को श्रद्धांजलि दी और शहीदों के परिजनों को सम्मानित भी किया। इस मौके पर मुख्यमंत्री रैतिक परेड का भी निरीक्षण किया। मुख्यमंत्री जब शहीद सैनिकों के परिवार से मिल रहे थे उसी समय उन्होंने एक बच्चे को अपनी गोद में उठा लिया और उसे खूब दुलार भी किया।

उन्होंने पुलिस के योगदान की सराहना करते हुए कहा कि प्रदेश में कानून व्यवस्था को सुधारने के लिए पुलिस ने बेहतर कार्य किया। बदमाशों से हुई मुठभेड़ में पांच बहादुर जवान शहीद हुए तो करीब 752 पुलिस कर्मी घायल हुए। इसके लिए पुलिस बधाई की पात्र है। हमारे शहीदों ने पुलिस विभाग के साथ प्रदेश का गौरव बढ़ाया है। ऐसे शहीदों के लिए हम हमेशा ऋणी रहेंगे। हमारी सरकार शहीद परिवारों के साथ है, उनकी हर संभव मदद करेगी। सरकार ने 28453 अराजपत्रित पुलिसकर्मियों को प्रोन्नत किया है। 39 नए थाने खोले गए। 169 शहीदों व मृत कर्मियों के परिजनों को 37 करोड़ रुपये की सहायता दी गई।

उन्होंने कहा कि पुलिस बल जनता की सुरक्षा के लिए हमेशा तत्पर है। अब प्रदेश में कोई संगठित अपराधी जेल से बाहर नहीं है। 10 हजार अपराधियों को गिरफ्तार किया। गैंगस्टर में 23,700 वांछित अभियुक्त जेल जा चुके हैं। कानून के भय के चलते ही 16985 वांछित अपराधी डर के कारण अपनी जमानत कैंसिल कराकर वापस जेल जा चुके हैं। महिलाओं की सुरक्षा के लिए एंटी रोमियों बल का गठन किया गया है। उन्होंने प्रयागराज कुम्भ के शांतिपूर्ण आयोजन को लेकर उत्तर प्रदेश पुलिस को बधाई भी दी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार महिलाओं की सुरक्षा को लेकर बेहद गम्भीर है। 5,400 महिलायों को मार्शल आर्ट का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। महिलाओं की शिकायतों के लिए अलग से एप तैयार किया गया है। अब यूपी डायल 100 को 112 कर दिया जाएगा। यूपी कॉप एप का दो लाख से अधिक लोग लाभ उठा रहे हैं।

इस वर्ष देश भर में 292 पुलिसजन शहीद हुए हैं। इनमें उत्तर प्रदेश के पांच पुलिसकर्मी निरीक्षक सुबोध कुमार सिंह (बुलंदशहर), मुख्य आरक्षी सुरेश प्रताप सिंह (गाजीपुर), आरक्षी हर्ष चौधरी (अमरोहा), आरक्षी हरेन्द्र सिंह और बृजपाल सिंह (संभल) शामिल हैं।

21 अक्टूबर 1959 को लद्दाख के हॉट स्प्रिंग में देश की सुरक्षा की प्रथम पंक्ति में तैनात केरिपुबल के एक छोटे से गश्ती दल पर चीनी सेना द्वारा भारी संख्या में घात लगाकर हमला किया गया था। इस लड़ाई में 10 केरिपुबल के रण बांकुरों ने सर्वोच्च बलिदान दिया था। शहीद पुलिसकर्मियों की याद में स्मृति दिवस मनाया जाता है।

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