मुख्यमंत्री बोले - योजनाओं का सही से पालन होता तो किसान आत्महत्या न करते
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बिना नाम लिए कांग्रेस पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि अगर योजनाओं का सही से पालन किया गया होता तो किसानों को आत्महत्या नहीं करनी पड़ती। मनरेगा की योजनाएं अगर सही ढंग से चलाई जाए तो किसानों को निश्चित तौर पर मुनाफा हो सकता है।
मुख्यमंत्री गुरूवार को बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर केन्द्रीय विश्वविद्यालय में आयोजित किसानों की आय को दोगुना करने हेतु कृषि व मनरेगा कन्वर्जेंस को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि 260 योजनाएं ऐसी हैं, जिन्हें मनरेगा के अंतर्गत किया जा सकता है। इनमें 193 सामुदायिक हैं और 67 योजनाओं को व्यक्तिगत रूप से मनरेगा से जोड़कर किसानों को लाभान्वित किया जा सकता है। प्रधानमंत्री ने न्यूनतम समर्थन मूल्य की घोषणा की है। जिसमें लगभग 14 ऐसी फसलें हैं, जिनके समर्थन मूल्य में 50 फीसदी से लेकर 150 फीसदी तक की वृद्धि हुई है।
योगी ने कहा कि प्रधानमंत्री ने चाहा कि किसानों की आय दोगुनी होनी चाहिए और देश की खुशहाली का रास्ता कहीं से जाता है तो वह गांव और किसानों से होकर जाता है। उन्होंने कहा कि आज लखनऊ में पहली कार्यशाला हुई। उन्होंने कहा कि 'किसानों का देश के विकास में योगदान-देश की खुशहाली का रास्ता किसान' चार जगहों पर कार्यशाला कराई जाएंगी। किसानों को लेकर सरकार गंभीर, आय दोगुना करने का हमारा लक्ष्य है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि मौजूदा समय में मनरेगा की योजनाओं को बारीकी से देखें तो इसका लाभ लघु और सीमांत किसानों के साथ-साथ सामान्य नागरिक, किसान व मजदूर तक को मिल सकता है। गांवों में मनरेगा के बारे में जागरूकता का अभाव है। किसानों को मनरेगा के प्रति जागरूक करने से गांव-गरीब, किसान और मजदूर के जीवन में आमूल-चूल परिवर्तन लाया जा सकता है।
योगी ने कहा लोगों में जागरूकता पैदा करके किसानों की आय को बढ़ाया जा सकता है। किसानों की आय दोगुना करने के प्रधानमंत्री के सपने को पूरा करने में इस तरह की कार्यशाला वरदान साबित होगी। उन्होंने कहा कि आजादी के बाद पहली बार किसी प्रधानमंत्री ने किसानों की आय दोगुनी करने के बारे में सोचा है और मनरेगा का इस्तेमाल कृषि में कैसे कर सकते हैं। इसका आज की कार्यशाला में आप सबके सुझाव के बाद शामिल किया जाएगा। उन्होंने कहा आपके सुझाव को 07 मुख्यमंत्रियों की टीम अपनी रिपोर्ट में शामिल करेगी।
दरअसल, केंद्र सरकार ने किसानों की आय बढ़ाने के लिए 07 मुख्यमंत्रियों की एक कमेटी का गठन किया है' जिसमे प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी शामिल हैं। कार्यशाला के सुझाव नीति आयोग को भेजे जाएंगे, ताकि बेहतर परिणाम मिलें।