कला के क्षेत्र में एक बार फिर गौरवान्वित हुई ताजनगरी

- पं. केशव तलेगांवकर, डाॅ. नीलू शर्मा व रंगकर्मी राजेश पंडित को मिली जिम्मेंदारी

Update: 2018-06-30 15:14 GMT
पं. केशव तलेगांवकर

आगरा। कला के क्षेत्र में एक बार फिर ताजनगरी में अपनी उपस्थिति से शहरवासियों को गौरवान्वित किया है। प्रदेश सरकार ने शहर के तीन कला साधकों को लोककला के प्रसार की जिम्मेदारी दी है। जाने माने शास्त्रीय संगीतज्ञ पं. केशव तलेगांवकर को उत्तर प्रदेश संगीत नाटक अकादमी का सदस्य, वरिष्ठ रंगकर्मी राजेश पंडित को भारतेंदु नाट्य अकादमी का सदस्य एवं विख्यात तबला वादक डा. नीलू शर्मा को राष्ट्रीय कथक संस्थान का सदस्य बनाया गया है।

डाॅ. नीलू शर्मा एवं राजेश पंडित 

संगीत के क्षेत्र में पं. केशव तलेगांवकर कोई नया नाम नहीं है। वर्षो से आगरा में रहकर संगीत के क्षेत्र में अनतुलनीय योगदान दे रहे पं. केशव ग्वालियर घराने के संगीताचार्य पं. रघुनाथ तलेगांवकर के पुत्र हैं और पं. सुरेंद्र मोहन, स्व. फकीर चंद, मृदंगाचार्य उस्ताद लल्लू सिंह एवं अजराड़ा घराने के उस्ताद करीब खां से संगीत की शिक्षा प्राप्त कर चुके हैं। राष्ट्रीय कथक संस्थान की सदस्य बनीं डॉ. नीलू शर्मा दयालबाग शिक्षण संस्थान के संगीत विभाग में प्रोफेसर हैं। कथक का आरंभिक ज्ञान अंतरराष्ट्रीय कथक नृत्यांगना काजल शर्मा से लेने के बाद उन्होंने कथक एवं तबला वादन स्व. लल्लू सिंह सीखा। इसके बाद 1991 से 2003 तक कथक सम्राट बिरजू महाराज के शिष्य स्व. पंडित अर्जुन मिश्रा से लखनऊ घराने के कथक नृत्य की शिक्षा ली। वहीं शहर के प्रसिद्ध नाटक कार राजेश पंडित, लोकनाट्य कला को एक अनूठी पहचान दे रहे हैं। 40 से अधिक नाटकों में अभिनय और 60 से अधिक नाटकों का निर्देशन करने वाले राजेश ने हिंदी फीचर फिल्म और धारावाहिक का निर्देशन भी किया है। 

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