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बहराइच को सीएम योगी ने दिए कई उपहार, सैकड़ों करोड़ की योजनाओं का लोकार्पण-शिलान्यास

मुख्यनंत्री योगी आदित्यनाथ ने महाराणा प्रताप, और पयागपुर के पूर्व MLA रुद्रेंद्र विक्रम सिंह की प्रतिमा का अनावरण किया।

Update: 2021-03-27 11:49 GMT

बहराइच/अतुल अवस्थी। ब्रम्हा की धरती बहराइच शनिवार को एक बार फिर उस वक्त भारत माता की जय और वंदेमातरम के उद्घोष से गुंजायमान हो उठी जब मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बहराइच पहुंचे। किसान पीजी कालेज ग्राउंड में आयोजित समारोह में सीएम ने दीप प्रज्जवलित कर कार्यक्रम का उद्घाटन किया। मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम को सम्बोधित कर जनपदवासियों को होली की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि यह मेरे लिए सौभाग्य का विषय है कि डेढ़ माह के अन्तराल में मुझे दो बार वीर शिरोमणि महाराजा सुहेलदेव की धरती पर आने का सौभाग्य प्राप्त हुआ है। उन्होंने कहा कि विगत 16 फरवरी को देश के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा चित्तौरा झील के पर्यटन विकास के लिए विकास कार्यों का शिलान्यास तथा मेडिकल कालेज का लोकार्पण किया गया था। इससे पूर्व प्रदेश सरकार द्वारा बहराइच जिला चिकित्सालय का नाम बदलकर महार्षि बालार्क चिकित्सालय तथा मेडिकल कालेज का नामकरण महाराजा सुहेलदेव के नाम पर किया गया था।

कई योजनाओं का किया शिलान्यास

मुख्यनंत्री योगी आदित्यनाथ ने वीर योद्धा महाराणा प्रताप व पयागपुर के पूर्व विधायक रहे राजा रुद्रेंद्र विक्रम सिंह की प्रतिमा का अनावरण किया। इसके बाद 333.84 करोड़ की विकास परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया। कैसरगंज नगर पंचायत के कार्यालय का भी मुख्यमंत्री योगी ने शुभारंभ किया। प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप जी की प्रतिमा के अनावरण के उपरान्त स्व. ठाकुर हुकुम सिंह किसान स्नातकोत्तर महाविद्यालय बहराइच के परिसर में आयोजित कार्यक्रम का दीप प्रज्ज्वलित कर शुभारम्भ किया। शुभारम्भ के पश्चात मुख्यमंत्री ने 69.70 करोड़ की 55 परियोजना का लोकार्पण तथा 264.12 करोड़ लागत की 61 परियोजनाओं का शिलान्यास किया। विभिन्न योजनाओं के लाभार्थियों को स्वीकृति-पत्र, आवास की चाभी एवं टूलकिट तथा चेक का वितरण भी किया। इस अवसर पर उन्होंने पयागपुर के राजा स्व. रूदेन्द्र बिक्रम सिंह की प्रतिमा का अनावरण तथा स्व. सुखदराज सिंह छात्रावास का शिलान्यास भी किया।


बहराइच में आना सौभाग्य की बात

मुख्यमंत्री ने कहा कि शौर्य और पराक्रम की धरती बहराइच में वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप के प्रतिमा के अनावरण का अवसर प्राप्त होना गर्व की बात है। उन्होंने ऐसे कार्यक्रम के आयोजन के लिए बधाई दी। मुख्यमंत्री ने कहा कि जनपद बहराइच में मेडिकल कालेज की स्थापना से जिले के साथ-साथ आस-पास के दूसरे जनपदों को चिकित्सा की बेहतर सुविधाएं भी मिलेगी। उन्होंने कहा कि देवीपाटन मण्डल में गोण्डा, बहराइच, बलरामपुर व श्रावस्ती जनपद शामिल हैं। जनपद गोण्डा व बलरामपुर में भी मेडिकल कालेज की स्थापना के लिए कार्यवाही की जा रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि तराई के जनपदों में मेडिकल कालेज की स्थापना से जहाॅ एक ओर स्थानीय लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं प्राप्त होंगी वहीं संचारी रोगों पर भी प्रभावी नियंत्रण होगा। कहा कि प्रदेश में विगत 04 वर्षों में तेज़ी के साथ विकास हुआ है। मूलभूत सुविधाओं का विकास हुआ है और योजनाओं का लाभ सीधे जनता को मिल रहा है। आयुष्मान भारत योजना, मुख्यमंत्री जन आरोग्य मेलों व अन्य स्वास्थ्य योजनाओं के माध्यम से प्रदेशवासियों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध करायी जा रही हैं। जिलाधिकारियों की संस्तुति पर प्रदेश में निराश्रित व असहाय लोगों को 900 करोड़ की स्वास्थ्य सेवाएं मुहैया करायी गयीं हैं। प्रदेश में महिलाओं एवं बालिकाओं की सुरक्षा, सम्मान एवं स्वावलम्बन के लिए मिशन शक्ति अभियान संचालित किया गया जिससे महिलाओं एवं बालिकाओं में जागरूकता आयी है। उन्होंने कहा कि महिला सशक्तिकरण के लिए महिला स्वयं सहायता समूहों का गठन सबसे बेहतर विकल्प है। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश के 08 आकांक्षात्मक जनपदों में शामिल बहराइच में जनप्रतिनिधियों एवं अधिकारियों के बेहतर समन्वय से सभी सूचकांकों में उल्लेखनीय प्रगति हुई है। जिसके लिए यहां के जनप्रतिनिधि व जिले के अधिकारी बधाई के पात्र हैं। उन्होंने कहा कि जिस तेज़ी के साथ जिले का समग्र विकास हुआ है उससे आशा है कि बहराइच प्रदेश के दूसरे सामान्य जनपदों की श्रेणी में आ जायेगा।

बहराइच तेजी से सहेज रहा अपनी पुरातन संस्कृति

मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि बहराइच की धरती पर बार-बार आने का अवसर मिल रहा है। इसके पहले बसंत पंचमी को हम बहराइच आए थे अब फिर से वीरों का सम्मान करने का अवसर मिला। बहराइच तेजी के साथ अपनी पुरातन संस्कृति को सहेजने और उसे लोगों के बीच पहुंचाने के लिए कदम बढ़ा रहा है। उन्होंने कहा कि भारतीय संस्कृति और स्वाधीनता की रक्षा के लिए वीरों ने बलिदान दिया। एक हजार साल पहले महाराजा सुहेलदेव ने चित्तौरा की कर्मभूमि से विदेशी आक्रांता सालार मसूद और उसकी सेना का संहार किया था। उस समय देश की जनता उस युद्ध का महत्व समझती तो विदेशी आक्रांता इस देश में कभी पैर नहीं रख पाते।

विशिष्ट अतिथि रहे मौजूद

कार्यक्रम को विशिष्ट अतिथि मा. मंत्री, जल शक्ति (सिंचाई एवं जल संसाधन, बाढ़ नियंत्रण, लघु सिंचाई, नमामि गंगे तथा ग्रामीण जलापूर्ति विभाग) डॉ. महेन्द्र सिंह, मा. मंत्री, पिछड़ा वर्ग कल्याण एवं दिव्यांगजन सशक्तिकरण/प्रभारी मंत्री अनिल राजभर, सहकारिता मंत्री मुकुट बिहारी वर्मा, सांसद अक्षयवर लाल गोंड, पूर्व मंत्री व विधायक सदर अनुपमा जायसवाल, पयागपुर के सुभाष त्रिपाठी, नानपारा की माधुरी वर्मा, बलहा की सरोज सोनकर ने भी सम्बोधित करते हुए प्रदेश सरकार की 04 वर्ष की उपलब्धियों पर प्रकाश डाला। जबकि विधायक महसी सुरेश्वर सिंह ने अतिथियों के प्रति धन्यवाद जताया। कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री को महाराणा प्रताप की प्रतिमा व एक जनपद-एक उत्पाद के तहत गेहूं की डण्ठल से तैयार की गयी महाराणा प्रताप की कलाकृति भेंट की गयी। इस अवसर पर आयुक्त देवीपाटन मण्डल एसवीएस रंगाराव, आईजी डॉ. राकेश कुमार सिंह, जिलाधिकारी शम्भु कुमार, नवागंतुक पुलिस अधीक्षक सुजाता सिंह, मुख्य विकास अधिकारी कविता मीना व अन्य अधिकारी, संभ्रान्त व गणमान्यजन मौजूद रहे। 

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