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नागरिकता विधेयक के विरोध में पूर्वोत्तर बंद, ब्रहमपुत्र घाटी में व्यापक असर

- पूर्वोत्तर को जोड़ने वाले राष्ट्रीय राजमार्ग-37 पर भी यातायात ठप - बंद समर्थकों ने गुवाहाटी और आसपास इलाके में कई वाहनों में की तोड़फोड़ - दुकान, व्यापारिक प्रतिष्ठान बंद और स्कूल- कालेजों में पहले ही छुट्टी घोषित

Update: 2019-12-10 05:00 GMT

गुवाहाटी। नागरिकता संशोधन विधेयक (कैब)-2019 को रद्द कराने की मांग को लेकर असम समेत पूरे पूर्वोत्तर में नॉर्थ ईस्ट स्टूडेंट्स ऑर्गेनाइजेशन (नेसो) के आह्वान पर 11 घंटे के पूर्वोत्तर बंद का आह्वान किया गया है। इस बंद का असर असम के ब्रह्मपुत्र घाटी में व्यापक तौर पर सुबह से ही देखा जा रहा है। हालांकि बंद के दौरान किसी तरह की अप्रिय वारदात की सूचना नहीं है।

राजधानी गुवाहाटी व के आसपास इलाकों में सुबह से ही बंद का असर दिखने लगा है। गुवाहाटी के बाहरी इलाके सोनापुर स्थित राष्ट्रीय राजमार्ग-37 पर असम छात्र संघ (आसू) ने जगह-जगह टायर जलाकर विरोध प्रदर्शन किया है। इसकी वजह से राष्ट्रीय राजमार्ग पर वाहनों आवाजाही पूरी तरह से ठप हो गई। ज्ञात हो कि राष्ट्रीय राजमार्ग-37 पर किसी भी समय यातायात बंद नहीं होता है, क्योंकि यह मार्ग पूरे पूर्वोत्तर को जोड़ने वाली जीवनरेखा है।

उधर, गुवाहाटी के विभिन्न हिस्सों में भी बंद समर्थकों ने जगह-जगह टायर जलाकर विरोध प्रदर्शन किया। राष्ट्रीय राजमार्ग 37 व 6 पर वाहनों की आवाजाही पूरी तरह बंद हो गई है। बंद समर्थकों ने गुवाहाटी व इसके आसपास इलाके में कई वाहनों को क्षतिग्रस्त भी किया है। वहीं आंदोलनकारियों ने जगह-जगह टायर जलाकर विरोध प्रदर्शन किया है। गुवाहाटी में भी वाहनों की आवाजाही बंद है। हालांकि ट्रेनों पर बंद का अभी तक असर नहीं पड़ा है। बंद को देखते हुए सभी दुकान, व्यापारिक प्रतिष्ठानों के अलावा स्कूल व कालेजों में पहले ही छुट्टी घोषित कर दी गई है।

उल्लेखनीय है कि कैब को रद्द करने की मांग को लेकर नेसो द्वारा सुबह पांच बजे से शाम चार बजे तक पूरे पूर्वोत्तर बंद का आह्वान किया गया है। इस बंद को सभी राज्यों के प्रमुख छात्र संगठनों का पूरा समर्थन मिल रहा है। हालांकि नेसो के सदस्य सभी राज्यों के छात्र संगठन ही हैं।

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