SwadeshSwadesh

छत्तीसगढ़ में कांग्रेस पार्टी बिना दूल्हे की बारात : राजनाथ सिंह

Update: 2018-11-14 15:25 GMT

रायपुर। छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव में झूठे वादे करने वाले कांग्रेस पार्टी प्रदेश में मुख्यमंत्री का चेहरा ही नहीं खोज सकी है। उनके प्रचार से ऐसा लग रहा है कि जैसे बिना दूल्हे के कांग्रेसी प्रदेश में बारात लेकर चल रहे हैं। हमारा तो पिछले 15 सालों से दूल्हा घोषित है। यह बात दूसरे चरण के मतदान से पूर्व दो दिवसीय दौरे पर छत्तीसगढ़ आये देश के गृहमंत्री ने मरवाही सहित चुनावी आम जनसभा के दौरान कही।

उन्होंने कहा, कांग्रेस में मुख्यमंत्री की घोषणा होने के बाद पूरी बिखर जाएगी। इसी डर से वह अपना दूल्हा तलाश ही नहीं रहे। कहा, 2003 के बाद से छत्तीसगढ़ की लगातार तस्वीर बदलती गई। हम विकास का वादा कर रहे हैं, चौथी बार रमन सरकार बनने पर विकास की जवाबदेही हमारी होगी। यहीं नहीं जीतने पर लड़का व लड़कियों के प्रथम स्थान लाने पर हमारी सरकार स्कूटी मुहैया कराएगी। संकल्प पत्र की घोषणाओं का जिक्र करते हुए कहा, इसमें किसानों का भरपूर ध्यान रखा गया है। सभी वर्गों के लोगों के लिए भी पर्याप्त योजनाएं शामिल हैं।

एक सवाल पर गृहमंत्री ने कहा, पहले चरण के 18 विधानसभा सीटों पर मतदाताओं के भारी मतदान सरकार के खिलाफ नहीं बल्कि यह सरकार के पक्ष में भारी मतदान हुआ है। उन्होंने कहा, आप देखेंगे की 2018 में प्रदेशों और 2019 में लोकसभा चुनाव में केंद्र में भाजपा की सरकार बनेगी। यहां पर राजनाथ ने अजीत जोगी पर छुटकी लेते हुए कहा, वह विधयाक और मुख्यमंत्री रहे लेकिन प्रदेश में सिंचाई की व्यवस्था नहीं कर सके। इसके बाद उन्होंने जोगी को कांग्रेस बी पार्टी कहते हुए तंज भी कसा।

बताते चलें कि प्रदेश में दो दिवसीय दौरे पर आये गृहमंत्री ने पहले दिन बुधवार को तीन जनसभाओं को सम्बोधित करते हुए प्रत्याशियों व पार्टी के पक्ष में मतदान कर जीताने की अपील की। प्रचार के बाद राजधानी लौटे गृहमंत्री रात्रि विश्राम के दौरान पार्टी नेताओं से मिलकर 20 नवम्बर को होने वाले मतदान को लेकर रणनीति पर भी चर्चा करेंगे।

गृहमंत्री की मौजूदगी में नक्सलियों ने किये हमले

प्रदेश में चुनाव प्रचार के लिए आए गृहमंत्री राजनाथ जहां एक ओर जनसभाओं को सम्बोधित कर रहे थे तो दूसरी ओर नक्स​ली बीजापुर व दंतेवाड़ा में जवानों पर हमले कर रहे थे। इन हमलों में कई जवान घायल भी हुए हैं। नक्सलियों के इन हमलों के पीछे पहले चरण के मतदान में वोट प्रतिशत बढ़ने की बौखलाहट माना जा रहा है।

Similar News