SwadeshSwadesh

इंडियन नेवी ने की गैस रिसाव को रोकने में ओएनजीसी की मदद

Update: 2018-07-23 08:04 GMT

मुंबई। बॉम्बे हाई में ओएनजीसी के प्लेटफॉर्म पर गैस रिसाव की सूचना भारतीय नौसेना को दी गई थी। समुद्र में प्रतिकूल मौसम के कारण ओएनजीसी के हेलिकॉप्टर्स बचाव कार्य कर पाने में असमर्थ सिद्ध हो रहे थे। स्थिति की गंभीरता को ध्यान में रखते हुए ओएनजीसी की ओर से भारतीय नौसेना से सहायता का अनुरोध किया गया था। भारतीय नौसेना ने ओएनजीसी तकनीकी टीम के साथ उड़ान भरी और बॉम्बे हाई में राहत व बचाव कार्य शुरू किया। लगभग 5 घंटे की मशक्कत के बाद नौसेना को गैस लीकेज की समस्या को दूर करने में सफलता मिली। इस मुहिम में भारतीय नौसेना के सीकिंग 42 सी हेलीकॉप्टर की मदद ली गई। यह जानकारी नेवी के अधिकारियों ने सोमवार की सुबह दी।

नेवी के प्रवक्ता ने बताया कि सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी तेल और प्राकृतिक गैस निगम (ओएनजीसी) के प्लेटफॉर्म संख्या एस 1-6 पर रविवार को अचानक गैस रिसाव होने लगा। इसकी तत्काल सूचना भारतीय नौसेना को दी गई थी। ओएनजीसी के अभियंताओं को समुद्री क्षेत्र में मरम्मत कार्य शुरू करने में सफलता नहीं मिल रही थी| न ही किसी हेलिकॉप्टर को प्रतिकूल मौसम के प्रतिकूल होने से प्लेटफॉर्म पर उतारा ही जा सका। इसके बाद अधिकारियों ने भारतीय नौसेना से सहायता के लिए अनुरोध किया।

भारतीय नौसेना ने ओएनजीसी तकनीकी टीम को घटनास्थल तक पहुंचाने के लिए सीकिंग 42सी हेलिकॉप्टर का उपयोग किया। नौसेना ने बांबे हाई में प्रतिकूल परिस्थितियों में गैस रिसाव को रोकने के लिए ओएनजीसी की मदद की। भारतीय नौसेना के हेलिकॉप्टरों को इस मिशन को पूरा करने के लिए काफी चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों का सामना करना पड़ा। समुद्र में 30 से अधिक समुद्री मील की रफ्तार से हवाएं बह रही थीं। लेकिन लगभग 5 घंटे के प्रयास के बाद ओएनजीसी के तकनीशियनों की टीम ने रिसाव पर काबू पा लिया। पिछले महीने ही ओएनजीसी के उरण प्लेटफॉर्म पर भी लीकेज की समस्या आई थी।

Similar News