कोलकाता। पिंक बॉल टेस्ट में टीम इंडिया ने बांग्लादेश को पारी और 46 रन से हराकर तीसरे दिन ही यह ऐतिहासिक मैच अपने नाम कर लिया। भारत ने बांग्लादेश से दो टेस्ट की यह सीरीज 2-0 से अपने नाम कर ली है और टेस्ट चैंपियनशिप में अपना अजेय रेकॉर्ड कायम रखा है। उमेश यादव ने इस पारी में 53 रन देकर 5 विकेट अपने नाम किए, जबकि पहली पारी में 5 विकेट लेने वाले तेज गेंदबाज इशांत शर्मा ने इस पारी में भी 4 विकेट अपने नाम किए। इस टेस्ट मैच की एक खासियत यह भी रही कि भारत के स्पिन गेंदबाज ने मैच के 20 विकेट में से एक भी विकेट अपने नाम नहीं किया और सभी विकेट तेज गेंदबाजों ने ही अपने नाम किए।
भारत की इस जीत ने एक नया रेकॉर्ड भी अपने नाम किया है। यह टीम इंडिया की लगातार 4 टेस्ट जीत है, जिसमें उसने पारी और रनों के अंतर जीत दर्ज की है। इससे पहले दुनिया की कोई भी टीम ऐसा नहीं कर पाई थी। भारत ने बांग्लादेश को दोनों टेस्ट में पारी और रनों से अंतर से मात दी थी और इससे पहले यहां आई साउथ अफ्रीकी टीम को भी रांची और पुणे टेस्ट में पारी और रनों के अंतर से ही मात दी थी।
विराट कोहली ने गुलाबी गेंद की परीक्षा में खरा उतरते हुए शनिवार को यहां बेहतरीन शतक जमाया जबकि इशांत शर्मा ने लगातार दूसरी पारी में शानदार गेंदबाजी की लेकिन अनुभवी मुशफिकुर रहीम की प्रतिबद्ध पारी ने शनिवार को यहां भारत का बांग्लादेश पर गुलाबी गेंद से खेल जा रहे दूसरे टेस्ट क्रिकेट मैच में जीत का इंतजार तीसरे दिन तक बढ़ा दिया। कोहली ने 194 गेंदों पर 136 रन बनाये और वह दिन रात्रि टेस्ट मैच में शतक जड़ने वाले पहले भारतीय बल्लेबाज बन गये हैं। भारत ने अपनी पहली पारी नौ विकेट पर 347 रन बनाकर घोषित की और इस तरह से 241 रन की बढ़त हासिल की।
पहली पारी में केवल 106 रन बनाने वाले बांग्लादेश की शुरुआत फिर से खराब रही और उसने चार विकेट 13 रन पर गंवा दिये। इसके बाद मुशफिकुर (नाबाद 59) ने बखूबी जिम्मेदारी संभाली जिससे बांग्लादेश ने दूसरे दिन का खेल समाप्त होने छह विकेट पर 152 रन बनाये हैं। उसे पारी की हार से बचने के लिये अब भी 89 रन की जरूरत है। मुशफिकुर को छोड़कर केवल महमुदुल्लाह (रिटायर्ड हर्ट 39) ही भारतीय गेंदबाजों का सामना कर पाये। पहली पारी में पांच विकेट लेने वाले इशांत ने फिर से कातिलाना गेंदबाजी की और अब तक वह 39 रन देकर चार विकेट ले चुके हैं। उमेश यादव (40 रन देकर दो) ने बाकी दो विकेट लिये हैं।
भारतीय तेज गेंदबाजों का बांग्लादेश के बल्लेबाजों में आतंक का यह आलम था कि मोहम्मद मिथुन सिर पर चोट खाने वाले उसके तीसरे बल्लेबाज बने। वह इशांत के बाउंसर को झुककर नहीं खेल पाये। इससे पहले मोहम्मद शमी के बाउसंर पर उसके दो बल्लेबाज (लिटन दास और नईम हसन) चोटिल हो चुके हैं और उनकी जगह स्थानापन्न खिलाड़ियों को लेना पड़ा। भारत ने दूसरी पारी की शुरुआत में स्लिप में चार क्षेत्ररक्षकों को रखकर अपने इरादे जतला दिये थे। इशांत ने शादमान इस्लाम को पगबाधा करके भारत को पहली सफलता दिलायी। तब बांग्लादेश का खाता भी नहीं खुला था। इस तेज गेंदबाज ने कप्तान मोमिनुल हक को खाता भी नहीं खोलने दिया।
मोहम्मद मिथुन (छह) और सलामी बल्लेबाज इमुरूल कायेस (पांच) भी चाय के विश्राम के तुरंत बाद पवेलियन लौट गये। इसके बाद मुशफिकुर और महमुदुल्लाह ने जिम्मेदारी संभाली और दोनों स्कोर 82 रन तक ले गये। ऐसे समय में जबकि बांग्लादेश को इन दोनों से लंबी साझेदारी की उम्मीद थी तब आत्मविश्वास के साथ खेल रहे महमुदुल्लाह को मांसपेशियों में खिंचाव के कारण मैदान छोड़ना पड़ा। रविचंद्रन अश्विन को आखिर में दूसरी पारी के 23वें ओवर में गुलाबी गेंद से पहला ओवर करने का मौका मिला। वह इस ओवर में विकेट ले लेते लेकिन अजिंक्य रहाणे ने मेहदी हसन का स्लिप में आसान कैच छोड़ दिया।
मुशफिकुर ने इसके बाद इशांत की गेंद पर चौका लगाकर अपना 21वां टेस्ट अर्धशतक पूरा किया। इशांत ने मेहदी हसन (15) को इसी ओवर में स्लिप में कैच कराकर अपना चौथा विकेट लिया। उमेश ने दिन के आखिरी ओवर में ताईजुल इस्लाम (11) को रहाणे के हाथों कैच कराया। इससे पहले कोहली ने 59 रन से अपनी पारी आगे बढ़ायी। वह शानदार लय में दिखे। उन्होंने अपना 27वां टेस्ट शतक पूरा किया। कोहली ने ताइजुल इस्लाम पर स्क्वेयर लेग में शाट लगाकर अपना शतक पूरा किया। उपकप्तान रहाणे ने भी 51 रन की पारी खेली जो उनका लगातार चौथा अर्धशतक है। वह इस्लाम की गेंद पर प्वाइंट में कैच देकर आउट हुए।
वहीं टेस्ट क्रिकेट में बतौर कप्तान 5000 रन पूरे करने वाले पहले भारतीय बने कोहली ने अपने करियर का 70वां अंतरराष्ट्रीय शतक बनाया। उन्होंने शतक पूरा करने के बाद तेजी दिखायी और अबू जायेद पर लगातार चार चौके लगाये। ताईजुल ने सीमा रेखा पर बेहतरीन कैच लेकर उनकी पारी का अंत किया जिसमें 18 चौके शामिल हैं। उन्होंने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में तीनों प्रारूपों को मिलाकर बतौर कप्तान सबसे ज्यादा 41 शतक के आस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान रिकी पोंटिंग के रिकार्ड की बराबरी कर ली । कोहली ने हालांकि उनसे आधी पारियों (188) में यह रिकार्ड बनाया।
कोहली उस समय क्रीज पर आये जब भारत का स्कोर दो विकेट पर 43 रन था। कप्तान ने संभलकर खेलते हुए ईडन गार्डन्स पर लगातार दूसरा शतक लगाया। उन्होंने नवंबर 2017 में यहां श्रीलंका के खिलाफ भी शतक बनाया था। कोहली के आउट होने के बाद भारत के पुछल्ले बल्लेबाज ज्यादा देर तक नहीं टिके जिसके बाद कप्तान ने पारी समाप्त घोषित करने का फैसला किया। बांग्लादेश की तरफ से इबादत हुसैन और अल अमीन हुसैन ने तीन - तीन जबकि अबू जायेद ने दो विकेट लिये। इससे पहले पूर्व विश्व चैम्पियन विश्वनाथन आनंद और मौजूदा चैम्पियन मैग्नस कार्लसन ने ईडन की घंटी बजाकर दूसरे दिन का खेल शुरू किया।
टीमें :-
भारत : विराट कोहली (कप्तान), रोहित शर्मा, मयंक अग्रवाल, चेतेश्वर पुजारा, अजिंक्य रहाणे, रिद्धिमान साहा (विकेटकीपर), रवींद्र जडेजा, रविचंद्रन अश्विन, मोहम्मद शमी, उमेश यादव, ईशांत शर्मा।
बांग्लादेश : मोमीनुल हक (कप्तान), शादमान इस्लाम, ईमरुल कायेस, मोहम्मद मिथुन, मुश्फीकुर रहीम, महमदुल्लाह, लिटन दास, नईम हसन, अबू जायेद, अल अमीन हुसैन और इबादत हुसैन