Gautam Gambhir: एशिया कप से पहले कोच गौतम गंभीर ने लिया बाबा महाकाल का आशीर्वाद, भस्म आरती में हुए शामिल
Indian cricket team coach Gautam Gambhir : भारतीय क्रिकेट टीम के हेड कोच गौतम गंभीर ने अपने परिवार के साथ मध्य प्रदेश के उज्जैन स्थित महाकालेश्वर मंदिर में दर्शन कर भगवान महाकाल का आशीर्वाद प्राप्त किया। उन्होंने स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर भी भगवान भोलेनाथ से आशीर्वाद लिया।
गौतम गंभीर सुबह 4 बजे महाकालेश्वर मंदिर की भस्म आरती में शामिल हुए। 43 वर्षीय गंभीर ने बताया कि वह तीसरी बार महाकाल के दर्शन करने में सफल हुए हैं। उन्होंने कहा, "मेरी प्रार्थना है कि भगवान का आशीर्वाद मेरे परिवार और देशवासियों पर सदा बना रहे।" उनके इस भावुक संदेश ने सोशल मीडिया पर भी लोगों का दिल जीत लिया।
Indian cricket team coach Gautam Gambhir attends Bhasma aarti at Shri Mahakaleshwar Temple in Ujjain. pic.twitter.com/nXAUjhk0hu
— News Arena India (@NewsArenaIndia) August 15, 2025
स्वतंत्रता दिवस पर गंभीर ने साझा किया देशभक्ति का संदेश
स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर भारतीय टीम के हेड कोच गौतम गंभीर ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर एक प्रेरणादायक पोस्ट साझा किया। उन्होंने लिखा, "मेरा देश, मेरी पहचान, मेरी जिंदगी, जय हिंद।" फोटो में गंभीर हाथ में बल्ला थामे उत्साह और जोश से भरे अंदाज में नजर आ रहे हैं।
एशिया कप में खिताब बचाने उतरेगी टीम इंडिया
गौतम गंभीर आगामी एशिया कप में भारतीय टीम के हेड कोच की जिम्मेदारी निभाते नजर आएंगे। मौजूदा चैंपियन भारत अपने खिताब की रक्षा के लिए गंभीर के मार्गदर्शन में मैदान पर उतरेगा। टूर्नामेंट की शुरुआत 9 सितंबर से होगी, जिसमें कुल आठ टीमें खिताब जीतने के लिए मुकाबला करेंगी।
एशिया कप में भारत और पाकिस्तान आमने-सामने
भारतीय टीम को एशिया कप के लिए ग्रुप-ए में रखा गया है, जहां उसका सामना पाकिस्तान, ओमान और यूएई से होगा। वहीं ग्रुप-बी में अफगानिस्तान, बांग्लादेश, श्रीलंका और हांगकांग की टीमें शामिल हैं। दोनों ग्रुप की शीर्ष दो टीमें सेमीफाइनल में पहुंचेंगी, जिसके बाद टॉप-2 टीमों के बीच खिताबी मुकाबला खेला जाएगा।
एशिया कप 2025 के लिए 19 अगस्त को होगी टीम इंडिया की घोषणा
एशिया कप 2025 के लिए भारतीय टीम का चयन 19 अगस्त को किया जाएगा। सूर्यकुमार यादव की कप्तानी वाली टीम में शामिल होने के लिए कई खिलाड़ी दावेदारी पेश कर रहे हैं, जिससे चयनकर्ताओं की मुश्किलें बढ़ गई हैं। अब सभी की नजरें इस बात पर टिकी हैं कि किन खिलाड़ियों को मौका मिलेगा और किन्हें टीम से बाहर रहना पड़ेगा।