Asian Games 2026: एशियाई खेल 2026 की तैयारी को लेकर केंद्र सरकार ने कमर कस ली है। खेल सचिव हरि रंजन राव ने सभी राष्ट्रीय खेल महासंघों (NSFs) को निर्देश दिए हैं कि वे 29 अगस्त तक अपनी-अपनी चयन प्रक्रियाएं तय कर लें। इस कदम का उद्देश्य खिलाड़ियों की समय पर तैयारी सुनिश्चित करना और जापान में होने वाले एशियाड में भारत के प्रदर्शन को बेहतर बनाना है।
'खेलो भारत कॉन्क्लेव' में जुटे दिग्गज खिलाड़ी
नई दिल्ली में आयोजित 'खेलो भारत कॉन्क्लेव' में खेल सचिव हरि रंजन राव ने राष्ट्रीय खेल महासंघों (NSFs) को संबोधित किया। इस एक दिवसीय कार्यक्रम में भारतीय खेलों को नई दिशा देने की रणनीति पर चर्चा हुई। कॉन्क्लेव में केंद्रीय खेल मंत्री मनसुख मांडविया, भारतीय ओलंपिक संघ (IOA) के प्रतिनिधि, प्रमुख कॉर्पोरेट घरानों के अधिकारी और देश के प्रतिष्ठित पूर्व एथलीट भी शामिल हुए।
भारतीय खेल प्राधिकरण (SAI) के महानिदेशक और खेल सचिव हरि रंजन राव ने राष्ट्रीय खेल महासंघों (NSFs) से आग्रह किया कि वे 29 अगस्त तक एशियाई खेल 2026 के लिए चयन प्रक्रिया को अंतिम रूप दें। यह दिन राष्ट्रीय खेल दिवस और हॉकी के दिग्गज मेजर ध्यानचंद की जयंती भी है। राव ने कहा कि यदि चयन प्रक्रिया समय पर पूरी हो जाती है, तो हमारे पास एक साल की तैयारी का बेहतरीन अवसर होगा। अगला एशियाई खेल 19 सितंबर से 4 अक्टूबर 2026 तक जापान के आइची-नागोया में होना है।
खेल मंत्रालय की सख्ती के बावजूद चयन योजना अधूरी
राव का यह बयान खेल मंत्रालय के उस निर्देश के बाद आया है, जिसमें सभी राष्ट्रीय महासंघों को बड़ी प्रतियोगिताओं जैसे ओलंपिक, एशियाई खेल और राष्ट्रमंडल खेलों के लिए कम से कम दो साल पहले चयन मानदंड घोषित करने को कहा गया था। मंत्रालय ने स्पष्ट किया है कि चयन ट्रायल की वीडियोग्राफी अनिवार्य होगी और चयन नीतियों में बदलाव केवल प्रतियोगिता से तीन महीने पहले तक ही किया जा सकता है। इसके बावजूद, अभी तक एशियाई खेलों की चयन योजना पूरी नहीं की गई है।
डिजिटल हो वार्षिक प्रशिक्षण और प्रतियोगिता कैलेंडर
राव ने एनएसएफ से अपने वार्षिक प्रशिक्षण और प्रतियोगिता कैलेंडर (ACTC) को डिजिटल रूप से उपलब्ध कराने की भी अपील की। उन्होंने कहा, "आइए एक अक्तूबर तक इसे ऑनलाइन कर दें और ऑफलाइन ACTC दस्तावेजों से छुटकारा पाएं।" उन्होंने खेल प्रशासन को पारदर्शी और तकनीक-सक्षम बनाने पर जोर दिया।
खेलो इंडिया नीति के तहत बनेंगे तीन कार्यबल
राव ने बताया कि हाल ही में घोषित खेलो भारत नीति के तहत तीन नए कार्यबल गठित किए जाएंगे। इनका मकसद कोचों की गुणवत्ता में सुधार, प्रशासनिक क्षमता को बढ़ाना और भारत को खेल निर्माण का वैश्विक केंद्र बनाना होगा।
डोपिंग पर रोक के लिए शुरू हुई लैब टेस्टिंग
राव ने यह भी जानकारी दी कि अहमदाबाद स्थित राष्ट्रीय फॉरेंसिक विज्ञान विश्वविद्यालय में दो नई लैब चालू हो गई हैं। ये लैब्स खिलाड़ियों को दिए जाने वाले सप्लीमेंट्स में प्रतिबंधित पदार्थों की जांच करेंगी ताकि डोपिंग मामलों को रोका जा सके।
खेल प्रशासन विधेयक पर होगी संसद में चर्चा
अंत में राव ने बताया कि आगामी सप्ताह संसद में 'राष्ट्रीय खेल प्रशासन विधेयक' पेश किया जाएगा। इसका उद्देश्य प्रशासकों की जवाबदेही तय करना है। उन्होंने एनएसएफ से इस दिशा में सक्रिय भूमिका निभाने का आह्वान किया।