ज्योतिषी हुए हाईटेक, ऑनलाइन कुंडली मंगाकर बता रहे हैं भविष्य
- कोरोना के कारण 80 प्रतिशत जजमानों ने किया आना बंद
ग्वालियर/वेब डेस्क। कोरोना संक्रमण के बढ़ते प्रभाव के कारण सामाजिक व राजनीतिक गतिविधियों के साथ धार्मिक व आध्यात्मिक गतिविधियों और अभिषेक व अनुष्ठानों पर भी असर पड़ा है। कोरोना को देखते हुए अब ज्योतिषियों ने भी अपने आपको हाईटेक कर लिया है। यह ज्योतिषि जजमान की कुंडली, उसका फोटो एवं हस्तरेखाओं का फोटो मोबाइल पर मंगाकर उनका भविष्य बता रहे हैं। ऐसा करने से ज्योतिष व जजमान दोनों ही कोरोना संक्रमण से बचे हुए हैं। वहीं कोरोना संक्रमण के कारण 75 से 80 प्रतिशत जजमानों ने भी ज्योतिषियों के यहां जाना बंद कर दिया है। सभी मोबाइल से काम चला रहे हैं।
ऑनलाइन पूजा भी हो रही हैं
बदलते वक्त के साथ ज्योतिषियों ने अपने आपको हाईटेक तो कर लिया है साथ ही ज्योतिषि अब ऑनलाइन पूजाएं और अभिषेक भी कराने लगे हैं। जजमानों को ऑनलाइन मंत्र भी बता रहे हैं, जिसका उपयोग करने से घर में सुख-शांति बनी रहती है।
सहालगियों को आ रही है सबसे अधिक परेशानी
मौजूदा समय में सहालगी सीजन चल रहा है। दीपावली के बाद भी विवाह होने वाले हैं। ऐसे में यह सहालगी कोरोना के कारण ज्योतिषियों के पास नहीं पहुँच पा रहे हैं और विवाह से जुड़ी सभी बातें भी नहीं कर पा रहे हैं। कोरोना के कारण दुकानों का शुभारंभ व गृह प्रवेश जैसे कार्य भी रुक गए हैं। अब सभी को जून माह का इंतजार है कि कोरोना कफ्र्यू हटे और वह अपने कार्यों को कर सकेें।
इनका कहना है:-
'कोरोना से सभी लोग सुरक्षित रहें इसलिए हम ऑनलाइन पत्रिका देख रहे हैं। जजमान को सामने बैठाकर देखने की बात ही अलग होती है। उनके सभी प्रश्नों का जवाब दे सकते हैं और वह संतुष्ट भी हो जाते हैं। ऑनलाइन में इतना कुछ नहीं हो पाता है। कोरोना के कारण जजमान अब नहीं आते हैं। जितना हो सकता है उतना ऑनलाइन पूजा भी करा रहे हैं।'
सतीश सोनी, ज्योतिषाचार्य
'अभी हम किसी जजमान को नहीं बुला रहे हैं। ऑनलाइन ही पत्रिकाएं देख रहे हैं। कोरोना के कारण सबसे अधिक परेशानी सहालगियों को हो रही हैं। उन्हें समझ नहीं आ रहा है कि अभी विवाह करें या दिवापली उपरांत। ऑनलाइन से जजमान अधिक संतुष्ट नहीं हो पाता है। 70 से 80 प्रतिशत जजमानो ने आना बंद कर दिया है।'
डॉ. हुकुमचंद जैन, ज्योतिषाचार्य