अनुच्छेद 370 हटने पर पीडीपी सांसद मीर फैयाज ने राज्यसभा में फाड़ा कुर्ता

Update: 2019-08-05 09:20 GMT

नई दिल्ली। मोदी सरकार ने सोमवार को राज्यसभा में एक विधेयक पेश किया, जिसमें जम्मू-कश्मीर राज्य का विभाजन दो केंद्र शासित प्रदेशों के रूप में करने का प्रस्ताव किया गया है। गृह मंत्री अमित शाह ने राज्यसभा में एक संकल्प पेश किया। इसमें कहा गया है कि संविधान के अनुच्छेद 370 के सभी खंड जम्मू कश्मीर में लागू नहीं होंगे। राज्यसभा में इस दौरान कांग्रेस समेत सभी विपक्षी दलों ने विधेयक का विरोध करते हुए हंगामा किया और आसन के समक्ष धरने पर बैठ गए। इसके साथ ही पीडीपी सांसद मीर फैयाज ने अपना कुर्ता फाड़ दिया।

केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने राज्यसभा में जम्मू एवं कश्मीर राज्य पुनर्गठन विधेयक 2019 पेश किया। गृह मंत्री अमित शाह ने लद्दाख के लिये केंद्र शासित प्रदेश के गठन की घोषणा की जहां चंडीगढ़ की तरह से विधानसभा नहीं होगी। शाह ने राज्यसभा में घोषणा की कि कश्मीर और जम्मू डिवीजन विधान के साथ एक अलग केंद्र शासित प्रदेश होगा जहां दिल्ली और पुडुचेरी की तरह विधानसभा होगी।

गृह मंत्री ने कहा, ''राष्ट्रपति के अनुमोदन के बाद अनुच्छेद 370 के सभी खंड लागू नहीं होंगे।'' राज्यसभा में पीडीपी के दो सदस्यों ने भारतीय संविधान की प्रतियां फाड़ीं, जिसके बाद उन्हें मार्शलों ने सदन से बाहर किया। इसके साथ ही पीडीपी के सांसद मीर फैयाज ने राज्यसभा में अपना कुर्ता फाड़कर विरोध प्रदर्शन किया। पीडीपी सांसदों नजीर अहमद लवाय और मीर मोहम्मद फैयाज ने जमकर विरोध किया।

कांग्रेस समेत सभी विपक्षी दलों ने कश्मीर के मुद्दे पर सोमवार को सदन में जबरदस्त हंगामा किया और इस मामले में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से बयान देने की मांग की। सदन की कार्यवाही शुरू होते ही विपक्षी दलों के सदस्य सदन के बीच में आकर हंगामा करने लगे। विपक्षी दलों ने नारेबाजी करते हुए श्री मोदी से बयान देने की मांग की। हंगामे के दौरान सदस्य 'तानाशाही नहीं चलेगी', 'दादागिरी नहीं चलेगी' जैसे नारे लगाते रहे। अध्यक्ष ओम बिड़ला के सदस्यों को शांत रहने और अपने स्थान पर बैठने की अपील करने के बावजूद विपक्षी दलों की ओर से हंगामा जारी रहा।



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