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तो सिंधिया लड़ सकते हैं बीसीसीआई का चुनाव !

इंदौर में कल होगी ईओजीएम

Update: 2019-09-13 21:02 GMT
File Photo

ग्वालियर/इंदौर/विशेष प्रतिनिधि। कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव ज्योतिरादित्य सिंधिया को भले ही प्रदेश में कोई बड़ा पद नहीं मिल पा रहा है, किंतु अब उनकी निगाहें भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड के अध्यक्ष पद पर हैं। जिसके चुनाव 22 अक्टूबर को निर्धारित हैं। इसके पहले मध्यप्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन की असाधारण सभा की बैठक (ईओजीएम) इंदौर में 15 सितंबर को सायं 6 बजे आयोजित की गई है।जिसमें संविधान संशोधन से संबंधित बातचीत और साधारण सभा की बैठक बुलाने पर विचार होगा। ऐसा माना जा रहा है कि एमपीसीए में अभी भी सिंधिया का दबदबा है, यहां वह सर्वसम्मति से बीसीसीआई के लिए मताधिकार ले सकते हैं।इसके बाद वे बीसीसीआई अध्यक्ष के लिए चुनाव भी लड़ सकते हैं।

उल्लेखनीय है कि उच्चतम न्यायालय के आदेश पर क्रिकेट की राजनीति में क्रांति ला देने वाली लोढ़ा कमेटी की रिपोर्ट जनवरी 2017 से लागू होने के बाद अधिकांश क्रिकेट एसोसिएशन धराशाई हो गई है। जहां बीसीसीआई में सीओए के रूप में विनोद राय बैठे हैं। वहीं मध्यप्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन में भी सीईओ रोहित पंडित हैं। बीसीसीआई के अधीन वैसे तो 37 राज्यों की एसोसिएशन हैं, किंतु इस समय 30 राज्यों की एसोसिएशन ही उनकी राय मान रही हैं।22 अक्टूबर को होने वाले बीसीसीआई चुनाव में देश भर के राज्यों की एसोसिएशन के एक-एक प्रतिनिधि अपने मत का इस्तेमाल करेंगे। जिसमें एमपीसीए का भी एक मत रहेगा। सिंधिया खेमा अपने दबदबे के कारण चाहता है कि उस एकमत का अधिकार श्री सिंधिया को मिले, ताकि वह बीसीसीआई का चुनाव लड़ने के योग्य हो जाए। इसके लिए दूसरे गुट विजयवर्गीय खेमे को भी साधने की कोशिश की जा रही है।लोढ़ा कमेटी की रिपोर्ट लागू हो जाने के बाद प्रदेश सहित अन्य तमाम एसोसिएशनें भंग हो चुकी हैं। जो नौ वर्ष से अधिक तक पदों पर रहे हैं,वह भी पदों से हट चुके हैं, वहीं 70 साल की उम्र वालों की स्वतः ही सदस्यता समाप्त हो रही है। ऐसे ही में क्रिकेट संघों में हुए आमूलचूल परिवर्तन से क्रिकेट जगत में काफी बदलाव आया है। यद्यपि कुछ एसोसिएशन अभी भी बीसीसीआई और लोढ़ा कमेटी से इतर चल रही हैं। श्री सिंधिया को भी लोढ़ा कमेटी के कारण एमपीसीए के अध्यक्ष पद से इस्तीफा देना पड़ा था। अब उनके लिए इस समय जबरदस्त लाॅबिंग चल रही है। ताकि वह बीसीसीआई में अपनी पैठ बना सकें।क्योंकि पूर्व में उनके पिता कै माधवराव सिंधिया बीसीसीआई के अध्यक्ष रह चुके हैं। इंदौर में 15 सितंबर को होने वाली असाधारण सभा की बैठक के लिए ग्वालियर से भी आधा दर्जन सदस्य शनिवार को रवाना होंगे।

इनका कहना

इंदौर में 15 सितंबर को एमपीसीए की असाधारण सभा (ईओजीएम) की बैठक रखी गई है। जिसमें संविधान परिवर्तन पर विचार-विमर्श होगा। इसके बाद साधारण सभा (एजीएम) बुलाकर यह तय किया जाएगा कि बीसीसीआई के लिए मत डालने कौन जाएगा।

अशोक कुमुट, वरिष्ठ सदस्य एमपीसीए

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