ग्वालियर में 17 दिन में कोरोना से 21 मौतें, अगस्त में बढ़ी संक्रमितों की संख्या
ग्वालियर, न.सं.। जिले में कोरोना संक्रमितों के साथ मौत का आंकड़ा भी तीव्र गति से बढ़ रहा है। इसका अंदाजा इस बात से ही लगाया जा सकता है कि मार्च से 31 जुलाई तक सिर्फ 20 लोगों की मृत्यु हुई थी, लेकिन अगस्त के 17 दिनों में 21 लोग कोरोना की जंग से हार गए। स्वास्थ्य विभाग के कोरोना संक्रमण आंकड़ों के मुताबिक, जब जिले में बाहर से आने वालों की संख्या अधिक थी, तब संक्रमित मरीज कम देखने को मिल रहे थे। उस समय संक्रमित मरीजों का प्रतिशत एक से दो प्रतिशत होता था। आज जब बाहर से आने वालों की संख्या थम चुकी है, तो वहीं संक्रमण तेजी से फैल रहा है। जिले में कोरोना संक्रमण की शुरुआत मार्च माह से शुरू हुई थी।
शहर का पहला कोरोना संक्रमित मरीज 23 मार्च को मिला था। उसके बाद प्रशासन ने संक्रमण को रोकने के लिए लॉकडाउन किया। लेकिन जुलाई के प्रारंभ होते ही संक्रमितों की संख्या तेजी से बढऩे लगी। 31 जुलाई तक 20 संक्रमितों ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। उम्मीद थी अगस्त में राहत मिलेगी, लेकिन यह और भी खतरनाक स्थिति में पहुंच गई है। जून-जुलाई में जितनी मौतें हुई हैं, उतनी अगस्त के 17 दिनों में करीब हो चुकी हैं।
संदिग्धों की तलाश जारी
शहर के कंटेनमेंट क्षेत्र में स्वास्थ्य विभाग की टीम डोर-टू-डोर सर्वे कर सर्दी, खांसी, बुखार, रक्तचाप-शुगर, सांस लेने में तकलीफ व अन्य बीमारियों से पीडि़त मरीजों की जानकारी जुटाने में लगी हुई है। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों का कहना है कि संक्रमित के संपर्क में आने वालों के साथ अन्य बीमारियों से ग्रसित लोगों के बारे में भी जानकारी जुटाई जा रही है। प्राइमरी कॉन्टेक्ट में आने वालों का सैंपल लेकर जांच कराया जा रहा है। रेपिड किट से जांच हो रही है, जिससे रिपोर्ट 20 से 30 मिनट में मिल रही है।
अकारण घर से निकलना बन रहा मुसीबत
लॉकडाउन हटते ही बाजारों में भीड़ उमड़ पड़ी है। जबकि देखने में आया है कि 100 में से 7 लोग कोरोना संक्रमित मिले हैं। बिना सुरक्षा उपाय के घर से निकलना कोरोना महामारी को घर आने का न्यौता देना है। इसलिए अकारण घर से निकलना, घर में रहने वालों के लिए मुसीबत बन रहा है। सबसे अधिक बुजुर्गों व गंभीर बीमारियों से ग्रस्त लोगों के लिए कोरोना काल बन रहा है।
इनका कहना है
संक्रमितों की संख्या बढऩे के साथ ही मृतकों की संख्या भी बढऩे लगी है। लॉकडाउन हटने के बाद लोग शादियों में शामिल हुए। जिसके बाद संक्रमितों की संख्या बढऩे लगी। साथ ही जांच का दायरा बढ़ाया गया। जिन लोगों की मृत्य हो रही है, वह पहले से ही कई बीमारियों से ग्रस्त हैं। जिन्हें पहले से कोई बीमारी नहीं है, वह कोरोना को मात देकर घर जा रहे हैं।
अब तक इन लोगों की हो चुकी है मौत
76 वर्षीय गंगाराम रोहिरा निवासी ठाकुरबाबा रोड डबरा।
100 वर्षीय देवाबाई निवासी ठाकुरबाबा रोड डबरा।
49 वर्षीय राजकुमार निवासी गोल पहाडिय़ा।
45 वर्षीय आंगनवाड़ी कार्यकर्ता हेमलता निवासी घासमण्डी
55 वर्षीय बदरुद्दीन।
65 वर्षीय मोहम्मद याकूब।
55 वर्षीय अरविन्द दुबे निवासी हजीरा-60 वर्षीय बसंती निवासी सिंधिया नगर।
35 वर्षीय सुनील कुमार निवासी शिन्दे की छावनी।
59 वर्षीय गिरीश निवासी दाल बाजार।
60 वर्षीय विजय मसीह निवासी दर्पण कॉलोनी।
75 वर्षीय रामभरोसे निवासी टेकनपुर।
82 वर्षीय महेशचन्द्र गुप्ता निवासी दाल बाजार।
60 वर्षीय रामसिया निवासी पिंटो पार्क।
38 वर्षीय आशिक अली निवासी गोल पहाडिय़ा।
70 वर्षीय मुन्नी बाई निवासी आनंद नगर बहोड़ापुर।
70 वर्षीय हजारी निवासी सेंट्रल जेल।
52 वर्षीय दिलीप गोयल निवासी मुरार।
80 वर्षीय रामप्यारी निवासी मुरार।
55 वर्षीय पूरनदास निवासी डबरा।
50 वर्षीय सुरेन्द्र ग्वालियर।
79 वर्षीय आरके पुनियानी सेवानगर।
22 वर्षीय सुनंदा निवासी कम्पू।
60 वर्षीय शकुंलता निवासी गांधी नगर।
65 वर्षीय मंगूलाल निवासी ओमनगर।
22 वर्षीय माला श्रीवास निवासी कंपू।
80 वर्षीय गीता बाई निवासी किलागेट।
86 वर्षीय घनश्याम निवासी बिरला नगर।
80 वर्षीय मवासिया निवासी ग्वालियर।
72 वर्षीय रमेशचन्द्र निवासी दही मण्डी।
61 वर्षीय बालकिशन निवासी घासमण्डी।
58 वर्षीय भागीरथ निवासी सुभाष नगर
25 वर्षीय सुनंदा निवासी नई सडक़ बृज बिहार
61 वर्षीय बाल किशन अग्रवाल निवासी घासमंडी निवासी
60 वर्षीय रामकिशोर गोयल