ग्वालियर, न.सं.। द इंस्टिट्यूट ऑफ चार्टर्ड एकाउंटेंट्स ऑफ इंडिया के द्वारा जून 2023 फाउंडेशन का परीक्षा परिणाम सोमवार की रात 9 बजे घोषित किया गया। इस परीक्षा परिणाम में लडक़ों ने बाजी मारी। परीक्षा परिणाम पिछली बार के मुकाबले अधिक अच्छा बताया गया है।सीए ग्वालियर ब्रांच के सचिव सीए पंकज शर्मा ने बताया कि देशभर में 01 लाख 03 हजार 517 बच्चे शामिल हुए जिसमें से 25 हजार 860 बच्चे ही पास हुए। इस वर्ष का परीक्षा परिणाम 24.98 प्रतिशत रहा। इसी क्रम में 55573 लडक़ों में से 14448 लडक़े पास हुए। इनका प्रतिशत 25.99 रहा। वहीं 47944 लड़कियों में से 11412 लड़कियां पास हुईं। इनका प्रतिशत 23.80 रहा। इस परीक्षा के लिए 500 सेंटर बनाए गए थे।
दिव्या दुबे को मिले 212 अंक:-
- सीए फॉउंडेशन के परीक्षा परिणाम में दिव्या दुबे को 400 में 212 अंक मिले हैं। दिव्या के पिता वरिष्ठ पत्रकार प्रवीण दुबे और मां नीतू दुबे हैं। दिव्या ने बताया कि हमें अपने लक्ष्य को लेकर पढ़ाई करनी चाहिए। कड़ी मेहनत के साथ-साथ पुराने पेपरों का भी अध्ययन आवश्यक है। उन्होंने अपनी इस सफलता का श्रेय अपने पिता प्रवीण दुबे को दिया है। उन्होंने कहा कि वही मेरे मार्गदर्शक हैं।
सीए बनना मेरा सपना था:-
इशिता मित्तल को 400 में 205 अंक मिले हैं। इशिता के पिता डॉ. शांति स्वरूप मित्तल और मां डॉ. मोहिनी मित्तल हैं। इशिता ने बताया कि सीए बनना मेरा एक सपना था जो पूरा होने जा रहा है। इसके लिए मेरे माता-पिता का बहुत अधिक सहयोग रहा है।
एक फिल्म देखकर सीए बनने का लिया निर्णय:-
अवनी पाराशर ने 400 में 244 अंक प्राप्त किए हैं। अवनी ने बताया कि उन्होंने एक फिल्म देखी थी जिसमें सीए की बहुत अधिक उपयोगिता बताई गई थी। इसी को ध्यान में रखकर सीए बनने का निर्णय लिया है। इसमें मेरे पिता वीरेन्द्र पाराशर और मां गीता पाराशर का बहुत सहयोग रहा है।
फायनेंस में बहुत दिलचस्पी थी:-
अर्चित डीमरी ने 400 में 213 अंक प्राप्त किए हैं। अर्चित ने बताया कि उन्हें फायनेंस में बहुत अधिक दिलचस्पी थी इसलिए उन्होंने सीए की लाइन चुनी। अर्चित के पिता शशी मोहन डीमरी और मां ऊषा डीमरी है। अर्चित ने बताया कि इस लाइन के लिए मेरे माता-पिता ने भी बहुत सहयोग किया है। वही मेरे मार्गदर्शक हैं।