भोपाल। मध्यप्रदेश में पिछले 15 दिनों से ज्यादा समय से चल रही राजनीतिक उठापटक के बीच शुक्रवार को मुख्यमंत्री कमलनाथ ने अपना त्यागपत्र राज्यापाल लालजी टंडन को सौपने की घोषणा कर दी। इसके साथ ही राज्य की लगभग 15 माह पुरानी कमलनाथ सरकार का गिरना तय हो गया। इस पर कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में शामिल होने वाले नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया ने ट्वीट करके कहा है कि मध्य प्रदेश में आज जनता की जीत हुई है। मेरा सदैव ये मानना रहा है कि राजनीति जनसेवा का माध्यम होना चाहिए, लेकिन प्रदेश सरकार इस रास्ते से भटक गई थी। सच्चाई की फिर विजय हुई है। सत्यमेवजयते।
मुख्यमंत्री कमलनाथ ने अपने निवास पर बुलाई गई प्रेस कॉन्फ्रेंस में राज्यपाल को त्यागपत्र देने की घोषणा की। उन्होंने लगभग 15 मिनट तक मीडिया को संबोधित किया और अपनी सरकार की उपलब्धियां बतायी एवं मौजूदा राजनैतिक हालातों का भी जिक्र किया। अंतत: उन्होंने कहा कि वे अपना त्यागपत्र राज्यपाल को सौपने जा रहें हैं।
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने शुक्रवार को कहा कि वह राज्यपाल को अपना इस्तीफा सौंपने जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश का हर नागरिक गवाह है कि बीजेपी को मेरे द्वारा किए गए जनहितैषी काम रास नहीं आए। कार्यकाल के पहले दिन से ही भाजपा ने हमारे खिलाफ साजिश रचनी शुरू कर दी थी। कमलनाथ ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, "आप गवाह हैं कि बीजेपी के लोग कहते थे कि यह 15 दिन की सरकार है। यह सरकार चल नहीं पाएगी, लेकिन हमने काम शुरू किया। हमारे 22 विधायकों को प्रलोभन देकर कनार्टक में बंधक बनाने का कार्य किया। पूरा प्रदेश इसका गवाह है। प्रदेश की जनता के साथ धोखा करने वाले इन लोभियों को जनता कभी माफ नहीं करेगी। भाजपा ने जनता के साथ धोखा किया है।"
कमलनाथ ने कहा, "हमने 30 लाख किसानों के कर्ज माफ किए और हम कर्जमाफी का तीसरा चरण शुरू करने जा रहे थे। इस कदम से प्रदेश में आत्महत्या करने वाले किसानों पर रोक लगी। लेकिन भाजपा को यह अच्छा नहीं लगा।" मुख्यमंत्री ने कहा, "हमने प्रदेश को माफिया मुक्त करने का काम किया। भाजपा नहीं चाहती थी कि प्रदेश से माफिया राज समाप्त हो। हमने प्रदेश को सुरक्षित बनाने का काम किया। हमने युवा स्वाभिमान कार्यक्रम लांच किया, ताकि युवा को रोजगार मिल सके। भाजपा के कार्यकाल में बड़ी संख्या में युवा बेरोजगार थे। हमने यहां-वहां घूम रही गायों के लिए 1000 गौशाला बनाने का निर्णय लिया, जो भाजपा को रास नहीं आया।"
उन्होंने कहा, "मध्य प्रदेश को ऐसा प्रदेश बनाया जाए, जहां लोगों का विश्वास हो। हमने कोई झूठी घोषणाएं नहीं की। भाजपा को हमारे द्वारा किए गए विकास कायोर्ं से भय सताने लगा कि प्रदेश कि डोर अब कांग्रेस के हाथों में आ जाएगी। इन महीनों