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मप्र में वर्षा बनी आफत, बाढ़ पीड़ितों को एक माह का वेतन देंगे शिवराज

हालातों की गंभीरता को नहीं समझ रही सरकार

Update: 2019-09-15 07:26 GMT

भोपाल। मध्य प्रदेश में वर्षा आफत बन कर बरस रही है। लगातार हो रही बारिश चौतरफा मुसीबत बनकर टूट पड़ी है। एक ओर जहां भारी बारिश से बाढ़ के हालात बने हुए हैं वहीं दूसरी ओर फसलों को भी भारी नुकसान पहुंचा है, जिससे किसानों के माथे पर चिंता की लकीर उभर आई हैं। इस बीच पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बाढ़ के हालातों पर चिंता जताते हुए बाढ़ पीड़ितों की मदद के लिए अपना एक महीने का वेतन देने का ऐलान किया है। साथ ही उन्होंने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा है कि सरकार हालातों की गंभीरता को नहीं समझ रही, अगर किसानों को मुआवजा नहीं मिला तो वह आंदोलन करेंगे।

रविवार को अपने निवास पर पत्रकारों से बातचीत में शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि अति वृष्टि के कारण प्रदेश के कई जिलों में बाढ़ कहर बनकर टूट पड़ी है। मंदसौर जिले में बाढ़ ने हा-हाकार मचा रखा है। गांधी सागर बांध मे रिंग से ऊपर पानी जा चुका है। जनजीवन अस्त-व्यस्त है, लोग फंसे हुए हैं। कुछ का तो सर्वस्व नष्ट हो गया है। मैं मुख्यमंत्री कमलनाथ से आग्रह करता हूं कि अब सरकार को बाहर निकल कर पीड़ित क्षेत्रों में जाना चाहिए। व्यापक पैमाने पर राहत और बचाव कार्य करने की आवश्यकता है।

उन्होंने कहा कि प्रदेश का किसान तबाह और बर्बाद हो गया है, उस पर चौतरफा मार पड़ी है। सरकार ने कर्जमाफी का वादा पूरा नहीं किया। किसान डिफाल्टर हो गया जिसके कारण बीज और खाद के लिए ऋण नहीं मिला। जैसे-तैसे कर्ज़ा लेकर बुआई की तो अतिवृष्टि में फसल बर्बाद हो गई। ऐसे में किसान की मदद बहुत ज़रूरी है। किसानों की फसलें चौपट हो गई हैं और अभी तक कई जगह सर्वे शुरू नहीं हुआ है। परिस्थिति की गंभीरता नहीं समझी जा रही है। प्रशासन को पूरी ताकत और क्षमता से राहत कार्य में जुटने की ज़रूरत है। मध्यप्रदेश मेरा घर है और यहां के नागरिक मेरा परिवार। उनके अधिकारों की लड़ाई लड़ना मेरा कर्तव्य है। उन्होंने बताया कि इस संकट को देखते हुए सीएम कमलनाथ से फोन पर बात की है, सरकार को अब आगे आना चाहिए। समाजसेवी संस्थाएं भोजन वितरित कर रहे हैं, देर से एयरफोर्स के हेलीकाफ्टर लिए गए, मुसीबत की घड़ी में प्रदेश प्रभावितों के साथ है।

सरकार से आग्रह है, सरकार इस समय निकले, तत्काल सहायता प्रदान करें। किसानों की फसल का कई जगह सर्वे शुरू नहीं हुआ। उन्होंने किसानों से अपील की है कि वह खुद आपके बीच आकर नुकसान का मुआयना करेंगे लेकिन हर वह जगह जा नहीं सकते, इसलिये सोशल मीडिया पर मुझे खराब फसलों के वीडियो भेजें। पत्र के जरिये जानकारी भेजें। वह प्रशासन और सरकार से बात करेंगे। मुवावजा देने की मांग करूंगा। मांगे पूरी नहीं हुई तो वह सड़कों पर आंदोलन करेंगे। शिवराज ने कहा कि परेशान किसान भाइयों के हक व अधिकार की लड़ाई के लिए मैं सड़क पर उतर रहा हूं। न्याय मिलने तक लड़ूंगा।

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