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सबसे अधिक महिला सांसद चुनने का इतिहास है, खजुराहों सीट के नाम

Update: 2019-03-18 17:26 GMT

मध्य प्रदेश की खजुराहो लोकसभा सीट राज्य की अहम लोकसभा सीट है। भाजपा और कांग्रेस दोनो ही यहां से चुनाव जीतने का दमखम लगा रही है। भाजपा के सांसद नागेंद्र सिंह के विधायक बनते ही उनकी दावेदारी समाप्त हो गई है। वहीं पूर्व में सासंद रहे जितेन्द्र सिंह बुन्देला का निधन होने एवं बुन्देलखण्ड की सशक्त नेता उमा भारती के चुनाव लडने से मना करने पर खजुराहो सीट से प्रबल दावेदारो में भाजपा की ओर से नंदिता पाठक का नाम प्रमुखता लिया जा रहा है। खजुराहो लोकसभा सीट का नाम लोकसभा चुनावों के इतिहास में अब तक सबसे ज्यादा बार महिला प्रत्याशियों को संसद में भेजने वाली सीट के रुप में दर्ज है। भाजपा को इस सीट पर 7 चुनावों में जीत मिली है तो कांग्रेस को 6 बार जीती है। खजुराहो लोकसभा सीट पर बीते 3 चुनावों से भाजपा को ही जीत मिलती आई है। भाजपा की दिग्गज नेता उमा भारती खुजराहो लोकसभा सीट पर 4 चुनावों में जीत हासिल कर संसद तक पहुंच चुकी हैं। एैसे में इस बार भी भाजपा खजुराहो लोकसभा सीट छोड़ना नही चाहेगी। लेकिन इस बार उमा भारती के लोकसभा चुनाव लड़ने से मना करने पर बुंदेलखण्ड की बहु एंव सामाजिक कार्यकर्ता नंदिता पाठक स्थानीय लोगो की पहली पसंद है। एैसे में भाजपा नंदिता पाठक को टिकट दे अपना उम्मीदवार बना सकती है।

सबसे ज्यादा महिला सासंद खजुराहो से

खजुराहो सीट छतरपुर और कटनी जिले के कुछ क्षेत्रों तक फैली हुई है। छतरपुर, पन्ना और कटनी जिले तक फैला खजुराहो हमेशा से ही राजनीति का केंद्र रहा है। खजुराहो लोकसभा सीट का नाम लोकसभा चुनावों के इतिहास में अब तक बुंदेलखण्ड से सबसे ज्यादा बार महिला प्रत्याशियों को संसद में भेजने वाली सीट के रुप में दर्ज है। प्राचीन हिन्दू और जैन मंदिर व अलौकिक मूर्तियों के लिए विश्वविख्यात खजुराहो मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले में स्थित है। खजुराहों की कुल जनसंख्या 25 लाख 87 हजार 685 है जिसमें से 81 प्रतिशत आबादी गांवों में और 18 प्रतिशत जनसंख्या शहरों में निवास करती है। खजुराहो लोकसभा सीट पर पहला चुनाव साल 1957 में हुआ। 1980,1984 में विद्यावती चतुर्वेदी एव उमा भारती ने 1989,1991, 1996 और 1998 का चुनाव भी जीता।1999 के चुनाव में कांग्रेस ने यहां से सत्यव्रत चतुर्वेदी को टिकट दिया। सत्यव्रत चतुर्वेदी ने कांग्रेस की इस सीट पर वापसी कराई और वह यहां से सांसद बने। 2004 में बीजेपी ने एक बार फिर यहां पर वापसी की भाजपा के रामकृष्ण कुसमरिया ने सत्यव्रत चुतर्वेदी को मात दी। भाजपा ने इसके बाद अगले 2 चुनावों में यहां से अपने उम्मीदवार को बदला और दोनों ही बार उसको जीत मिली। खजुराहो लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत विधानसभा की 8 सीटें आती हैं चंदला,गुनौर,मुरवारा, राजनगर,पन्ना, बहोरीबंद ,पवई, विजयराघवगढ़ यहां की विधानसभा सीटें हैं। यहां की 6 सीटों पर भाजपा और 2 पर कांग्रेस का कब्जा है। 

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