रातापानी का टाइगर गुजरात के जंगलों में मृत मिला

Update: 2019-02-27 17:55 GMT

भोपाल। प्रदेश की राजधानी भोपाल से सटे रातापानी अभ्यारण से गुजरात भेजा गया टाइगर वहां के जंगलों में मृत पाया गया है। इस मामले में अधिकारियों की लापरवाही भी सामने आ रही है, क्योंकि इसको लेकर वन विभाग ने गुजरात सरकार को पत्र लिखा था और टाइगर की सुरक्षा का आग्रह किया था, लेकिन अधिकारियों ने इस मामले में लापरवाही बरती है।

पिछले दिनों प्रदेश के इंदौर, उज्जैन, देवास, झाबुआ जिलों से होकर गुजरात के महिसागर जिले में पहुंचा बाघ वहां के जंगल में मृत अवस्था में मिला। गुजरात वन विभाग द्वारा बाघ का पोस्टमार्टम कराया गया है। यहां बता दें कि गुजरात में मिलने की खबर मिलते ही वन मंत्री उमंग सिंघार द्वारा दिए गए निर्देश के तहत प्रमुख मुख्य वन संरक्षक (वन्य-प्राणी) यू प्रकाशम ने 14 फरवरी 2019 को गुजरात सरकार के वन विभाग को बाघ की सुरक्षा और संरक्षण के लिए पत्र लिखा था। वन मंत्री के निर्देश पर मध्यप्रदेश वन विभाग ने 26 फरवरी को भी बाघ की निगरानी से संबंधित पत्र गुजरात को लिखा था। दोनों पत्र में गुजरात वन विभाग से आग्रह किया गया था कि जब तक बाघ गुजरात सीमा में है, कृपया उसकी निगरानी के साथ सुरक्षा के कदम उठाएं। साथ ही यदि यह बाघ पुन: मध्यप्रदेश की ओर रूख करता है तो उसकी लोकेशन और गतिविधि की सूचना दें। 

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