SwadeshSwadesh

बहुत हुआ अब आंदोलन करूंगा

Update: 2019-02-11 19:15 GMT

किसानों के मुद्दे पर सरकार की अनदेखी से नाराज पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह बोले...

विशेष संवाददाता  भोपाल

मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान किसानों के मुद्दे पर कमलनाथ सरकार को घेरने का कोई मौका नही छोड़ रहे हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री कमलनाथ को कई पत्र लिखने के बाद अब सरकार को चेतावनी दी है। उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश में किसान बेहाल है। इसके लिए मैं कई बार पत्र लिखकर मुख्यमंत्री को इसके बारे में सूचित कर चुका हूं, लेकिन कोई हल नहीं निकला। इसलिए अब मैं खुद मिलूंगा, लेकिन अगर तब भी किसानों की समस्याओं का हल नहीं निकला, तो मेरे पास किसानों की समस्या दूर करने के लिए अंतिम उपाय आंदोलन के अलावा कुछ नहीं बचता है। मैं आंदोलन करूंगा। शिवराज ने किसानों की धान खरीदी पर भी सवाल उठाए हैं। वहीं उन्होंने 25 लाख किसानों की कर्जमाफी पर कहा कि मुख्यमंत्री कमलनाथ से मिलकर किसानों की समस्यायों को लेकर चर्चा करुंगा। कर्जमाफी में सरकार का अलग अलग बयान सामने आता है, कभी 35 लाख तो कभी 25 लाख। 10 दिन में सरकार ने कर्जमाफी का वादा किया था, लेकिन दो महीने हो गए है और अब तक किसानों का कर्जा माफ नही हुआ है। 60 दिन में वादे के मुताबिक अब तक 6 मुख्यमंत्रियों को बदल जाना था। अगर ऐसा ही चलता रहा और किसानों की समस्या नही सुलझी तो भाजपा आंदोलन करेगी। शिवराज ने कहा कि धान से लेकर उड़द तक हर फसल वाला किसान परेशान है। 40 किलो प्रति बोरी धान लेने के बजाय 41 किलो 200 ग्राम प्रति बोली धान तौली जा रही है। न तो धान खरीदी हो रही है और न ही तौली जा रही है। किसानों की फसल खुले में पड़ी है। छत्तीसगढ़ सरकार 2500 रुपए प्रति क्विंटल धान खरीद रही है, आपने वचन दिया था, आपको भी किसान की धान बोनस के साथ 2500 रु प्रति कुंटल में खरीदी करनी चाहिए।

सत्ता बदलने के बाद लगातार हो रहे तबादलों को भी शिवराज ने मुख्यमंत्री कमलनाथ पर हमला बोला है। शिवराज सिंह ने मीडिया से चर्चा के दौरान कहा कि बार-बार के तबादलों से अधिकारियों का मनोबल गिरता है। तबादलों के जरिए प्रदेश में अराजकता का माहौल बन रहा है। मुख्यमंत्री के नाम पर कोई सुपर पावर तबादलों में जुटा हुआ है। 15 दिन में अधिकारी को बदल देने से प्रशासनिक व्यवस्था पर बुरा असर पड़ता है । शिवराज ने कहा कि सब के सब को बदल डालूंगा से प्रशासन नही चलता है।

 शिवराज ने नाथ से समय मांगा, तो मंत्री हो गए आग-बबूला

शिवराज सिंह चौहान ने किसानों के मुद्दे पर मुख्यमंत्री कमलनाथ से मिलने का समय क्या मांगा प्रदेश में राजधानी की रानीति में भूचाल आ गया। कमलनाथ सरकार के मंत्रियों कृषि मंत्री सचिन यादव और श्रम मंत्री महेन्द्र सिंह सिसोदिया ने शिवराज पर जमकर निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि पिछले 15 साल में शिवराज सरकार ने किसानों के नाम पर सिर्फ राजनीतिक रोटियां सेकी हैं। भाजपा की सरकार ने किसानों पर गोलियां चलवाई है और एक बार फिर किसानों के बहाने सियासी लाभ लेने की तैयारी भाजपा कर रही है। किसानों की कर्ज माफी और धान खरीदी की शिकायतों को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने कमलनाथ से मिलने का वक्त मांगा। इस पर कृषि मंत्री सचिन यादव की त्यौरियां चढ़ गईं। सचिन यादव ने कहा कि कर्ज माफी योजना एक प्रक्रिया है और इतिहास में ऐसी पहली सरकार जिस पर किसानों ने विश्वास किया कर्ज माफी के नाम पर भाजपा सरकार ने बहुत बड़ा घोटाला किया है। उन्होंने आरोप लगाया कि शिवराज की नाक के नीचे इस घोटाले को अंजाम दिया गया। पिछले 15 साल में किसानों के नाम भाजपा ने सिर्फ राजनीति की है किसानों को कोई लाभ नहीं पहुंचाया। वहीं उन्होने कहा कि धान खरीदी में कहीं से भी गड़बड़ी की शिकायतें नहीं मिलीं हैं। वहीं श्रम मंत्री महेंद्र सिंह सिसोदिया ने शिवराज सिंह पर निशाना साधते हुए कहा कि कर्ज माफी का विरोध करने वाले शिवराज अब किस मुंह से कमलनाथ से मिलना चाह रहे हैं, भाजपा सरकार ने किसानों कभी भला नहीं किया। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार मजदूरों के बच्चों के प्लेसमेंट तक की व्यवस्था कर रही है। अब मजदूरों के बच्चे विदेशों में प्लेसमेंट लेंगे। सरकार उनकी पढ़ाई और नौकरी की व्यवस्था कर रही है। कांग्रेस के शासन में हर वर्ग का ख्याल रखा जा रहा है।

Similar News